घाटमपुर/कानपुर, शिराजी। कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल होने जा रहे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के भतीजे व भाजपा कार्यकर्ता पंकज कोविंद का कस्बे के भदरस तिराहा स्थित जहूर होटल में भूरे वारसी की टीम द्वारा फूल माला से स्वागत एवं सम्मान किया गया। तत्पश्चात दर्जनों समर्थकों के साथ कस्बे के मोहल्ला कटरा स्थित भूरे वारसी के कार्यालय में उनका स्वागत सम्मान किया गया। समर्थकों के साथ पैदल जनसंपर्क करते हुए बस्ती में स्थित अरब शाह बाबा व जुनेद आलम मोली साहब की मजार पर चादर चढ़ाकर पंकज कोविंद व समर्थकों द्वारा टिकट व पार्टी प्रत्याशी की जीत की प्रार्थना की गई। इसके पश्चात पंकज कोविंद कार्यकर्ताओं के साथ डाकखाना रोड बस स्टैंड मुमताज टायर वर्कशॉप बीजेपी पार्टी कार्यालय ग्राम कंठीपुर, नौरंगा,इटर्रा आदि गांवो में जनसंपर्क करते हुए कार्यकर्ता सम्मेलन में शरीक हुए। इस मौके पर उनके साथ प्रमुख रूप से भूरे वारसी शमशेर कुरेशी नफीसुल कुरेशी समसुद्दीन सादाब कुरेशी दिलशाद कुरैशी,अंटू शीबू कुरेशी मलिक शारुख, सरफराज बबलू मंसूरी फहीम वारसी हसीबकुरेशी सलमान अजय विकास दुबे रोहित वर्मा अन्नू रफीक गुड्डू वर्मा दीपक कोविंद आदि दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे।
Read More »तहसील सभागार में मनाई गई बापू व शास्त्री जयंती
घाटमपुर/कानपुर, शिराजी। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती कोविड-19 के चलते सादगी के साथ स्थानीय तहसील सभागार में मनाई गई। इस अवसर पर गांधी जी व शास्त्री जी के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित कर विचार व्यक्त किए गए। स्थानीय तहसील सभागार में आयोजित कार्यक्रम में उप जिलाधिकारी अरुण कुमार श्रीवास्तव ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के चित्र पर फूल माला अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित की। कोविड-19 के मद्देनजर कार्यक्रम सादगी पूर्ण ढंग से मनाया गया। इस मौके पर आयोजित गोष्ठी में अपने विचार व्यक्त करते हुए एसडीएम अरुण कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि गांधी जी ने अहिंसा के बल पर देश को आजादी दिलाई, देश की आजादी के नायक युगपुरुष राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और सहृदय विराट व्यक्तित्व के धनी भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री पंडित लाल बहादुर शास्त्री के जन्म दिवस के अवसर पर हम सबको उनके बताए मार्ग का अनुसरण करते हुए उनकी शिक्षाओं पर अमल करना चाहिए। इस मौके पर तहसीलदार विनीत कुमार, नायब तहसीलदार अतुल हर्ष, नवनीत मिश्रा, शिवम वर्मा, रामसिंह, अभिजीत मिश्रा, उमाकांत, आरके दुबे, अनिल पांडे, अनुपम पटेल, राम कुमार श्रीवास्तव, पुत्तन लाल वर्मा आदि तहसील कर्मियों द्वारा महापुरुषों के जीवन पर प्रकाश डालते हुए विचार व्यक्त किए गए।
Read More »पुलिस का एक चेहरा ऐसा भी, बेहोशी की हालत में पड़े युवक की बचाई जान
प्रयागराज, जन सामना संवाददाता। थाना धूमनगंज अंतर्गत बमरौली के पास भगवतपुर मोड़ के निकट एक युवक अचेत अवस्था में पड़ा था जिसकी सूचना डायल 112 को दी गई। सूचना मिलते ही डायल 112 की गाड़ी 0086 के सिपाही संजय कुमार पांडे, सुनील कुमार व महिला सिपाही नेहा ने मौके पर पहुंच कर युवक के चेहरे पर पानी छिड़क कर व अन्य प्रयासों से उसे होश में लाया गया।
