फिरोजाबाद के अर्पित चतुर्वेदी ने दिया प्रजेंटेशन
कहा-प्रदूषण से जुड़ी चुनौतियों के विकल्प भी बताये
फिरोजाबादः जन सामना संवाददाता। कांच उद्योग से जुड़ी समस्याओं को अर्पित चतुर्वेदी ने अमेरिका कार्नेल यूनिवर्सिटी से उठाया। उन्होंने किस तरह समस्याओं से उबर कर विकास के पथ से जुड़ने पर मंथन किया। अर्पित ने वहां इस विषय पर प्रजेंटेशन भी दिया।
अर्पित फिरोजाबाद निवासी उद्योगपति अतुल चतुर्वेदी के बेटे हैं। कार्नेल इंस्टीट्यूट फाॅर पब्लिक, यूएसए में अर्पित कार्नेल पाॅलिसी रिव्यू के एडिटर इन चीफ हैं। पिछले कुछ महीनों से उन्होंने फिरोजाबाद ग्लास इंडस्ट्री से संबंधित परेशानियां, उसका अंतर्राष्ट्रीय मार्केट में भविष्य दर्शाया। इसके साथ ही शहर के प्रदूषण से जुड़ी हुयीं चुनौतियों के विषय में व्यापक अनुसंधान के बारे में बताया।
Daily Archives: 29th November 2017
नगर निकाय का चुनाव आजनगर निकाय का चुनाव आज
लालगंज रायबरेलीः जन सामना ब्यूरो। लालगंज नगर में नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिये होने वाले मतदान में कुल 22 प्रत्याशियों ने जीत के लिये अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। चुनावी बिगुल बजते ही कस्बे की गलियों एवं मोहल्लों में अध्यक्ष पद के प्रत्याशियों के पांच सालों में कार्य करने के वादों के साथ प्रचार टोलियों के माध्यम से जोरर आजमाइश करते दिखायी पड़े। लालगंज के अध्यक्ष पद का ताज किसके सिर चमकेगा ये तो आने वाले 1 दिसम्बर को ही पता चलेगा। नगर पंचायत की सीट पर कब्जा जमाने के लिये अपनी पूरी ताकत एवं प्रतिष्ठा के साथ चुनावी मैदान में उतर चुके है।
Read More »धधक रहीं अवैध शराब की भट्टियां, धड़ल्ले से बिक रही शराब
रायबरेलीः जन सामना ब्यूरो। खीरों थाना क्षेत्र के कई गांवो मे खुले आम शराब माफिया द्वारा अवैघ कच्ची शराब बनायी जा रही है जिनकों संरक्षण स्थानीय पुलिस दे रही। इतना ही नही इसे बेचने के लिये खुले आम गांवो की बाजारो मे बेचा जा रहा है वही स्थानीय प्रशासन मूक दर्शक बना बैठा है पुलिस अपना कोरम पूरा करने के लिये कभी कभी किसी को शराब की धाराओ मे पाबन्द कर अधिकारियो की थपथपी ले लेते है वही क्षेत्र मे बन रही शराब से पियक्कड़ों की संख्या भी बढ रही है इतना ही नही शराब पीकर सड़क पर हुड़दंग भी करते है लेकिन पुलिस शराबी कह कर छोड़ देती है।
बताते चलें कि क्षेत्र्र के कलुआ खेडा, मोहनपुर, अजीतपुर, जोगापुर, महरानीगंज, आदि दर्जनो जगहो पर बेशुमार अवैध कच्ची शराब की भट्टियां धधक रही है लेकिन स्थानीय पुलिस अपना हिस्सा ले लेती है वहीं कभी-कभी आबकारी टीम भी आती है तो भी ये भट्टियां नही पकड़ी जाती है क्या़ें ?