कानपुर, स्वप्निल तिवारी। भारतीय जनता पार्टी कानपुर दक्षिण जिला मंत्री सरन तिवारी ने रामनाथ कोविंद के भारत के राष्ट्रपति निर्वाचित होने पर वार्ड-48 धारीपुरवा बस्ती में मिष्ठान वितरण कर धूम-धाम से जश्न मनाया। इस अवसर पर मंडल महामंत्री वैभव शुक्ला, सर्वेश पाण्डेय, सचिन सिंह, ज्ञानेन्द्र, लक्ष्मी बाजपेयी, पप्पू गुप्ता, कार्तिक, संजीव पाण्डेय, रोहित खंडेलवाल, रोहित शुक्ला आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे। छायाकारः श्यामू वर्मा।
Read More »Daily Archives: 21st July 2017
आपकी बातः भूमाफियाओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं!
उत्तर प्रदेश में जब से भारतीय जनता पार्टी की सरकार सत्ता में आई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रथम दिन से ही ऐलान किया था कि अब प्रदेश में भूमाफियाओं की खैर नहीं होगी। इसी ऐलान के तहत प्रदेश की सरकारी मशीनरी जैसे विकास प्राधिकरण, नगरनिगम, नगरपालिका और ग्राम पंचायतों आदि ने ज्यादातर जिलों में भूमाफियाओं के खिलाफ अभियान छेड़ दिया था। अभियान की सफलता और असफलता अथवा उसके औचित्य पर यदि ईमानदारी से आकलन किया जाये तो एक जो तस्वीर दिखाई देती है वह यह है कि असली भूमाफिया और उनसे जुड़े वो सरकारी कर्मचारी, अधिकारी जिनकी सरपरस्ती पर भूमि की अवैध बिक्री और अवैध कब्जे करके आमजनता के लोगों को धोखे से कूट रचित अभिलेख बनाकर बिक्री करके जनता की जीवनभर की गाढ़ी कमाई पर डाका डाला गया। उनपर कोई भी कार्यवाही नहीं होती दिखाई देती, जबकि भूमाफियों ने अधिकारियों से मिलकर जनता से करोड़ों रुपये लूटकर अपने घर तो भर लिये और अब जब सरकार भूमाफियाओं के खिलाफ अभियान चलाने की बात कर रही है तब बेचारे वो निम्न मध्यम वर्ग की जनता, गरीब जनता परेशानी में आ रही है जिसने किसी प्रकार से मेहनत की गाढ़ी कमाई से भूमि का एक टुकड़ा खरीदकर अपने सपनों का एक छोटा सा घर बनाया था।
Read More »शिक्षा का गिरता स्तर
शिक्षा का स्तर सुधारने में सरकारें असफल होती रहीं नतीजन लगभग सभी प्राथमिक विद्यालय सिर्फ नाम के विद्यालय रह गए। यह कहने में जरा भी संकोच नहीं रहा कि सरकारी शिक्षालय हमारे बच्चों को मजदूर जरूर बना रहे हैं और जिनसे आशा है कुछ वो हैं निजी शिक्षण संस्थान, जो शिक्षा को खुलेआम बेंच रहे हैं और सरकारें शिक्षा की बिक्री को रोकने में असहाय दिख रहीं हैं। शिक्षा क्षेत्र में सुधार लाने की बात तो मोदी सरकार कर रही है लेकिन कोई ठोस कदम उठाने में लाचार दिख रही है और स्पष्ट नहीं दिख रहा नजरिया इस ओर।
एक तरफ बच्चों को भविष्य का निर्माता कहा जाता है। लेकिन उनके साथ दुराभाव भी सरकार द्वारा ही किया जाता है। एक तरफ सभी सरकारें अच्छी शिक्षा दिलाने की वकालत करती है लेकिन शिक्षा के प्रति किसी भी सरकार का नजरिया स्पष्ट नहीं है।
इस सीजन ऐसे होंगे ब्राइड के नए लुक
इन: ग्लिटर्स ब्राइड मेकअप-आने वाले सीजन में मेकओवर से लेकर ड्रेस सेन्स तक में कलर्स का बोलबाला रहेगा। पर्पल, आॅरेंज, रस्ट, पैरट ग्रीन, ब्लू जैसे कलर्स मेकअप किट का पार्ट बनेंगे। मेकअप के सारे प्राॅडक्ट्स नेचर से इंस्पायर्ड होंगे। आने वाले समय में ब्राइट कलर्स छाए रहेंगे। फ्लोरल कलर्स, जैसे पिंक, रोज और ट्यूलिक इन होंगे। आंखों के लाइनर से लेकर आई शैडो तक में एमरल्ड ग्रीन खूब देखने को मिलेगा।
अमूमन लेडीज रेड और आॅरेंज लिपस्टिक का यूज करने से डरती हैं, लेकिन आने वाले समय में ये कलर्स लिप्स की खूबसूरती बढ़ाएंगे।
आउट: हैवी मेकअप- हैवी मेकअप ट्रेंड से बाहर होगा।
इन: सिंपल और शोवर हेयर स्टाइल-आने वाले समय में सिंपल और शोवर हेयर स्टाइल्स की डिमांड बढ़ेंगी। ऐसे स्टाइल डिमांड में रहेंगे जो बिना किसी मेहनत के आराम से बन जाएं। बालों को कलर करवाने पर जोर रहेगा। बालों में एक्सेसरीज के तौर पर ओरिजिनल फ्लावर्स आर्किड, रोज, लिली यूज किए जाएंगे। ज्यादातर हेयर स्टाइल्स विक्टोरियन लुक और सेंटर पार्टिंग लुक से इंस्पायर्ड होंगे। हेड गियर का खूब यूज किया जाएगा, तो विंटेज लुक पर भी जोर रहेगा।
आउटः रेट्रो स्टाइल लुक- 60-80 के हेयर स्टाइल आने वाले समय में ज्यादा पसंद नहीं किए जाएंगे। फंकी लुक भी काफी हद तक बाहर होजाएगा। फ्रेंच स्टाइल की चोटी और ऊंचे जूड़े भी आने वाले समय में खास डिमांड मे नहीं रहेंगे।