नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देशभर में कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए सरकार हरसंभव कोशिश कर रही है। ऐसे में कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्री महेंद्र नाथ पाण्डेय ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में अपना योगदान दे रही स्किल इंडिया से जुड़ी इकाइयों के सहयोग तथा उनकी योजनाओं के प्रगति कार्य एवं इस वैश्विक महामारी के बाद की कार्ययोजनाओं को लेकर समीक्षा बैठक मंगलवारकोकी।इस दौरान उन्होंने मंत्रालयके वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कोविड-19 की रोकथाम एवं संकट काल में देश के प्रवासी श्रमिकों समेत वंदे भारत मिशन के तहत विदेशों से आ रहे कामगारों के लिए शुरू की जा रही परियोजनाओं एवं विभिन्न पहलों पर विस्तृत चर्चा की। इस बैठक में मुख्य रूप से डीजीटी, एनएसडीसी, जेएसएस समेत मंत्रालय से सम्बद्ध कई इकाइयों ने भाग लिया।
Read More »मासूम बच्चों की पीड़ा का अंतर्राष्ट्रीय दिवस -डॉo सत्यवान सौरभ
अंतर्राष्ट्रीय दिवस जनता को चिंता के मुद्दों पर शिक्षित करने के लिए, वैश्विक समस्याओं को संबोधित करने के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति और संसाधन जुटाने के लिए, मानवता की उपलब्धियों को मनाने और सुदृढ़ करने के अवसर हैं। अंतर्राष्ट्रीय दिनों का अस्तित्व संयुक्त राष्ट्र की स्थापना से पहले है, लेकिन संयुक्त राष्ट्र ने उन्हें एक शक्तिशाली वकालत उपकरण के रूप में अपनाया है।
19 अगस्त 1982 को फिलिस्तीन के सवाल पर एक विशेष सत्र में सयुंक्त राष्ट्र की महासभा ने प्रत्येक वर्ष के 4 जून को “मासूम बच्चों की पीड़ा का अंतर्राष्ट्रीय दिवस” मनाने का फैसला किया, इस दिन का उद्देश्य दुनिया भर में बच्चों द्वारा पीड़ित दर्द को स्वीकार करना है जो शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक शोषण का शिकार हैं। यह दिन बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।
संदिग्ध परिस्थतियो में युवक की तालाब में डूबने से मौत
शिवली/कानपुर देहात, जन सामना संवाददाता। शिवली कोतवाली क्षेत्र के मारग मैथा में सन्दिग्ध परिस्तिथियों में तालाब में डूबने से युवक की मौत। मृतक के पिता राम कुमार ने पुलिस को बताया कि उदय नारायण उर्फ बब्लू घर से सुबह खेत के लिए कहकर निकला था घण्टो बीतने के बाद जब वह घर वापस नही आया तो उसकी खोजबीन की गई तो उदय नारायण पुत्र राम कुमार 40 वर्ष गांव के बाहर तालाब के किनारे पड़ा मिला तो ग्रामीणों ने परिजनों को बताया परिजनों ने मौके पर पहुँच शव को बाहर निकाल कर पुलिस को सूचना दी गयी शिवली कोतवाल वीर पाल सिंह तोमर ने मौके पर पहुंच शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। वही उसकी पत्नी राधा दो पुत्र रजत 18 वर्ष, हर्ष 11 वर्ष, प्रियांशी 9 वर्ष का रो रोकर बुरा हाल है।
Read More »वी एन दत्त ने एन एफ एल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक का पदभार संभाला
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। वीरेंद्र नाथ दत्त, निदेशक (विपणन), नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड – एन एफ एल ने कंपनी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक का अतिरिक्त प्रभार संभाल लिया है। श्री दत्त अक्टूबर, 2018 से कंपनी में निदेशक (विपणन) के रूप में जुड़े हुए है।
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय से एमबीए, श्री दत्त को फर्टिलाइजर उद्योग के अलावा गेल इंडिया और ओएनजीसी जैसी बड़ी सरकारी कम्पनियों में कार्य का 35 साल से अधिक का अनुभव है।
