सासनी/हाथरस, जन सामना संवाददाता। चीन से उछलकर भारत में दस्तक देने वाले विस्फोटक टच वायरस कोरोना से पूरी दुनियां आहत है। वहीं सरकार ने लाॅक डाउन कर देश में लाखों लोगों को असमय काल के गाल में जाने से बचाया है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लाॅक डाउन कर आपात स्थिति को लागू कर वायरस पर काफी हद तक कंट्रोल कराया है। लाॅक डाउन या हाॅटस्पाॅट स्थिति से लोगों को परेशानी तो हुई मगर असमय काल के गाल में जाने के खतरे से बचना सहायक हुआ है। वहीं अनलाॅक-1 के तहत कोतवाली परिसर में धार्मिक स्थलों और ढाबा तथा होटल रेस्टोरेंट आदि को लेकर एसडीएम ने धर्मगुरूओं तथा ढाबा एवं होटल संचालकों के साथ एक आवश्यक बैठक आहूत कर उन्हें कोरोना से बचने के उपाय और सोशल डिस्टेंस के बारे में जानकारी दी।
Read More »अब रोजाना वक़्त की आवाज रेडियो स्टेशन में सुनिए कोरोना गाथा
देश में शीघ्र बने पत्रकार सुरक्षा कानून:- शास्त्री
मीडिया काउंसिल एवं मीडिया कमीशन बनाए सरकार
ऑल इंडिया प्रेस रिपोर्टर वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ पत्रकार आचार्य श्रीकांत शास्त्री ने पत्रकारों के लिए पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की मांग उठाई शास्त्री जी ने कहा कि पत्रकारों की सुरक्षा के लिए एसोसिएशन लंबे समय से मांग उठाता चला आ रहा है। उन्होंने कहा कि मीडियाकर्मियों की सुरक्षा के लिए जर्नलिस्ट्स प्रोटेक्शन एक्ट बनाने की मांग को देशभर में दौरा करके और तेज किया जाएगा और साथ ही देश भर में मीडियाकर्मियों की सुरक्षा आदि के लिए मीडिया काउंसिल व मीडिया कमीशन का गठन की मांग को लेकर एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल जल्द ही भारत सरकार को ज्ञापन सौपेगा।
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि एसोसिएशन के देश व प्रदेश एवं जिलों के पदाधिकारी अपने-अपने जनपदों में हर जनप्रतिनिधियों से पत्रकार सुरक्षा कानून और काउंसिल व कमीशन के गठन की मांग को लेकर भारत सरकार को पत्र लिखवाकर सबको एक साथ ज्ञापन के रूप में सौंपा जाएगा। एसोसिएशन पत्रकारों के विभिन्न समस्याओं को लेकर जरिए रजिस्ट्री आदि के माध्यम से सरकार से मांग करता चला आ रहा है।
साथ ही श्री शास्त्री ने कहा है कि पत्रकारों पर किसी भी प्रकार का उत्पीड़न बहुत ही निंदनीय है और चौथे स्तंभ को कमजोर करने की बहुत बड़ी साजिश है।
कच्ची बस्ती अंजान शहर न कोई माई न कोई बाप
कानपुर नगर, अर्पण कश्यप। शहर जहाॅ लोग दूर दराज से रोजी रोटी कमाने आये थे पर जरूरतों ने वापस न जाने दिया। जिन्होने तह जिन्दगी अपने परिवार से दूर एक अलग दुुनिया बसा ली और शहर में छोटे स्तर पर काम काज को अपनी दिनचर्या बना ली और अपनी एक अलग दुनिया बनाई जिसे आम शहरी जन कच्ची बस्ती मढैया व मलिन बस्ती के नाम से जानते हैं। जो कि छोटे मोटे धंधे कर लोगों तक जरूरत की चीजे बेच कर अपनी जीविका चलाते हैं। पर क्या क्षेत्रीय नेता या अधिकारी इन्हे मुंह लगाते हैं। नहीं बल्कि ये इनका शोषण करते अवैध रूप से रहने के कारण ये लोग मूलभूत सुविधाओं से इनका दूर दूर तक कोई लेना देना नहीं होता हैं। फिर भी ये जिन्दगी बसर करते हैं। कानपुर के बर्रा क्षेत्र में ऐसे अनगिनत परिवार रहते हैं। जो सरकार के वोटर तो हैं।
Read More »बारा देवी मंदिर को किया गया सैनिटाइज
