कानपुर नगर, स्वप्निल तिवारी । कानपुर में जन्मी सेलिब्रिटी मॉडल व एक्टर मिस यू.पी. तायशा सिंह ना जाने कितने अनिगिनित ख़िताब से नवाजी जा चुकी हैं। एक खाश मुलाकात मे उन्होने अपने जीवन की कुछ यादगार बाते साँझा करते हुये कहती है। कौन कहता है कि आसमानों मे सुराख़ नही होते। एक पत्थर तो दिल से उछाल कर देखो तायशा ने बताया उनकी स्कूलिंग कानपुर से हुई इसके बाद बी.बी.ऐ. कानपुर यूनिवर्सिटी से किया उन्होंने अपने सपने साकार करने के लिये नोयडा सिफ्ट किया वहा उन्होने एमबीए की पढाई के साथ साथ फ़िल्म सिटी मे एक्टिंग शुरू की इसके बाद फैशन एंड स्टायल का कोर्स देहली से कर महारत हासिल की। उन्होंने बताया बचपन से ही वो सिंगिंग मॉडलिंग व एक्टिंग को शोक रखती थी टी,वी. से देख देखकर बहुत कुछ सीखा, फोटुग्राफी मे भी उनका बहुत शोक है। कई प्रतिभाओ की धनी तायशा बताती है कि जब मैं विदेशो मे मॉडलिंग के लिये गई तो सोचती थी सब कुछ कैसे होगा। तो बताया मै एक माध्य्मवर्गीय परिवार से हूँ, मेरे पिता बिजनेस मैन है। मुझे मेरे परिवार और सबसे ज्यादा मेरी माँ ने सपोर्ट मिला। आज कई धारावाहिक का ऑफर भी मिला लेकिन तायशा बताती है। आज मेरी नजर मिस इंडिया के ख़िताब जीतने पर है वो इसकी तैयारियों मे जी जान से मेहनत कर रही है। ये सपना पूरा कर कानपुर का नाम रोशन करना चाहती है। आज ना जाने कितने शो मे अपना जजमेंट कर युवा पीढ़ी को आगे बढ़ाकर उनके लिए मिशाल बन चुकी हैं। तायशा ने बताया कानपुर वाले बहुत जल्दी ही उन्हें बड़े परदे पर देखेगे उन्होंने कई अलबम भी बनाये जो लोगो मे बहुत पसंद किये गये। तायशा बताती है कि वो यूनिसेफ ज्वाइन करना चाहती है जिससे अपने देश व दुनियाँ के लिये काम आ सकूँ।
Home » मुख्य समाचार » कौन कहता है कि आसमानों में सुराख़ नहीं होते, एक पत्थर तो दिल से उछाल कर देखो : तायशा