एनएफएल में कार्यभार ग्रहण करने से पहले, वह गेल (इंडिया) लिमिटेड में कार्यकारी निदेशक थे जहां वे कॉरपोरेट रणनीति, योजना और एडवोकेसी के अलावा कंपनी के देश भर में विपणन कारोबार के प्रभारी थे । वे महानगर गैस लिमिटेड, मुंबई के बोर्ड में निदेशक भी रह चुके हैं।
कब खुशियों का कोना आएगा
टूटी -फूटी फुलवारी का, दुःख देख कर रोना आएगा
धरती-अंबर, सरिता-सागर हर एक पर रोना आएगा
औषधियों के बदले मानव, हथियार बनाएगा जब तक
दहशत की गलियों में कैसे, खुशियों का कोना आएगा।।
जाने किस सोच के लोग हैं ये, फूलों से विचलित होते हैं
अनुराग से वर्जित होते हैं, शोलों से पुलकित होते हैं
जब मन ही रोगी होगा, कैसे रोग भगाना आएगा।
बरबादी का मौसम लेकर यूँही कोरोना आएगा।।
एक लम्हें का सुख अच्छा है, अपने घर का रुख अच्छा है
निर्बल की छाती को दल कर पाए सुख से दुःख अच्छा है
डीएम ने ईको पार्क का किया निरीक्षण
ईको पार्क को हरित क्षेत्र बनाने हेतु करे समुचित व्यवस्थायें: डीएम
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने माती मुख्यालय स्थित ईको पार्क का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अधिशाषी अधिकारी नगर पंचायत व उद्यान अधिकारी को निर्देशित किया कि बरसात होने से पहने ईको पार्क में साफ सफाई व पेड, पौधे लगाने हेतु भूमि को अच्छे तरीके से गुड़ाई कराकर उसमें खाद, गोबर की पास आदि डालकर सही तरीके से भूमि को बना लिया जाये।
जिलाधिकारी ने कहा कि ईको पार्क को पूर्ण रूप से हरा भरा बनाया जाये इसके लिए उद्यान विभाग व नगर पंचायत अकबरपुर एक दूसरे से समन्वय स्थापित करते हुए ईको पार्क में अधिक से अधिक पेड पौधे लगाये जिससे कि इस पार्क को पूर्ण रूप से संचालित किया जा सके। उन्होंने नगर पंचायत अकबरपुर अधिशाषी अधिकारी को निर्देशित किया कि एक सप्ताह के अन्दर पार्क में काम दिखना चाहिए तथा इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दास्त नही की जायेगी। उन्होंने कहा कि पार्क में लाइट/प्रकाश व्यवस्था की समस्या है उसको ठीक कराये तथा सही तरीके से लाइट संचालित हो तथा पार्क में गार्ड की भी तैनाती की जाये जिससे कि पार्क में किसी भी प्रकार के अवांच्छि तत्वों का प्रवेश को रोका जा सके तथा पानी आदि की भी व्यवस्था की जाये। इस मौके पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन पंकज वर्मा, ईओ अकबरपुर देवहूती पाण्डेय, जिला उद्यान अधिकारी आदि अधिकारीगण उपस्थित रहे।
डीएम ने अकबरपुर नगर पंचायत द्वारा संचालित कम्युनिटी किचन का निरीक्षण किया
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र माती व अकबरपुर नगर पंचायत द्वारा संचालित कम्युनिटी किचन का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने अधिशाषी अधिकारी अकबरपुर को निर्देशित किया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में साफ सफाई उचित तरीके से की जाये तथा पेड़-पौधे अधिक से अधिक संख्या में लगाये। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि 10 जून तक कार्य दिखना चाहिए तथा 10 जून तक पुनः निरीक्षण किया जायेगा तथा कार्य मे प्रगति न पाये जाने पर सख्त कार्यवाही की जायेगी।
वही जिलाधिकारी ने संचालित कम्युनिटी किचन में बन रहे खाना का निरीक्षण किया तथा कहा कि खाना बनाते समय मास्क को लगाकर व ग्लिब्स को हाथों में पहन कर ही खाना बनाये तथा खाना की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दे। वहीं जिलाधिकारी ने ईओ अकबरपुर को निर्देशित किया कि खाना मीनू के तहत बनाया जाये तथा खाना बनाने वालों का स्वास्थ्य परीक्षण अवश्य कराये तथा साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाये। जिलाधिकारी ने खाद्य सुरक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि खाने की गुणवत्ता को चेक करते रहे इसमे किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नही की जायेगी। इस मौके पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन पंकज वर्मा, ईओ अकबरपुर देवहूती पाण्डेय, जिला उद्यान अधिकारी आदि अधिकारीगण उपस्थित रहे।