कानपुर नगर, धर्मेन्द्र रावत। कोरोना महामारी और लॉकडाउन के चलते करीब 75 दिन से बंद कानपुर के दक्षिण में स्थित बारा देवी मंदिर को किया गया सैनिटाइज मंदिर में प्रसाद वितरण नहीं होगा, सभाओं पर जारी रहेगा प्रतिबंध, मूर्ति या पवित्र ग्रंथ को छूने की नहीं होगी अनुमति सोशल डिस्टेंसिंग, फेस कवर लगा कर आना अनिवार्य, मंदिर में प्रवेश से पहले सैनिटाइजर का प्रयोग और इंफ्रारेड थर्मा मीटर से स्कैनिंग करानी होगी। जिनमे कोरोना के किसी तरह के लक्षण मिलते हैं उन्हें प्रवेश नहीं दिया जाएगा। धार्मिक स्थलों में प्रवेश और निकास की व्यवस्था अलग-अलग द्वार से की जाएगी। रिकार्डेड भक्ति संगीत और गाने बजाए नहीं जा सकते हैं। परिसर में शौचालयों और हाथ पैर धोने के स्थानों पर स्वच्छता के विशेष प्रबंध किये गये मंदिरों में सेनेटाइजर का प्रयोग करने की व्यवस्था की जा रही है। इसके बाद ही मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा है। ताकि मंदिर परिसर कोरोना वायरस का वाहक न बन सके।
Read More »कोतवाली के अंदर बिना मास्क के कार्य करते लोग, पुलिस बनी मूकदर्शक
शिवली/कानपुर देहात, जन सामना संवाददाता। जहाँ एक ओर सरकार कोरोना को लेकर ठोस कदम उठा रही है वही शिवली कोतवाली के अंदर कराए जा रहे निर्माण कार्य एवं परिसर की सफाई में बिना मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन किया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक के निर्देश के बाद भी कोतवाली परिसर में लोग बिना सोशल डिस्टेंसिंग के कार्य करते देखे गए वही किसी ने मास्क का इस्तेमाल करना उचित नही समझा। दूसरों को नियम का पाठ पढ़ाने वाले खुद ही नियमो की धज्जियां उड़वाते देखे जा रहे जबकि सरकार ने गाइडलाइन में साफ तौर पर मास्क पहनना ओर सोशल डिस्टेंसिंग रखने के लिए अपील कर रही है। वही कोतवाली शिवली में नियमो को धता बताकर जान जोखिम में डलवाकर कार्य को कराया जा रहा है। आखिर किसी को किसी तरह की समस्या होती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा ये सवाल खड़ा हो गया है कि इतनी बड़ी चूक आखिर क्यों कि जा रही इसका जिम्मेदार कौन है?
Read More »पुलिस व पत्रकार ने रक्तदान कर लोगों को दिया संदेश
कानपुर नगर, अर्पण कश्यप। लाकॅडाउन के चलते शहर में रक्तदान करने वालों की कमी हो गयी व तमाम संस्थाएं कोरोना के चलते रक्तदान शिविर नहीं लगा पा रही हैं। जिससे शहर के अस्पतालों में रक्त की कमी हो गयी हैं। जिसको देखते हुये कानपुर की ब्लड डोनेट करने वाली सबसे बडी संस्था संकल्प सेवा समिति ने लोगों को जागरूक कर रक्तदान करने के लिये लोगों को जागरूक किया। जिसके बाद बहुत से सामाजिक लोग आगे आये आज बर्रा थाना क्षेत्र के जनता नगर चौकी क्षेत्र में स्थित गेस्ट हाउस में संस्था द्वारा रक्तदान शिविर आयोजन किया गया। जिसमे मुख्य रूप से जनता नगर चौकी प्रभारी राजेश कुमार व पत्रकार सोनू शर्मा द्वारा रक्तदान किया गया। संस्था के अध्यक्ष संतोष सिंह ने बताया की ये उनका 30वां रक्तदान शिविर हैं। हर बार की तरह इस बार भी लोगों ने बढ़ चढ कर रक्तदान किया हैं।
Read More »पैसो के लालच में बहू ने ससुर की चाकू मारकर की हत्या
कानपुर नगर, अर्पण कश्यप। धन लोभ के चलते बहू ने अपने ससुर कीे चाकू से गोद-गोद कर हत्या कर दी। सूचना पर पहुंची बिधनू पुलिस ने आरोपी महिला को हिरासत में ले लिया हैं। साथ ही शव को मेडिकल परिक्षण के लिये भेज दिया हैं।
