Saturday, November 30, 2024
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विवादित बयान देने वाले अधिवक्ता का पुतला फूंका

हाथरस, नीरज चक्रपाणि। सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण द्वारा हिन्दू समाज के आराध्य देव भगवान श्रीकृष्ण के प्रति अभद्र व धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली टिप्पणी से आहत हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं द्वारा आज सासनी गेट क्रांति चैक पर प्रशांत भूषण का पुतला फूंका गया। सासनी गेट क्रांति चैक पर आज हिन्दू युवा वाहिनी के सह मण्डल प्रभारी अनूप वार्ष्णेय के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने जहां वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण का पुतला फूंका वहीं अनूप वार्ष्णेय ने कहा कि विवादित बयान केवल सस्ती लोकप्रियता के लिए दिया गया है। 

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सुख की खोज में हमारी खुशी कहीं खो गई

dr neelam mahendraखुशी का कोई भौतिक स्वरूप नहीं है, वो एक भाव है जो दिखाई नहीं देता तो वो इन भौतिक चीजों में मिलती भी नहीं है। वह मिलती भी उन्हीं भावों में है जो दिखाई नहीं देते।
हमारी संस्कृति ने हमें शुरु से यह ही सिखाया है कि खुशी त्याग में है,सेवा में है, प्रेम में है मित्रता में है, लेने में नहीं देने में है, किसी रोते हुए को हँसाने में है, किसी भूखे को खाना खिलाने में है।
जो खुशी दोस्तों के साथ गली के नुक्कड़ पर खड़े होकर बातें करने में है वो अकेले माल में फर्स्ट डे फर्स्ट शो देखने में भी नहीं है।
ताजा ग्लोबल हैप्पीनैस इंडैक्स में 155 देशों की सूची में भारत 122 स्थान पर है। भारत जैसा देश जहाँ की आध्यात्मिक शक्ति के वशीभूत विश्व भर के लोग शांति की तलाश में खिंचे चले आते हैं , उस देश के लिए यह रिपोर्ट न सिर्फ चैकाने वाली है बल्कि अनेकों प्रश्नों की जनक भी है।
यह समय हम सभी के लिए आत्ममंथन का है कि सम्पूर्ण विश्व में जिस देश कि पहचान अपनी रंगीन संस्कृति और जिंदादिली के लिए है, जिसके ज्ञान का नूर सारे जहाँ को रोशन करता था आज खुद इस कदर बेनूर कैसे हो गया कि खुश रहना ही भूल गया?
आज हमारा देश विकास के पथ पर अग्रसर है, समाज के हर वर्ग का जीवन समृद्ध हो रहा है, स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर हुई हैं, भौतिक सुविधाएं अपनी श्रेष्ठता पर हैं, मानव ने विज्ञान के दम पर अपने शारीरिक श्रम और कम्प्यूटर के दम पर अपने मानसिक श्रम को बहुत कम कर दिया है तो फिर, ऐसा क्यों है कि सुख की खोज में हमारी खुशी खो गई? चैन की तलाश में मुस्कुराहट खो गई? क्यों हम समझ नहीं पाए कि यह आराम हम खरीद रहे हैं अपने सुकून की कीमत पर।

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डा. अम्बेडकर शोभायात्रा के लिये किया जनसम्पर्क

हाथरस, नीरज चक्रपाणि। डा. बी. आर. अम्बेडकर शोभायात्रा समिति के तत्वावधान में निकलने वाली 126 वीं शोभायात्रा के लिये समिति अध्यक्ष प्रिंस आजाद के नेतृत्व में ग्राम नगला मियां, गिजरौली, नगला बेरिया, नगला धनसिंह एवं सैल्फ कोचिंग सेन्टर नवीपुर खुर्द व विभव नगर में घर-घर जाकर 14 अप्रैल को निकलने वाली प्रभातफेरी में भाग लेने तथा 26 अप्रैल को निकलने वाली शोभायात्रा में बाबा साहब एवं तथागत बुद्ध व दलित समाज सुधारकों के योगदान, जीवन कृति और मिशन से ओतप्रोत आकर्षक झांकियां लेकर शोभायात्रा में अधिक से अधिक संख्या में भागीदारी करने की अपील की तो सभी ने सहयोग करने का आश्वासन दिया। 

