हमीरपुर, अंशुल साहू। बुंदेलखंड ब्लड बैंक समिति के अध्यक्ष अशोक निषाद (गुरु) ने बताया कि बुंदेलखंड ब्लड बैंक समिति की सदस्य गरिमा ओमर जिला समन्वयक महिला शक्ति केंद्र, निवासी छानी हमीरपुर ने पहली बार रक्तदान करते हुए बी पॉजिटिव 70 ग्राम ब्लड डोनेट एक माह की मासूम बच्ची की जान बचाई। उन्होंने बताया कि (बेबी) सनाबनो पति इकबाल निवासी बरीपाल जिला कानपुर अबोध बालिका का वजन 1.2 किग्रा है। बच्ची का जन्म 6 माह 13 दिन में ही हो गया है। हीमोग्लोबिन की मात्रा 8.2 एचबी है। परिजनों का ब्लड ग्रुप मैच न होने के कारण काफी परेशान थे। ब्लड बैंक में बी पॅजिटिव ब्लड तो मौजूद था पर डॉक्टरों ने ताजे हीमोग्लोबिन की मांग की थी, जिससे प्लेटलेट्स की कमी पूरी हो सके। इस संकट में पीड़ित परिवार की मदद के लिए आयीं बुंदेलखंड ब्लड बैंक समिति की सक्रिय सदस्य गरिमा ओमर जी ने ब्लड डोनेट कर मासूम बच्ची को जीवनदान दिया। आपके इस सराहनीय कार्य से समिति आप को ह्रदय से आभार व्यक्त करती हैं तथा ब्लड डोनेट करते समय सहयोगी मित्र पंकज द्विवेदी भी मौजूद रहे।
Read More »टीबी सभागार में डॉक्टरों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण हुआ शुरू
हमीरपुर, अंशुल साहू। जनपद के कोविड-19 अस्पतालों में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए भर्ती किए गए ,दस डॉक्टरों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण कल मंगलवार से टीबी सभागार में शुरू हो गया। प्रशिक्षण के पहले दिन डॉक्टरों को कोरोना संक्रमित मरीज के इलाज और उसे लेकर बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। जनपद में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या इस वक्त एक हजार के आसपास पहुंच रही है, जबकि ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में भी तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है। संक्रमण पर लगाम लगाने को लेकर मेडिकल और पैरा मेडिकल स्टाफ की भर्ती हुई थी। इसके तहत दस डॉक्टरों की भर्ती हुई थी। हालांकि पैरा मेडिकल स्टाफ की भर्ती प्रक्रिया पर अभी रोक लगी हुई है। भर्ती किए गए दस डॉक्टरों ने ज्वाइन भी कर लिया है। अब इन्हें कोरोना मरीजों के इलाज के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसके लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण टीबी सभागार में शुरू किया गया। प्रशिक्षण के पहले दिन कल अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रामअवतार ने कोरोना मरीजों के इलाज में बरती जाने वाली सावधानियों के विषय में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कोविड सेंटर में भर्ती होने वाले मरीजों का उपचार करते समय खुद को भी बचाकर रखना चुनौती है। इसलिए लापरवाही और हड़बड़ाहट में कोई काम न करें। अपने सीनियर डॉक्टर से सीखते रहे। कोविड सेंटर में तीन तरह के टेस्ट ट्रूनेट, रैपिड एंटीजन और आरटीपीसीआर से पॉजिटिव मिलने वाले मरीजों को भर्ती किया जाता है। कुछ मरीज गंभीर हो सकते हैं, जिन्हें उच्च श्रेणी के हॉस्पिटल के लिए रेफर किया जाता है। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.