नोवेल कोरोना वायरस के साथ जीने को लेकर पांच सलाह
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। लॉकडाउन के 70 दिनों के बाद अनलॉक 1.0 गतिशील हुआ है। आधिकारिक रूप से 1 जून, 2020 से निर्दिष्ट लॉकडाउन 5.0 के साथ ही अर्थव्यवस्था और सामान्य जीवन नियंत्रित और चरणबद्ध तरीके से सामान्य होने की ओर लौट रहा है। यह एक नए सामान्य की शुरूआत है। यह एक लंबा मामला होने वाला है। विशेषज्ञ और अधिकारी सुझाव दे रहे हैं कि ‘ हमें निश्चित रूप से वायरस के साथ ही जीना सीखना होगा।‘ टीका बनने में अभी समय लगेगा, इसलिए हमें एक नई सामान्य स्थिति में रहना होगा। इंडिया साईंस वायर से बात करते हुए, भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रो. के विजय राघवन ने ‘ वायरस के साथ ही जीने‘ के संबंध में पांच सलाह दी है।
प्रोफेसर विजय राघवन कहते हैं, ‘या तो हमें वायरस को बदलना होगा या अनिवार्य रूप से हमें खुद को बदल लेना चाहिए।‘ दवाओं और टीकों का अनुसंधान एवं विकास प्रगति पर है, लेकिन समुचित नैदानिक परीक्षणों के बाद व्यापक रूप से उनकी उपलब्धता में अभी समय लगेगा। प्रत्येक व्यक्ति के लिए दवाओं और टीकों का उत्पादन करने में बहुत समय लग सकता है। इस बीच, हम महामारी का सामना करने के लिए खुद को बदल सकते हैं।
‘कोविड-19 परीक्षण प्रयोगशाला’ का सीएसआईआर-एनईआईएसटी, जोरहाट में उद्घाटन
‘एनईआईएसटी असम का पहला ऐसा अनुसंधान और विकास संस्थान है जहां परीक्षण प्रयोगशाला स्थापित की गई है’
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। एक कोविड-19 परीक्षण प्रयोगशाला पूर्वोत्तर विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान (एनईआईएसटी) के जोरहाट परिसर में स्थापित की गई है। डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा, मंत्री, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, वित्त, शिक्षा (उच्च, माध्यमिक व प्राथमिक), परिवर्तन एवं विकास, पीडब्ल्यूडी, असम सरकार ने इस प्रयोगशाला का उद्घाटन किया। सीएसआईआर-एनईआईएसटी के निदेशक डॉ. जी. नरहरि शास्त्री ने इस महत्वपूर्ण आयोजन को सीएसआईआर-एनईआईएसटी के इतिहास में एक उल्लेखनीय मील का पत्थर बताया।
डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा ने इस तथ्य की सराहना की कि एनईआईएसटी असम का पहला ऐसा अनुसंधान और विकास संस्थान है जहां एक परीक्षण प्रयोगशाला स्थापित की गई है। डॉ. सरमा ने इसे संभव कर दिखाने के लिए संस्थान के वैज्ञानिकों और कर्मचारियों को बधाई दी।
वैज्ञानिक क्यों कर रहे हैं घातक कोरोना वायरस का कल्चर!
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। नोवेल कोरोना वायरस (SARS-CoV-2) से दुनिया भर में अब तक 56 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं और 3.62 लाख से अधिक लोगों को इस वायरस से उपजी बीमारी कोविड-19 के प्रकोप से अपनी जान गंवानी पड़ी है। भारत की बात करें तो यहाँ नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण का आँकड़ा 1.58 लाख को पार कर चुका है और 4500 से अधिक लोगों की मौत कोविड-19 से हो चुकी है। इसके बावजूद, इस जिद्दी वायरस के कारण होने वाले संक्रमण और मौतों का सिलसिला अभी बना हुआ है। इतने बड़े पैमाने पर कोविड-19 के प्रकोप के बावजूद आखिर क्या कारण है कि वैज्ञानिक नोवेल कोरोना वायरस का लैब में कल्चर (संवर्धन) करके उसकी संख्या बढ़ाने की कोशिशों में जुटे हुए हैं?
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