इस घटना से युवक को होश में लाने में सिपाही सुनील कुमार पांडे का महत्वपूर्ण योगदान रहा उन्होंने एक फिजियोथेरेपी विधि के तहत उस युवक को होश में लाने का कार्य किया उसके बाद उन्होंने बताया कि नासिका के ऊपर थोड़ा सा हल्का दबाव देने पर यदि व्यक्ति ने एल्कोहल का सेवन किया है और वह बेहोश है तो वह इस विधि से होश में आ जाता है। इसके बाद उस युवक को जो अचेत अवस्था में था ने होश में आने पर अपना नाम राजकुमार और निवासी सैनी कौशाम्बी बताया जिसके उपरांत उसे सकुशल उसके घर तक पहुंचाने के लिए एक वाहन में बैठा कर रवाना किया गया। आसपास के लोगों में पुलिस की इस सेवा भाव की कार्यशैली से उत्तर प्रदेश पुलिस के प्रति लोगों में भरोसा बढ़ा।
बिजली के तारो की चपेट में आ जाने से मजदूर की दर्द नाक मौत
शिवली/कानपुर देहात, रिशु प्रजापति। ग्यारह हजार विद्युत लाइन के नीचे बन रहे बिना मानक व विद्युत विभाग द्वारा बिजली बंद कराये बगैर ही मकान में कार्य कर रहे मजदूर की बिजली के तारो की चपेट में आ जाने से दर्द नाक मौत हो गयी। वही दूसरा मजदूर गम्भीर रूप से घायल हो गया। घायल युवक को परिजनों ने आनन-फानन कानपुर हास्पिटल में भर्ती कराया है जँहा उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। वही म्रतक के परिजनों ने शव रख जमकर हंगामा कर मुआवज़े की मांग कर रहे थे है कोतवाल के पहुंचने के बाद परिजनों को समझा बुझाकर शव पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
Read More »महिलाओं का सामूहिक सफर ‘नारी तू नारायणी’ से ‘माल है क्या’
वेबसिरीज की हीरोइनों के बोल्ड अंदाज तथा अंग्रेजी गालियां और अब भारतीय समाचार प्रवाहों में उभर-उभर कर आना महिलाओं के विधानों और व्यवहार के बीच कोई संबंध दिखाई दे रहा है? बंदिश बंडिट्स की हॉट नायिका का गुस्सा और रिया चक्रवर्ती के ह्वाट्सएप चैट के लीक होने का करोड़ो भारतीयों के इंतजार के बीच कोई कनेक्शन दिखाई दे रहा है? पिछले कुछ महीनों से सबसे अधिक किसकी चर्चा हो रही है और क्या काम हो रहा है? फिल्में और समाज, दोनों ही एक-दूसरे को बनाते हैं, जिसका बहुत बड़ा सबूत इस समय मिल रहा है। आज अगर किसी बात की सबसे ज्यादा चर्चा है तो वह आईपील खेलने गए लड़कों की नहीं है, इस समय सबसे ज्यादा चर्चा में देश की नायिकाए हैं। अब यह सोचने के लिए मजबूर होना पड़ रहा हक् कि उनके लिए नायिका शब्द का प्रयोग करें या नहीं? इस चिंता में आज लोग परेशान हैं।
Read More »मुश्किलें और तरक्की
मुश्किलें और तरक्की, कहने सुनने या पढ़ने में ही बहुत अजीब लगेगा पर थोड़ी सी गम्भीर होते हुए इस शिर्षक पर विचार किया जाए तो इसका वास्तविक तात्पर्य समझने में बिल्कुल भी अजीब नहीं लगेगा किसी को भी।
जी हां हमें एक सफल पर साथ साथ अपनी सफलता को कायम रखने की असली सीख तो मुश्किलें ही सिखाती हैं क्योंकि जब तक हमारे समक्ष मुश्किलें नहीं आतीं हमें अपने जीवन में उपलब्ध किसी भी रिश्ते, पद प्रतिष्ठा का स्वत: कोई कीमत समझ में नहीं आता और ना ही हम दिल से एक मजबूत इंसान बन पाते हैं जिसे अच्छे बुरे इंसान, विषय अथवा किसी भी बात की जानकारी हो।
हमारे इस जीवन में जब तक हमारे साथ सब कुछ अच्छा चल रहा होता है तब तक तो हमारे चिरपरिचित लोगों को हम बहुत अच्छे लगते रहते हैं और हमें भी वो सब चिरपरिचित बड़े अच्छे, प्यारे अथवा यूं कहें कि चाशनी में डूबे हुए लगते हैं।
शैक्षिक फलक पर रचनात्मकता के सितारे टांकते शिक्षक -प्रमोद दीक्षित ‘मलय’
