बहु क्रिया अपशिष्ट विघटनकारी तकनीक के माध्यम से किसान बड़ी मात्रा में जैव उर्वरक का उत्पादन कर सकते हैंः राधा मोहन सिंह
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा कि जैविक कृषि किसानों को जीविका प्रदान कर सकती है और ग्रामीण व शहरी लोगों के लिए रोजगार सृजन के अवसर पैदा कर सकती है। मथुरा स्थित पंडित दीन दयाल धाम में राष्ट्रीय जैविक कृषि केन्द्र द्वारा आयोजित जैविक कृषि सम्मेलन को संबोधित करते हुए कल राधा मोहन सिंह ने कहा कि मृदा स्वास्थ्य और उर्वरता में सुधार कर जैविक कृषि के माध्यम से लंबी अवधि तक उत्पादन किया जा सकता है। मंत्री महोदय ने बताया कि वर्ष 2015-16 में मोदी सरकार ने पहल करते हुए परम्परागत कृषि विकास योजना (पीकेवीवाई) शुरू की। 2015-2016 से 2018-19 की अवधि के दौरान किसान-समूह द्वारा जैविक कृषि को बढ़ावा देने के लिए 1307 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया। पीकेवीवाई, आर्गेनिक वैल्यू चेन डेवलपमेंट मिशन (एमओवीसीडी) और वाणिज्य मंत्रालय के अधीनस्थ कृषि प्रसंस्करण एवं निर्यात प्राधिकरण (एपीईडीए) के सफल कार्यान्वयन के साथ, देश में अब तक 23.02 लाख हेक्टेयर क्षेत्र प्रमाणित जैविक खेती के तहत लाया जा चुका है।
Daily Archives: 9th October 2018
राजस्थान में जीका वायरस बीमारी की निगरानी
जयपुर राजस्थान, जन सामना ब्यूरो। राजस्थान के जयपुर में जीका वायरस बीमारी के कुछ मामले सामने आए हैं। आईसीएमआर की निगरानी प्रणाली के माध्यम से जयपुर में इस बीमारी के प्रकोप की जानकारी मिली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी.नड्डा के निर्देश के अनुसार पहले मामले की जानकारी मिलने के तुरंत बाद 7 सदस्यों की उच्चस्तरीय केंद्रीय टीम बीमारी को नियंत्रित करने में राज्य सरकार की सहायता के लिए जयपुर रवाना की गई।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के स्तर पर स्थिति की समीक्षा की जा रही है और स्वास्थ्य सचिव द्वारा निगरानी की जा रही है। स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (डीजीएचएस) के नेतृत्व में तकनीकी विशेषज्ञों के एक उच्चस्तरीय संयुक्त निगरानी समूह की दो बार बैठक हुई है। 05 अक्टूबर, 2018 से उच्चस्तरीय केंद्रीय टीम बीमारी नियंत्रण और निगरानी के लिए जयपुर में है। राष्ट्रीय बीमारी नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) में नियंत्रण कक्ष कार्य कर रहा है ताकि स्थिति पर नियमित रूप से नजर रखी जा सके।
ईएसआईसी ने ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान चलाया
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। कर्मचारी राज्य बीमा निगम ने अपने विभिन्न क्षेत्रीय कार्यालयों/उप-क्षेत्रीय कार्यालयों, अस्पतालों तथा डिस्पेनसरियों में 15 सितम्बर, 2018 से 02 अक्टूबर, 2018 तक ‘स्वच्छता ही सेवा’अभियान चलाया। अभियान के दौरान परिसरों की साफ-सफाई, स्वच्छ वातावरण के लिए पौधा रोपण तथा बीमाशुदा व्यक्तियों, लाभार्थियों और जनसाधारण के बीच जागरूकता के लिए विशेष अभियान चलाया गया। अभियान के अंतर्गत स्थानीय स्कूलों में स्वास्थ्य कार्य चलाए गए और स्वास्थ्य संबंधी बातें प्रदर्शित की गई तथा विद्यार्थियों को शौचालयों के उपयोग, अच्छे तरीके से हाथ धोने की तकनीक, निवारक स्वास्थ्य उपायों आदि के बारे में बताया गया। विशेष शिविरों का भी आयोजन किया गया। विभिन्न कार्यालयों के चिकित्सा अधिकारियों/पैरा-मेडिकल स्टाफ ने निवारक स्वास्थ्य उपायों तथा व्यक्तिगत साफ-सफाई के बारे में लोगों को जानकारी दी। स्वच्छता का संदेश फैलाने के लिए वॉल पेंटिंग और नारे (आदर्श वाक्य) आदि तैयार किए गए तथा बैनर और पोस्टर लगाए गए। अस्पतालों में स्वच्छता पर वीडियो फिल्म दिखाई गई।
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