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शहर के विकास कार्यो का मण्डलायुक्त ने किया निरीक्षण

2017.04.03. 4 ssp comisner 1कानपुर नगर, जन सामना ब्यूरो। नगर को अतिक्रमण बिहीन और जाम से मुक्ति दिलाने के लिये प्रशासन दृढ़ संकल्पित है। यदि कोई व्यक्ति बार बार अतिक्रमण करने का आदी हैं, तो उसे जिला बदर कर दिया जायेगा। नवीन मार्केट के व्यापारी यदि महसूस करते है कि निर्धारित विकास के अतिरिक्त अन्य विकास कराये जाये तो वह केडीए वीसी से बता कर करा सकते है। नवीन मार्केट में जो बिधुत पोल सड़क पर है उनको किनारे शिफ्ट करा दे।
उक्त निर्देश मण्डलायुक्त मो. इफ्तेकाहरुद्दीन ने नवीन मार्केट, सर्वोदय नगर माडल रोड, सिग्नेचर सिटी, बुटेनिकल गार्डन एवं परनिया नाला से कम्पनी बाग रोड निरीक्षण के समय दिये। उन्होंने वीसी केडीए एवं मुख्य अभियन्ता नगर निगम एवं पी डब्ल्यू डी को निर्देशित किया किउनके द्वारा कृत निर्माण कार्यो की गुणवत्त्ता होनी चाहिये, निर्माण कार्य समयबद्ध होना चाहिये,जहां भी स्थान हो वहां ग्रीन बेल्ट अवश्य विकसित करें। जनपद की सभी सड़के गढ्ढा मुक्त होनी चाहिए। शासन द्वारा विभिन्न विकास कार्यो के सम्बन्ध में जो भी आदेश प्राप्त हो वह सभी कार्य होना चाहिए। उन्होंने ने केडीए को निर्देशित किया कि नवीन मार्केट में दो समरसिबल पम्प भी लगवा दिया जाये।

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स्कूल में मधुमेह के साथ बच्चे पढ़ रहे हैं….!

2017.04.03. 3 ssp diobitic1कानपुर, जन सामना ब्यूरो। मधुमेह का प्रभाव बहुत बड़ा है, खासकर जब यह बचपन या किशोरावस्था में होता है। यह बच्चों और किशोरों में सबसे आम पुरानी बीमारीयों में से एक है। टाइप-1 मधुमेह होने पर सभी को शुरू से ही इंसुलिन की आवश्यकता होती है। इसके निदान व उपचार में किसी भी कारण से देरी की वजह से इंसुलिन की गंभीर कमी मधुमेह केटेाऐसिडोसिस के रूप मे बुलाया जाता है। जिसकी वजह से मौत भी हो सकती है।
इस बारे में कानपुर चिलड्रेन सेन्टर के डा0 रिषी शुक्ला, हेड चेंजिंग डायबिटिज ने कहा कि यदि समय पर निदान और ठीक से इलाज मिले तो टाइप-1 मधुमेह के बच्चों व व्यस्को को सामान्य व्यक्तियों की तरह ही जीवन में आगे बढ़ते हैं और सफल होते हैं। यह उचित समय है कि हम विशेष रूप से बच्चों में मधुमेह के प्रबंधन के लिए सामूहिक रूप से काम करते हैं। सबसे अच्छी बात यह है कि साधारण प्रयासों के द्वारा बहुत ही अच्छी तरह से काम कर सकते हैं। दीपक और सूर्य (नाम बदला हुआ) दो बच्चों में टाइप-1 मधुमेह का निदान किया गया जब वे 8-9 साल के थे। इन दो बच्चों के जीवन कहानी स्पष्ट रूप से माता-पिता, शिक्षक, समाज और स्वास्थ्य देखभाल की टीम के सामूहिक प्रयास के द्वारा बच्चो के जीवन के जीवन में एक बड़ा अंतर ला सकता है। बच्चे में टाइप-1 मधुमेह निदान न केवल बच्चे के लिए बल्कि पूरे परिवार के लिए एक बहुत बड़ा झटका है और तनाव लाता है। दीपन में टाइप-1 मधुमेह का निदान किया गया था, स्थिति अलग नहीं थी। माता-पिता को इस हद तक डर था कि वे स्कूल में अकेले दीपक को छोड़ने के लिए तैयार नहीं थे।