अनूप निगम ने कहा कि कोविड सेंटर में सभी मरीजों को ट्रिपल लेयर मास्क में रखें। एक बेड के बाद दूसरे बेड के बीच में एक मीटर की दूरी रखें। उन्होंने बताया कि मरीज के तीमारदार हेल्प डेस्क तक आ सकते है। वहीं से उनकी मरीज से वार्ता उचित दूरी के साथ कराई जा सकती है। सुबह दस बजे से दिन के एक बजे तक ही तीमारदार मरीज से मिल सकता है। इसी समय में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर फोन से मरीज के परिजनों को उसके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देंगे। यही शासन की गाइडलाइन है। डॉ.निगम ने बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट, पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मल स्क्रीनिंग, पीपीई किट, ऑक्सीजन लगाने आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी। प्रशिक्षण में जिला महिला अस्पताल के नवजात शिशु एवं बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. आशुतोष निरंजन ने भी जानकारी दी।
Read More »दो साल की हुई आयुष्मान, गरीब मरीजों को मिला लाभ
हमीरपुर, अंशुल साहू। आयुष्मान भारत योजना ने 23 सितंबर को दो साल का सफर तय कर लिया। इस दौरान योजना कमजोर वर्ग के लिए संजीवनी साबित हुई। कोरोना संक्रमण काल में योजना इलाज से वंचित होने की कगार पर पहुंचने वाले कमजोर वर्ग के मरीजों के खूब काम आई। लॉकडाउन के बाद से बदली परिस्थितियों में अब तक 184 से अधिक कार्डधारकों को उपचार मिल चुका है। जिससे इन्हें नया जीवन मिला है। आयुष्मान भारत के नोडल अधिकारी डॉ.पीके सिंह ने बताया कि 23 सितंबर 2018 को आयुष्मान भारत योजना शुरू हुई थी। जिसके आज दो साल पूरे हो गए। इस योजना से गंभीर बीमारियों से जूझने वाले लाभार्थियों को मुफ्त उपचार की सुविधा उपलब्ध है। यह योजना गरीबों के लिए वरदान साबित हुई है। कोरोना काल में जनपद में 184 कमजोर वर्ग के परिवारों को निरूशुल्क इलाज का लाभ मिला है। डॉ.सिंह ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों की सूची शासन से मिली थी। जिसके बाद आशाओं के माध्यम से गांव-गांव जाकर एवं आरोग्य मित्रों द्वारा प्रवासी मजदूरों के आयुष्मान योजना के कार्ड एक्टिवेट कराए गए। इससे कई मजदूरों को इलाज में सुविधा मिली। उन्होंने प्रवासी मजदूर अपना गोल्डन कार्ड जल्द से जल्द बनवाने की सलाह दी है। आयुष्मान योजना रू जनपद पर एक नजर- कुल लाभार्थियों की संख्या- 431480, अब तक बनाए गए गोल्डन कार्ड- 64541 (83,167 परिवारों के सापेक्ष), अब तक कुल परिवारों को जारी हुए कार्ड- 26012, दो सालों में योजना का लाभ लेकर इलाज कराने वाले लाभार्थी- 1418। खास बात तो यह है कि जनपद में 10 राजकीय और 3 प्राइवेट अस्पतालों में योजना के तहत इलाज की सुविधा उपलब्ध है। अब तक इस योजना से सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों को 1.46 करोड़ के क्लेम का भुगतान किया जा चुका है।
इलाज के अभाव में भटकने वालों को मिली मदद