शिक्षक अपने काल का साक्षी होता है। वह वह विद्या का उपासक और साधक है तथा अप्रतिम कलाकार भी। वह अपनी मेधा, कल्पना, आत्मीयता, संवाद, सौंदर्यानुभूति से प्रेरित हो मानव जीवन को गढ़ता है, रचता है। वह बच्चों का मीत है, सखा है। वह बच्चों की प्रतिभा की उड़ान के लिए अनंत आकाश देता है तो नवल सर्जना हेतु वसुधा का विस्तृत कैनवास भी। वह बच्चों को मौलिक चिंतन-मनन करने, तर्क करने, सीखने, कल्पना एवं अनुमान करने एवं उनके स्वयं के ज्ञान निर्माण हेतु अनन्त अविराम अवसर और जगह उपलब्ध कराता है, फिर चाहे वह कक्षा हो या कक्षा के बाहर का जीवन। सीखने-सिखाने की रचनात्मक यात्रा में शिक्षक सदैव साथ होता है, पर केवल सहायक की भूमिका में। वह बच्चों के चेहरों पर खुशियों का गुलाल मल देता है। आंखों में रचनात्मकता की उजास और मस्तिष्क में कल्पना के इंद्रधनुषी रंग भरता है।
Read More »रेहड़ी दुकानों एवं रिक्शा चालकों को मास्क वितरण
आशा वेलफेयर फाउंडेशन की मुहिम का दूसरा चरण
लखनऊ। देश भर में कोरोना से बचाव एवं संक्रमण को रोकने के लिए तरह तरह के उपाय किये जा रहे है। मास्क पहनने से सामने वाले व्यक्ति का संक्रमण हमसे संपर्क में नहीं आता और हमारा किसी भी तरह का संक्रमण किसी अन्य तक नहीं जाता। प्रत्येक को मास्क पहनकर ही बाहर निकलना चाहिए।
आशा वेलफेयर फाउंडेशन की ओर से राजधानी में रिक्शे चलाकर जीवन यापन करने वालो को एवं फुटपाथ पर दुकान चलाने वालो को हस्त निर्मित कॉटन के मास्क वितरित किए गए। यह मास्क धुलकर बार बार पहने जा सकते हैं। इस मास्क की खास बात यह है कि आशा वेलफेयर फाउंडेशन द्वारा चलाए जा रहे निराश्रित महिलाओं को रोजगार देने के उद्देश्य से ही यह मास्क उन्ही निराश्रित महिलाओं से बनवाए गए हैं। मास्क वितरण मुहिम का यह दूसरा चरण है।
अनाथों के नाथ हैं अच्युत सामंत, देवदूत बन कर रहें कोरोना पीड़ितों की सेवा
अनाथों के नाथ हैं अच्युत सामंत, देवदूत बन फ्री में दे रहें शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं
जिस कोरोना काल के शुरु होते भारत के तमाम नेता अपने—अपने आवास में दुबुक के बैठ के गये थे और अभी तक अपने घरों से निकलने में डर रहे हैं, उस महामारी से बेखौफ होकर डॉ. सामंत एक कोरोना योद्धा की तरह अपने संस्थान के बच्चों और आम जनता से लेकर प्रशासन तक की हर संभव मदद करते नजर आ रहे हैं। पिछले 6 महीनों के भीतर उन्होंने अपनी ओर से ओडिशा सरकार का समर्थन प्राप्त करते हुए चार-चार कोविद-19 अस्पताल खोले हैं।
घर—घर पहुंचाई पुस्तकें और अनाज
वेबिनार में गांधी के विचारों पर रखे शिक्षकों ने विचार
शिकोहाबाद/फिरोजाबाद,जन सामना। नगर के पालीवाल महाविद्यालय में जंतु विज्ञान विभाग के अध्यक्ष के संयोजन से दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। जिसका विषय गांधी की विचारधारा तथा समकालीन विचारकों का पर्यावरण पर चिंतन था। बेबीनार के संरक्षक डा. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा के कुलपति प्रोफेसर अशोक मित्तल थे। रिसोर्स पर्सन अथवा नेशनल तथा इंटरनेशनल स्पीकर्स के रूप में यूएसए की मेगन टकर, इंडोनेशिया की डा. गुसबरनी अनवर, मलेशिया के डा संदीप पोद्दार तथा बांग्लादेश के डा. बी के चक्रवर्ती के अलावा आगरा विश्वविद्यालय आगरा तथा रोहिलखंड विश्वविद्यालय बरेली के पूर्व कुलपति प्रोफेसर मोहम्मद मुजम्मिल तथा कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल के प्रोफेसर के एस राणा मुख्य अतिथि के तौर पर शमिल थे। नेशनल स्पीकर मदुरई कामराज विश्वविद्यालय चेन्नई के प्रोफेसर एस कन्नन ने गांधी जी के विचारों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गांधी जी ने सत्य अहिंसा का जो विचार रखा वह आज भी प्रासंगिक है। उन्होने अहिंसा के मार्ग पर चलकर देश की आजादी में बडा योगदान दिया।
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