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शिक्षा के लिए चलाया जागरूकता अभियान

2017.04.03. 2 ssp jagruktaसरकारी अध्यापकों पर लगाये गए आरोप
बताया गया सरकारी सुविधाएं नही मिल रहीं
कानपुर, जन सामना संवाददाता। छावनी में मानवाधिकार सुरक्षा एवं संरक्षण आर्गनाईजशन के पदाधिकारियों द्वारा (गोलाघाट) गोलाघाट नई बस्ती (संजय नगर खलवा) संजय नगर खलवा रेलवे लाईन 72 न० बंगला एवं समस्त छावनी निवासियों को शिक्षा के लिए जागरूक करने हेतु अभियान चलाया गया। संस्था के राष्ट्रीय महामंत्री तपन अग्निहोत्री के नेत्रत्व में छावनी मीडिया प्रभारी जितेन्द्र बाल्मीक द्वारा गरीब, निर्धन बच्चों की शिक्षा के लिए बस्तियों में एक-एक घर जाकर निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जानकारी मिली कि वहाँ पर जो बच्चे स्कूल पढ़ने जाते हैं। भारत सरकार द्वारा चलाये जा रहे सर्व शिक्षा अभियान के तहत जो सुविधा मिलनी चाहिए। वहाँ पर वह सुविधा पढ़ने वाले बच्चों को नहीं मिल पा रही है। जैसे स्कूली ड्रेस, कापी, किताबें, मिड डे मील के नाम पर खानापूर्ति जरुर हो रही है। बच्चों को खाना आदि सुचारू रुप से नहीं मिल पा रहा है। बच्चों द्वारा यह भी जानकारी मिली कि बच्चें अपने घर से ही टिफिन बांधकर स्वयं लेकर आते हैं। छावनी निवासियों ने संस्था के पदाधिकारियों को जानकारी दी कि बच्चे पढ़ना चाहते हैं, और सरकार से मिलने वाली सुविधा से उच्च शिक्षा ग्रहण करना भी चाहते है। परन्तु इन सुविधाओं का लाभ न मिलने के कारण शिक्षा से वंचित रह जाते है। जानकारी मिलने से रोशनी गुप्ता व अन्य लड़कियां जो 12वीं की छात्रा है। उन्होंने अपनी आगे की पढ़ाई निर्धनता के कारण न कर पाने की भी जानकारी दी। जिस पर मानवाधिकार के पदाधिकारी राष्ट्रीय महामंत्री तपन अग्निहोत्री, कानपुर प्रभारी विनोद वर्मा ने आश्वासन दिया कि इन छात्रों को 12वीं पास हो जाने के बाद आगे की पढ़ाई का खर्च संस्था उठायेगी।

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योग विशेषज्ञ ने योगासन द्वारा दिए स्वस्थ्य रहने के दिये टिप्स

2017.04.03 03 ravijansaamnaयोग विशेषज्ञयों ने बाल योग, तितली योग फ्लाई, कपाल भारती सहित ज्ञान विज्ञान बुद्ध, डा0 अम्बेडकर व देव समाज के योगों व ज्ञान को भी बताया
आसान व साधारण योग क्रियाओं से भी स्वस्थ व निरोग रहा जा सकता है।
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। पंचकुला से पधारे योगाचार्य धर्म सिंह चैहान ने देवसमाज विद्यालय अकबरपुर में चल रहे 4 दिवसीय सत्संग समारोह में आमजन को योग से लाभ, महत्व, शिक्षा से बड़ा कोई धन नहीं है आदि की जानकारी देते हुए हर्षउल्लास के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। योग शिक्षा केन्द्र व प्रदेश सरकार के प्रमुख कार्यक्रमों में से एक है। इसके अपनाने से हमारा स्वास्थ ठीक रह सकता है। योग कार्यक्रम से निरोग रहने के साथ ही शरीर मन को संतुलित करने का माध्यम और मानवता, प्रेम, शांति एकता, सदभाव के भाव को जीवन में उतारा जा सकता है। योग को हम अपने दैनिक जीवन का हिस्सा मना सकते है। योग 21 जून को प्रतिवर्ष अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। पंचाब, हरियाणा, चण्डीगढ़ तथा उ0प्र0 के कई जनपदों पधारे देव समाज के अनुयायियों एवं श्रद्धालुओं ने संस्थापक देवसमाज की पावन जन्मस्थली पर निरन्तर आयोजित सत्संग, कीर्तन आदि द्वारा अपनी श्रद्धा को बढ़ाया। 