भरुआ सुमेरपुर ब्लाक के चंदौखी गांव निवासी भिखुआ को यूरोलॉजी का ऑपरेशन होना था। कोरोना की वजह से इलाज में दिक्कत आई। लेकिन जानकारी के अभाव में भिखुआ का पुत्र अमित भटकता रहा। बाद में उसने योजना के डीआईएसएम गौरव निगम से मिलकर मदद मांगी। जिसके बाद आयुष्मान भारत की टीम ने भिखुआ की जिला अस्पताल में कोरोना की जांच करवाते हुए, उसके इलाज में मदद की। कानपुर के कृष्णा हॉस्पिटल में जुलाई माह में भिखुआ का यूरोलॉजी का आपरेशन हुआ। जहां प्राइवेट में 40 से 50 हजार रुपए का खर्चा बताया जा रहा था, वहां भिखुआ का इलाज निरूशुल्क हो गया। अब वो पूरी तरह से स्वस्थ है। इसी तरह जयदेवी (46) निवासी कबरई का 7 जून, बल्देव प्रसाद (38) निवासी मकरांव, श्रीमती सुदामा (40। पत्नी छोटेलाल निवासी टेढ़ा, लीलावती (34) पत्नी जयप्रकाश निवासी राठ को भी कोरोना काल में आयुष्मान योजना से मुफ्त इलाज मिला।
गौशालाओं में असंतोषजनक कार्य पाये जाने पर डीएम ने जताई कड़ी नाराजगी
हमीरपुर, अंशुल साहू। अन्ना गौवंशों के संरक्षण, संवर्धन व भरण पोषण के संबंध में जिला स्तरीय समिति की बैठक जिलाधिकारी डॉ ज्ञानेश्वर त्रिपाठी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई। इतना अधिक समय व्यतीत हो जाने के बावजूद जनपद की सभी गौशालाओं से अभी तक कँटीले तार की फिनिशिंग को हटाकर उसके स्थान पर नेट फिनिशिंग न कराने पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए, सभी बीडीओ का वेतन रोकने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शत-प्रतिशत गौशालाओं से कँटीले तार को हटाकर उनके स्थान पर नेट फिनिशिंग ही कि जाये। इसके 100 प्रतिशत कार्य करने के पश्चात उसका सत्यापन करने के बाद ही बीडीओ का वेतन आहरित किया जाएगा। इसी प्रकार गौशालाओं के पर्यवेक्षण का कार्य ठीक ढंग से न करने पर जिलाधिकारी ने सभी पशु चिकित्सा अधिकारियों का वेतन रोकने के निर्देश दिए।
Read More »बेटी पढ़ाओ के अंतर्गत की जाने वाली गतिविधियों का हो प्रचार-प्रसार
हमीरपुर, अंशुल साहू। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के संबंध में जिला टास्क फोर्स की बैठक जिलाधिकारी डॉ ज्ञानेश्वर त्रिपाठी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का होर्डिंग, विज्ञापन, पंपलेट वॉल पेंटिंग, बल्क एसएमएस, निबंध प्रतियोगिता, स्टीकर, टीवी चैनल, सेमिनार/संगोष्ठी तथा अन्य माध्यमों से वृहद स्तर पर प्रचार प्रसार कर कन्या भ्रूण हत्या के बारे में हतोत्साहित किया जाए। बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु एवं लड़का लड़की के भेदभाव को खत्म करने हेतु लोगों को प्रोत्साहित किया जाए। इस हेतु 11 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाए। बेटी पढ़ाओ के अंतर्गत की जाने वाली गतिविधियों का सोशल मीडिया के माध्यम से भी बृहद स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाए। बेटियों पर आधारित सफलता की कहानी प्रचारित की जाये। व निबंध प्रतियोगिता आदि आयोजित की जाएं। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में होने वाले अंतर्विभागीय पत्राचारो में तथा विज्ञापनों में भी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ संबंधी स्लोगन आदि लिखे जाएं।
Read More »जिलाधिकारी ने गौशाला का किया निरीक्षण
