19 फरवरी को हो रहे मतदान का बहिष्कार करेंगे।
वर्षो से सरकार की उपेक्षा का दंश झेल रहे।
20000 की आबादी वाले गाँव के सभी ग्रामीण आहत हैं।
नेताओ ने सिर्फ वोट बैंक के लिए ग्रामीणों को इस्तेमाल किया।
कानपुर, चंदन जायसवाल। लोक तंत्र का महा उत्सव में सभी पार्टियों के नेता निकल पड़े है। लोक लुभावने वायदों का पिटारा लेकर जनता के बीच उनका मसीहा बनने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे है, लेकिन जनता जागरूक हो चुकी है नेताओ की सियासी चालो में नहीं फसने वाली। बड़ा दुर्भाग्य है, कि कानपुर का नेशनल दिल्ली हाइवे के किनारे 1 दर्जन से अधिक गाँव हैं जिनकी आबादी लगभग 20000 से अधिक है लेकिन रास्ता तक नहीं है यहाँ पर ग्रामीणों ने नेताओं के खोखले वायदों से ऊबकर पाण्डु नदी पर खुद चंदा कर पुल बनवा कर मसीहा बनने वाले नेताओं को तमाचा मार दिया। हालाँकि कई स्कूली बच्चों की जान इस पाण्डु नदी में गिर कर चली गयी है। लेकिन इस बार ग्रामीण बहुत आहत है अपने को ठगा हुआ मान रहे है और इस बार जब तक किये गए वायदे पूरे नहीं किये जाते तब तक 19 फरवरी को हो रहे मतदान का बहिष्कार करेंगे।
Read More »