मामला बिधनू नगवा के विश्रामपुर गाॅव का है जहाॅ आज सुबह हत्या की सूचना पर पुरे गाॅव में हड़कंप मच गया। घटना सुन कर हर किसी के जुबान पर इस कलयुगी बहू के लिये सिर्फ आह निकल रही थी। कृषक रामस्नेही(55) को उसकी छोटी बहू कामिनी पत्नी विजय ने चाकू से कई बार वार कर बेदर्दी से मार डाला जानकारी करने पर पता चला की मृतक रामस्नेही ने एक वर्ष पहले अपनी जमीन को 25लाख रूपये में बेंचा था। जमीन के पैसे रामस्नेही के खाते में ही जमा थे। जिसके बटवारे को लेकर कामिनी का झगड़ा आये दिन रामस्नेही से हुआ करता था। जबकी रामस्नेही का कहना था की वह इन रूपयों का बटवारा अपने बड़े बेटे के आने पर करेगा आपको बता दे की रामस्नेही का बड़ा बेटा अवैध शराब बेचने के आरोप में जेल में सजा काट रहा हैं।
उत्तर प्रदेश के गुणवत्तापूर्ण शिक्षक चयन में अराजक तत्वों का अड़ंगा
जैसा कि हम जानते हैं उत्तर प्रदेश की ६९००० शिक्षक भर्ती आज करीब दो सालों से किसी न किसी विवाद को लेकर अधर में लटकी हुई है। आज ट्विटर के ट्रेंड में यह मुद्दा जोर-शोर से उठ रहा है और कुछ नकारात्मक लोगों के बीच बहुतायत सकारात्मक जवाब भी देखने को मिल रहा है। आज जहाँ कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन ने बहुतों को बेरोजगार बना दिया ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार का बेरोजगारों को नौकरी देने का फैसला वैश्विक स्तर पर उत्तर प्रदेश सरकार के सकारात्मक दृष्टिकोण एक अहम चर्चा का विषय बन चुका है जिसकी मिसाल पूरी दुनिया में दी जा रही है। वहीं इस गुणवत्तापूर्ण भर्ती से नाखुश कुछ अराजक तत्व व चंदाखोरों की वजह से इस भर्ती में लगातार बाधा भी उत्पन्न की जा रही है जबकि भर्ती की पूरी प्रक्रिया नियमावली व न्यायालय के आदेशानुसार ही चल रही है।
भर्ती में असफल हुए छात्र तथा चंदाखोरों की मिलीभगत से इस ६९००० शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में गलत नियमावली का हवाला देते हुए सोशल मीडिया पर बेतुकी बयानबाजी व नोंक-झोंक देखने को मिल रही है। जबकि न्यायालय के आदेशानुसार ही जिला आवंटन सूची को जारी करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने काउंसलिंग की प्रक्रिया जैसे ही शुरू की कुछ अराजक तत्वों ने भर्ती पर फिर से स्टे लेकर भर्ती प्रक्रिया को रोक दिया। ऐसे में आप ही बताएं कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षक चयन करना गलत है क्या? जबकि शिक्षा ही मानव को असल मानव बनाने का कार्य करती है अगर हमारे पास योग्य शिक्षक ही नहीं होंगे तो एक सुदृढ़ व सुयोग्य समाज की स्थापना कैसे होगी।
डरिये मत, हर ब्रेन ट्यूमर कैंसर नहीं होता -डॉo सत्यवान सौरभ
विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस प्रतिवर्ष ‘8 जून’ को मनाया जाता है। विश्व भर में हर दिन एक लाख में से दस लोग ब्रेन ट्यूमर के कारण मरते हैं। ‘विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस’ वर्ष 2000 से प्रतिवर्ष 8 जून को मनाया जाता है। इस दिवस को सबसे पहले जर्मन ब्रेन ट्यूमर एसोसिएशन द्वारा मनाया गया था। यह ब्रेन ट्यूमर के बारे में लोगों के बीच शिक्षा और जन-जागरूकता प्रसारित करने वाला एक गैर लाभकारी संगठन है।
भारत में ब्रेन ट्यूमर की व्यापकता और प्रसार बढ़ता जा रहा है। कैंसर के अध्ययन के अनुसार, ब्रेन ट्यूमर लड़कियों में सामान्यत: पाया जाता है। हालांकि स्थितियों के बीच कुछ भिन्नता हो सकती है। भारत सरकार ने ब्रेन ट्यूमर की रोकथाम, स्क्रीनिंग, रोग का जल्दी पता लगाने, निदान और देखभाल उपचार प्रदान करने के लिए अनेक उद्देश्यों की पूर्ति के साथ ‘राष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण कार्यक्रम’ शुरुआत की है।