कौशाम्बी, जन सामना। कौशाम्बी जिले में लगातार गौशाला में हो रही लापरवाही के कारण गायों की मौत एवं चिकित्सा में लापरवाही को देखते हुए जिलाधिकारी अमित कुमार सिंह बुधवार को काला विभाग के त्रिलोकपुर में बने अस्थाई गौ संरक्षण केंद्र का किया निरीक्षण। निरीक्षण में अस्थाई गांव संरक्षण केंद्र पर की गई व्यवस्थाओं में कमियां पाए जाने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कमियों को तत्काल पूर्ण कराए जाने का निर्देश दिया है। उन्होंने जलजमाव वाले स्थान पर मिट्टी या डलवाने के साथ.साथ ईट बिछुआ ने एवं भूसे की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता बनाए रखने का निर्देश दिया है। जिलाधिकारी ने कहा कि गौ संरक्षण केंद्र में साफ सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित रखने एवं पशुओं के लिए हरे चारे को लगवाए जाने का निर्देश दिया है। उन्होंने गोवंश को साफ सुथरा रखने का एवं बीमार पशुओं का इलाज तत्काल कराए जाने का भी निर्देश दिया है उन्होंने गौ संरक्षण केंद्र के चारों तरफ छायादार वृक्ष लगवाए जाने का निर्देश दिया है इस अवसर पर पशु मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ पी वी पाठक खंड विकास अधिकारी श्रीमती श्वेता सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
Read More »मण्डलायुक्त ने स्मार्ट सिटी के तहत कराये जा रहे, विकास कार्यो की समीक्षा
कानपुर, जन सामना। मण्डलायुक्त डा0 राज शेखर ने आज नगर निगम के इन्टीग्रटेड कमान्ड सेन्टर में कानपुर स्मार्ट सिटी लि0 द्वारा कानपुर नगर में स्मार्ट सिटी के तहत कराये जा रहे विभिन्न विकास कार्यो की समीक्षा की। उन्होंने इस मौके पर कहा कि स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत जो भी लम्बित कार्य है उन्हें समयबद्ध रूप से गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरा किया जाये। उन्होंने कहा कि कानपुर स्मार्ट सिटी लि0 से संबंधित बोर्ड की बैठक प्रत्येक माह बुलाई जाये व कार्य सूची बनाकर प्रस्तावित विकास कार्यो में गति लायी जाये। अति महत्वपूर्ण कार्य योजनाओ को चिन्हित करते हुए तेजी से कार्य कराये जाये।नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी को निर्देशित किया, कि वह कानपुर स्मार्ट सिटी लि0 के तहत लम्बित कार्यो की सूची एवं कब तक कार्य पूरे होगे इसका पूरा विवरण उपलब्ध कराया जाये, साथ ही उपलब्ध सूचना में यह भी दर्शाया जाये कि प्रोजेक्ट कब शुरु हुआ एवं कार्य समाप्ति की तिथि क्या थी। उन्होंने प्रोजेक्ट को पूरा करने में आ रही, समस्याओं का भी उल्लेख करने के निर्देश दिये है। साथ ही बडी कार्य योजनाओं को चिन्हित करते हुए प्राथमिकता के आधार पर तेजी से कार्य कराने के निर्देश दिये।
Read More »मण्डलायुक्त ने युनाइटेड हाॅस्पिटल पहुंचकर व्यवस्थाओं का लिया जायजा
प्रयागराज, जन सामना। मण्डलायुक्त आर. रमेश कुमार बुधवार को कोविड.19 के रूप में चयनित किए गए युनाइटेड हाॅस्पिटल पहुंचकर वहां भर्ती मरीजों की स्थिति एवं की गयी व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। युनाइटेड हाॅस्पिटल के निदेशक डाॅ प्रमोद कुमार ने बताया कि वर्तमान समय में आईसीयू में कोविड के कुल 37 मरीज भर्ती है। अस्पताल में कुल 200 बेडों की व्यवस्था है, जिसमें से वर्तमान समय में 48 बेड़ आईसीयू के है। मण्डलायुक्त ने अस्पताल में आईसीयू बेड़ों की संख्या को और बढ़ाये जाने के निर्देश दिये है, साथ ही साथ यह भी कहा कि प्रत्येक बेड़ के लिए निर्धारित मानक के अनुसार चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टाफ की व्यवस्था रहे। उन्होंने कोविड मरीजों के लिए निर्धारित मानकों के अनुसार सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित रखने के निर्देश दिये है। मण्डलायुक्त ने अस्पताल में प्रतिदिन कितने मरीज वेंटीलेटर पर रहते हैए कितने मरीज ऑक्सीजन पर रहते है, और प्रति दिन कुल कितने कोविड मरीज अस्पताल में भर्ती रहते है। इसकी सूचना प्रतिदिन प्रेषित करने के लिए कहा है। मण्डलायुक्त ने कहा कि प्राइवेट अस्पताल के लिए कोविड मरीजों हेतु जो रेट निर्धारित किया गया हैए मरीजों से वही लिया जाये। इसका कड़ाई से अनुपालन हो। मण्डलायुक्त ने मरीजों को रेफर करने के बारे में कहा कि यदि मरीज को एल.3 या अन्य किसी बड़े सेंटर पर रेफर करने की आवश्यकता प्रतीत हो, तो ऐसे मरीज को समय से रेफर कर दिया जाये। उन्होंने कहा कि किसी भी दशा में मरीज की स्थिति को गम्भीर न होने दिया जाये। उससे पहले ही मरीज को रेफर कर दिया जाये। मण्डलायुक्त ने कहा कि अस्पताल में भर्ती मरीजों को किसी भी प्रकार की परेशानी न होे और उनके परिजनों को नियमित रूप से मरीजों की स्थिति के बारे में जानकारी उपलब्ध करायी जाती रहे। अस्पताल में वेंटीलेटर ऑक्सीजन व अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित रहे, और मरीजों की देखभाल में कोई कमी न हो। इस अवसर पर अपर आयुक्त,भगवान शरण, अपर निदेशक स्वास्थ्य सहित अस्पताल के अन्य चिकित्सकगण उपस्थित रहे।
Read More »ग्राम प्रधान अपनी ग्राम सभाओं में पराली न जलाने के लिए लोगो को करें जागरूक
प्रयागराज, जन सामना। जिलाधिकारी भानु चन्द्र गोस्वामी ने ग्राम प्रधानों से कहा है कि वर्तमान खरीफ सत्र में बोई गयी धान-गन्ना फसलों की कटाई से पूर्व ही यह सुनिश्चित कर ले, कि आपके ग्राम पंचायत के विभिन्न राजस्व ग्रामों में इन फसलों के फसल अवशेष न जलाये जाये। जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधानों से कहा है, कि वे अपनी ग्राम पंचायत के सभी राजस्व ग्रामों में ग्राम पंचायत सदस्यों की साधारण बैठक 30 सितम्बर 2020 तक अनिवार्य रूप से कर ले। बैठक में ग्राम पंचायत के जन.साधारण को फसल अवशेष न जलाये जाने हेतु जागरूक करे, तथा अवशेष जलाये जाने से भूमि पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव की जानकारी भी लोगो को दें। लोगो को यह भी अवगत कराये, कि यदि उनके द्वारा इस तरह का आपराधिक कृत्य किया जाता है तो सम्बन्धित के विरूद्ध क्षतिपूर्ति की वसूली, कारावास एवं अर्थदण्ड से दण्डित किया जायेगा। उन्होंने कृषि विभाग के प्राविधिक सहायक ग्रुप.सी आत्मा योजनान्तर्गत संविदा पर कार्यरत बी,टी.एम, ए.टी.एम. गन्ना विभाग के गन्ना पर्यवेक्षक, राजस्व विभाग के लेखपाल व पंचायती राज के ग्राम पंचायत अधिकारी को आमंत्रित किये जाने के लिए कहा है। सभी ग्राम स्तरीय लोक सेवक बैठक में उपस्थित ग्राम सभा के सभी सदस्यों को पराली जलाये जाने से होने वाले प्रदूषण, भूमि पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव की जानकारी दे। उन्होंने ग्राम पंचायत के इसी स्थल पर फसल अवशेष जलाये जाने के अपराध में सम्बन्धित व्यक्ति के विरूद्ध क्षतिपूर्ति की वसूली, कारावास एवं अर्थदण्ड से दण्डित किये जाने के प्रावधानों का विवरण पंचायत कर व्यय से दीवार पर पेन्ट कराने के लिए कहा हैए जिससे कि ग्राम पंचायत के सभी सदस्य विधिक प्रावधानों से अवगत हो सके।