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तहसील दिवस 6 को अकबरपुर में, 18 अप्रैल को भोगनीपुर में

कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। जिला स्तरीय तहसील दिवस का आयोजन जिलाधिकारी कुमार रविकांत सिंह की अध्यक्षता में 6 अप्रैल को अकबरपुर तहसील में किया जायेगा। इसी दिन तहसील भोगनीपुर में अपर जिलाधिकारी प्रशासन व तहसील डेरापुर में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अमर पाल सिंह तहसील दिवस देखेंगे। 

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रामनवमी के पर्व पर अधिकारियों, जनप्रतिनिधियो ने दी बधाई

कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। रामनवमी के पर्व के अवसर पर जिलाधिकारी कुमार रविकांत सिंह, पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी ने जनपद वासियों को हार्दिक बधाई देते हुए सुख-समृद्धि की कामना की है। मुख्य विकास अधिकारी केके गुप्ता, एडीएम एफआर अमर पाल सिंह, एडीएम प्रशासन शिव शंकर गुप्ता, सहायक निदेशक सूचना प्रमोद कुमार ने भी रामनवमी के पर्व पर जनपद वासियों को हार्दिक बधाई दी है। 

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ग्राम प्रधान ने शौचालय बनवाने में किया भ्रष्टाचार

2017.04.03. 1 ssp shauchalay⇒शौचालय बनवाने में मानकों रखा गया ताक पर
⇒ग्राम विकास अधिकारी करता है उच्चाधिकारियों को गुमराह
⇒ग्रामीणों की मानें तो प्रधान देता धमकी कि कोई सरकारी योजना लाभ नहीं लेने दूंगा
कानपुर देहात, जन सामना संवाददाता। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की महत्वाकांक्षी योजना ‘स्वच्छ शौचालय’ योजना में भ्रष्टाचार की अमरवेल ने खूब रंग दिखाया है और ग्रामीण क्षेत्रों में प्रधानों की जेब भरने का एक अच्छा माध्यम ‘स्वच्छ शौचालय योजना’ बनती दिख रही है। इस योजना के तहत बनाये गए शौचालयों में मानकों के साथ पूरी निर्भीकता के साथ खूब खिलवाड़ किया गया है और इसमें ग्राम विकास अधिकारी ने भी पूरी सहभागिता करते हुए ऐसे शौचालयों को तैयार करवा कर उपयोग के लिए छोड़ दिए जो भविष्य में देश की जनता को उसी स्थान पर लाकर छोड़ देंगे जिससे बचाने के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी जी जी-जान से जुटे हैं। कहने का मतलब यह है कि जो शौचालय ग्रामीण क्षेत्र की जनता उपयोग कर रही है उनके दोनों टैंकों में मल प्रवाहित हो रहा है। कुछ वर्षों बाद जब दोनों टैंक एक साथ भर जायेंगे तो ऐसे में या तो शौचालयों का उपयोग बन्द करना पड़ेगा या टैंकों में एकत्र हुए मैले को बिना जैविक खाद के बने ही फेंकने की मजबूरी होगी। जबकि स्वच्छ शौचालय में दो टैंक इस लिए बनाये गए हैं कि पहले एक टैंक का उपयोग हो जब वह भर जाये तो दूसरा टैंक खोल दिया जाये और जब पहले वाले टैंक में एकत्र हुआ मल जैविक खाद का रूप ले ले तो उसे खेतिहर भूमि को उपजाऊ बनाने के काम में लाया जाये। लेकिन जागरूकता की कमी व ग्राम प्रधान की लापरवाही के चलते ग्रामीणों को शौचालय उपयोग की सही जानकारी नहीं दी गई है।

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