नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। साहित्यिक ग्रुप पर्पल पेन ने अपना द्वितीय वार्षिक उत्सव का शानदार आयोजन कल शाम विष्णु दिगम्बर मार्ग, हिंदी भवन में आयोजित किया गया। जिसमें पंजाब शिरोमणि विश्वविख्यात गजलकार राजेंद्र नाथ रहबर मुख्य अतिथि के रूप में एवं आकाशवाणी के पूर्व महानिदेशक एवं प्रख्यात साहित्यकार लक्ष्मीशंकर वाजपयी एवं मशहूर शायर मलिकजादा जावेद विशिष्ट अतिथि रहे। माँ शारदे के चित्र के सम्मुख अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित करने के उपरांत कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ।
कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों को मोतियों की माला एवं अंगवस्त्र पहनाकर व पुष्प गुच्छ भेंट कर संस्था की संस्थापिका वसुधा कनुप्रिया ने सम्मानित किया । समूह में विशेष सक्रियता एवं साहित्यिक योगदान के लिए ष्साहित्य सेवी सम्मानष् से सम्मानित रचनाकारों में सुश्री नीलोफर नीलू, वंदना गोयल, इंदिरा शर्मा रहे तथा साहित्यिक एवं मीडिया क्षेत्र के माध्यम से प्रचार प्रसार के लिए साहित्य साधक सम्मान वरिष्ठ कवि अशोक कश्यप (संस्थापक -नवांकुर साहित्य सभा), ओम प्रकाश शुक्ल (संस्थापक-युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच), विजय कुमार दिवाकर (विजय न्यूज) सैफुद्दीन सैफी (संपादक -लोक जंग) को प्रदान किया गया। इस सुअवसर पर संस्था द्वारा आयोजित सभी कार्यक्रमों में विशेष सहयोगिता के लिए दिनेश गोस्वामी जी को सम्मानित किया गया। सम्मान समारोह के उपरांत काव्य की अविरल गंगा बही जिसमें दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, राजस्थान, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश से आये हुए लगभग 55 कवियों ने काव्यपाठ किया।
Daily Archives: 18th September 2017
हस्तशिल्प वेस्ट मैटिरियल से निर्मित वस्तुओं के माध्यम से रोजगार पर हुई चर्चा
कानपुर, स्वप्निल तिवारी। आपकी सखी आशा ज्योति केन्द्र गोल चौराहा पर संक्रामक रोग पर हाई टेक कम्प्यूटर प्रजेंटेशन व महिला सशक्तीकरण पर पीड़ित महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु हस्तशिल्प वेस्ट मैटिरियल से निर्मित वस्तुओं के माध्यम से रोजगार करके आत्मनिर्भर बन सकती है कार्यक्रम की शुरूआत प्रभारी डीपीओ श्रुति शुक्ला व केन्द्र प्रभारी दीप्ती सक्सेना ने की। कार्यक्रम को आगे बढाते हुए महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु वेस्ट मैटिरियल व स्वरोजगार हेतु बहुत से माध्यम पर विस्तृत रूप से चर्चा की। इसके साथ ही पीड़ित महिलाओं के विषय पर चर्चा की गई। आत्म लघुकथा व कृतियों का विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि यूके से आई सौम्या सिंह रहीं।
Read More »वरिष्ठ पत्रकार पर पं0 दीन दयाल उपाध्याय के आदर्शो पर चलने वालों ने ढाया कहर
⇒पत्रकार की पत्नी को बनाया बन्धक, मनमुताबिक लिखवाया राजीनामा
⇒परिजनों को दी गंभीर अन्जाम भुगतने की धमकी, दहशत में है परिवार
⇒वरिष्ठ पत्रकार ने कहा कि पलायन करने में ही अपने को सुरक्षित समझ रहा हूं