राष्ट्रीय हरित न्याधिकरण की धारा 24 एवं 26 के अन्तर्गत खेत में फसल अवशेष जलाया जाना एक दण्डनीय अपराध है। पर्यावरण क्षतिपूर्ति हेतु दण्ड के प्रावधान के अनुसार 02 एकड़ से कम क्षेत्र के लिए 2500 रू प्रति घटना, 02 एकड़ से 05 एकड़ क्षेत्र के लिए 5000 रू प्रति घटना 05 एकड़ से अधिक क्षेत्र के लिए 15000 रू प्रति घटना अपराध की पुनरावृत्ति करने पर कारावास एवं अर्थदण्ड से दण्डित किया जायेगा। जिलाधिकारी ने यह भी कहा है कि इसके बावजूद यदि ग्राम पंचायत के किसी व्यक्ति के द्वारा फसल अवशेष जलाये जाने की घटना को घटित किया जाता है तो ग्राम प्रधान का उत्तरदायित्व होगा कि आप सम्बन्धित लेखपाल को सम्बन्धित व्यक्ति के विरूद्ध लिखित में अवगत करायेगें। राजस्व लेखपाल का दायित्व होगा कि वह सम्बन्धित थाने में अपराध करने वाले व्यक्ति के विरूद्ध प्राथमिकी अंकित कराये तथा क्षतिपूर्ति की वसूली हेतु अपने स्तर से सम्बन्धित तहसीलदार/उप जिलाधिकारी को लिखित में सूचित करेंगें। फसल अवशेष जलाये जाने की घटना घटित होने पर यदि ग्राम प्रधान द्वारा घटना को छिपाया जाता है। उच्चाधिकारियों को अवगत कराये जाने में शिथिलता अपनायी जाती है, तो यह अवधारित किया जायेगा कि फसल अवशेष जलाये जाने की घटना का अपराध करने वाले व्यक्ति के साथ सम्बन्धित ग्राम प्रधान की दुरभि.सन्धि व संलिप्तता है। तदोपरान्त बाध्य होकर सम्बन्धित ग्राम प्रधान का भी उत्तरदायित्व निर्धारित कर अपराध में सह.अभियुक्त बनाते हुए दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी। जिलाधिकारी ने कहा कि जन प्रतिनिधि होने के फलस्वरूप उपरोक्त आपराधिक कृत्य को रोकने हेतु मा0 राष्ट्रीय हरित न्याधिकरण द्वारा निर्धारित की गयी प्रकिया में ग्राम प्रधानगण आवश्यक सहयोग प्रदान करेें।
दो मंजिला मकान धराशायी, एनडीआरएफ की टीम ने किया राहत बचाव कार्य
प्रयागराज, जन सामना। कोतवाली शाहगंज के समीप 22 सितंबर की रात लगभग 11ः30 बजे एक 02 मंजिला जर्जर मकान की छत का एक हिस्सा गिरने से मलबे में एक 15 वर्षीय बालिका जेबा परवीन पुत्री मोहम्मद उमर मलबे के नीचे दब गई। सूचना मिलते ही प्रशासन व पुलिस मौके पर पहुंच गई लेकिन बालिका के बहुत ही सकरी और तंग जगह पर मलबे में दबे होने के कारण अपर जिलाधिकारी द्वारा एनडीआरएफ टीम को घटना की जानकारी देते हुए, बचाव कार्य हेतु बुलाया गया। निरीक्षक जगदीश राणा के नेतृत्व में 20 सदस्यीय एनडीआरएफ की एक टीम सभी बचाव उपकरणों के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर राहत बचाव कार्य शुरू किया। प्रारम्भ में एनडीआरएफ टीम के रेस्क्युर्स ने बहुत ही तंग और संकरी जगह में दबी हुई, बालिका तक पहुंच बनाई और मलबे को बहुत ही सावधानी के साथ घायल के ऊपर से हटाना शुरू किया। अस्थिर मकान के अन्य हिस्सों को ध्यान में रखते हुए पूरी सावधानी के साथ एनडीआरएफ टीम ने कुछ ही समय में बालिका को मलबे से बाहर निकाल लिया और उसे स्थानीय पुलिस को सुपुर्द कर दिया, जिसे एसआरएन हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
Read More »