⇒न्यूयॉर्क इंडियन फिल्म फेस्टिवल 2018 में प्रीमियर में अमेरिकी दर्शकों को किया सन्न, वास्तविक जीवन की कहानी से प्रेरित है फॉर्बिडेन
मुंबईः जन सामना ब्यूरो। अभिनेत्री सलोनी लूथरा की आने वाली थ्रिलर श्फॉर्बिडेनश् अंतरराष्ट्रीय फिल्म सर्किट में एक आंख खोलने वाली फिल्म है। ये फिल्म पश्चिमी दुनिया में ऑनर किलिंग की सच्चाई उजागर करती है.। अभिनेत्री सलोनी लूथरा ने लगातार अपने आकर्षक और शानदार प्रदर्शन से दर्शकों और आलोचकों का मन जीता है। सलोनी ने फिल्म में मुख्य किरदार निभाया हैं।
फॉर्बिडेन जसलिन नाम की एक लड़की की सच्ची कहानी पर आधारित है, जो न्यूयॉर्क में पैदा हुई और पेशे से एक डॉक्टर थी। उसने 25 साल की उम्र में अपना जीवन खो दिया था।
सलोनी लूथरा कहती हैं, फॉर्बिडेन न्यूयॉर्क शहर में पैदा हुई एक बहुत ही साहसी लड़की की एक सच्ची जिंदगी की प्रेम कहानी है । उसे अपने दिल की आवाज सुनने की कीमत चुकानी पडी थी। ऑनर किलिंग का मुद्दा सिर्फ तीसरी दुनिया की समस्या नहीं है. यह सीमाओं, धर्मों और समाज के हर वर्ग में मौजूद है। इस फिल्म के साथ, मैं आशा करती हूं और प्रार्थना करती हूं कि मैं इस साहसी लड़की की जीवन की कहानी के साथ न्याय कर सकूं। इस फिल्म का मिशन अपने मूल देशों के बाहर रहने वाली महिलाओं के खिलाफ होने वाली हिंसा को समाप्त करना है। इसके अलावा, यह एक सामाजिक परिवर्तन को भी प्रेरित करना चाहता, जिससे कि कानून ऐसे अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए मजबूर हो जाए, जो सम्मान के नाम पर महिलाओं के खिलाफ गंभीर अपराध करते हैं।
वीमेन एडवोकेसी ग्रुप के निष्कर्ष के अनुसार, ऑनर किलिंग के कारण हर साल 20,000 महिलाएं और लड़कियां मारी जाती हैं। यूनाइटेड नेशंस कमिशन ऑन ह्यूमन राइट्स को प्रस्तुत रिपोर्ट से पता चलता है कि कम से कम 26 देशों में ये क्रूर प्रथा जारी है। 26 में से 9 पश्चिमी देश हैं। इसमें अमेरिका, कनाडा, यूनाइटेड किंगडम और जर्मनी भी शामिल हैं, जहां आप्रवासी समुदाय की संख्या बहुत अधिक है।