⇒सत्ता पक्ष के दबाव में पुलिस भी नहीं करेगी न्यायः पत्रकार मनोज सिंह
कानपुर, जन सामना संवाददाता। एक तरफ जहां पूरे देश में पं0 दीनदयाल उपाध्याय के अनुयायी देश के प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी जी का जन्मदिन मनाकर देश के अन्तिम व्यक्ति को सम्मानपूर्वक जीने का अधिकार दिलाने का दम भर रहे थे तो उन्हीं में कुछ अनुयायी शहर के एक पत्रकार व उसके परिजनों पर कहर बरपा रहे थे। उस कहर व धमकी का असर यह है कि पत्रकार अपने परिवार सहित शहर से पलायन करने की बात कर रहा है। उसको भय है कि सत्ता पक्ष व पं0 दीनदयाल उपाध्याय के अनुयायीजन उसके परिजनों को जानमाल की क्षति पहुंचा सकते हैं। उसे आशंका है कि उसके साथ कुछ भी हो सकता है।
जी, हां, मामला किदवई नगर थाना क्षेत्र का है। यहां जन सन्देश टाइम्स अखबार के वरिष्ठ पत्रकार मनोज सिंह दो दशकों से निवास कर रहे हैं। मनोज के मुताबिक जुही निरालानगर में अपराध निरोधक समिति की कुछ दुकानें हैं। वो दुकाने समिति के लोगों को रोजी रोजगार देने के लिए हैं। बताया गया कि भाजपा नेता गोपाल अवस्थी को भी एक दुकान मिली हुई थी, जिसे मनोज सिंह ने किराये पर ले लिया था, उसमें फोटो स्टूडियो खोल रखा है और दुकान का किराया भाजपा नेता गोपाल अवस्थी को अदा कर रहा था, इस दुकान पर मनोज का भाई भी कभी कभार बैठता था और अब मनोज की पत्नी दुकान को सन्चालित कर रोजी रोटी कमाने में सहयोग कर रही थी। बताया गया कि गोपाल अवस्थी को समिति से बाहर किन्हीं कारणों सें निकाल दिया गया तो मनोज ने किराया समिति को देना शुरू कर दिया और मनोज को समिति के अधिकारी नीलेश अवस्थी द्वारा समिति की सदस्यता दिला भी दी गई थी। नीलेश की अनुमति के बाद ही मनोज सिंह ने बिजली का मीटर लगवाया था। लेकिन समय व्यतीत हुआ और सत्ता बदली तो़ पुनः गोपाल अवस्थी ने वरिष्ठ पत्रकार मनोज सिंह की दुकान को हथियाने के लिए रविवार को अपने भाई गोविन्द अवस्थी व राजेश सैनी सहित दर्जनभर साथियों के साथ उस समय दुकानपर धावा बोला जब मनोज की पत्नी ऊषा सिंह साफ सफाई कर रहीं थी। गोपाल अवस्थी व उसके दर्जन भर साथियों ने मनोज की पत्नी के साथ इतनी अभ्रदता की कि दहशत में हो गई तभी मनोज ने आकर इसका विरोध किया तो भाजपा नेता ने मनोज की पत्नी को बन्धक बना लिया और पत्नी को जबरिया उठा ले जाने का प्रयास करने लगे इससे मनोज सिंह भी घबड़ा गये और उन्होंने अपने परिजनों की भलाई के लिए चुप्पी साधने में भलाई समझी। इस दौरान भाजपाइयों ने मनोज के बेबस करते हुए उन्हीं के हांथ से दुकान का सामान बाहर निकलवाया और इसकी वीडियो क्लिप बनाते हुए राजीवाजी दुकान खाली करने की बात भी जबरिया लिखवा ली।
जीते जी प्यार दो थोड़ा…
जीते जी प्यार दो थोड़ा सम्मान दो
वक्त की करवटों पर पिघल जाएँगे
कल चमकते सितारे भी ढल जाएँगे
ये जो अट्टालिकाएँ हैं तनकर खड़ी
खण्डहर में इमारत बदल जाएँगे
आज कोई गया कल कोई जाएगा
काल का चक्र है सबको आजमायेगा
और ये पूजन, ये तर्पण, पितरपक्ष से
ताप मरुथल का क्या सिक्त हो पाएगा
बुझ गया जो अतृप्ति में जलकर दीया
वह अँधेरा क्या फिर दीप्त हो पाएगा ?
जल चढ़ाकर हो भक्ति किसे दे रहे
पिंड तर्पण की मुक्ति किसे दे रहे