Sunday, July 7, 2024
Breaking News
Home » मुख्य समाचार » भगदड़ मामले में 6 सेवादार गिरफ्तार, मुख्य सेवादार पर 1 लाख इनाम घोषित

भगदड़ मामले में 6 सेवादार गिरफ्तार, मुख्य सेवादार पर 1 लाख इनाम घोषित

हाथरस। कोतवाली सिकंद्राराऊ क्षेत्र के एटा जीटी रोड पर गांव फूलरई मुगलगढ़ी पर आयोजित साकार विश्व हरि के सत्संग समागम में सत्संग समापन पर लाखों की भीड़ में भगदड़ हो जाने से करीब 123 लोगों की दर्दनाक मौत हो जाने व दर्जनों लोगों के घायल हो जाने की घटना के बाद जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक द्वारा घटनास्थल व जिला अस्पताल आदि का दौरा किया गया है। वहीं सरकार अब कडे एक्शन के मूड में है और शासन के निर्देश पर गठित पुलिस टीमों द्वारा आज सत्संग समागम से जुड़े आयोजक मंडल के छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि फरार मुख्य आयोजनकर्ता पर पुलिस प्रशासन द्वारा एक लाख रुपए का ईनाम घोषित किया गया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में दो महिलाएं भी शामिल हैं। एडीजी जोन के नेतृत्व में गठित पुलिस टीमों द्वारा बाबा के विभिन्न आश्रमों पर लगातार दबिश दी जा रही हैं।
उक्त हादसे पर पुलिस द्वारा की जा रही कार्यवाही को लेकर आज पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस वार्ता में पुलिस महानिरीक्षक अलीगढ़ शलभ माथुर ने बताया कि सिकंद्राराऊ हादसे में पुलिस ने दो महिला सहित 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, शेष लोगों की गिरफ्तारी के लिये एसओजी टीम लगायी गयी है। अलीगढ़ रेंज की भी एसओजी टीम एसपी हाथरस निपुण अग्रवाल के नेतृप्व में लगायी गयी है। उन्होंने बताया कि आवश्यकता पड़ी तो बाबा से भी पूछताछ की जायेगी। पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में आईजी शलभ माथुर ने जानकारी देते हुए बताया है कि गत 2 जुलाई को जनपद के पुलिस थाना सिकन्द्राराऊ के जीटी रोड़ स्थित ग्राम फुलरई मुगलगढी में एक बेहद दुखद घटना सूरजपाल उर्फ नारायण साकार हरि (भोले बाबा) के सत्संग कार्यक्रम मे घटित हुई। यहाँ पर भगदड मचने से कई लोगांे की मृत्यु हो गयी व कई लोग घायल हो गये। आज की तारीख में मृतकों की संख्या 121 है। जिनमें कुल 2 पुरुष, 112 महिला तथा 6 बच्चे व एक बच्ची है। उन्होंने बताया कि सत्संग समागम के मुख्य आयोजक देवप्रकाश मधुकर की गिरफ्तारी पर 1 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है। प्रेस वार्ता में पुलिस महानिरीक्षक अलीगढ़ शलभ माथुर ने बताया कि उक्त दर्दनाक हादसे में 121 मृतकों की शिनाख्त हो चुकी है। जिनमें जनपद हाथरस- 19, बदायूं-6,ललितपुर-1, कासगंज-10, अलीगढ़-17, शाहजहांपुर-5, आगरा-18, फिरोजाबाद-1,गौतमबुद्ध नगर-1, एटा- 10, मथुरा-11, औरैया-2, बुलंदशहर-5, पीलीभीत-2, संभल-2,लखीमपुर-1, उन्नाव-1, गाजियाबाद-1,ग्वालियर-1, मुरैना-1,पलवल-1,फरीदाबाद-4, डींग के 1 मृतक शामिल हैं। उन्होंने कहा कि घटना की सूचना वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में आते ही तत्काल मौके पर पहुंच गए तथा जनपद के सभी अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए और युद्ध स्तर पर बचाव व राहत कार्य प्रारंभ किए गए तथा प्रथम प्राथमिकता पर घायलों का समुचित इलाज कराना व मृतकों की शिनाख्त व पोस्टमार्टम यथा शीघ्र करा कर सम्मानपूर्वक प्रक्रिया से मृतकों के शव परिजनों को सुपुर्द करने की कार्यवाही की गई।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि हादसे के बाद कल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक द्वारा घटनास्थल एवं जिला अस्पताल का दौरा कर विस्तार पूर्वक पूरे घटनाक्रम का जायजा एवं जांच पड़ताल की गई और घायलों के बेहतर उपचार तथा मृतकों के सम्मान पूर्वक प्रक्रिया से शवों को पहुंचाने हेतु निर्देशित किया गया था तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता कर बताया गया था कि प्रधानमंत्री एवं उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मृतकों को दो-दो लाख कुल 4 लाख रुपये तथा घायलों को 50-50 हजार कुल 1 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की गई है। साथ ही मुख्यमंत्री द्वारा बताया गया था कि राज्य सरकार द्वारा पूरी घटना की विस्तार पूर्वक जांच हेतु उच्च न्यायालय इलाहाबाद के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति बृजेश कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में न्यायिक जांच कमेटी गठित की गई है और इस कमेटी में उनके साथ सेवानिवृत्त आईएएस हेमंत राव तथा सेवानिवृत्त आईपीएस भवेश कुमार सिंह कमेटी में सदस्य मनोनीत किए गए हैं और यह कमेटी अपनी जांच रिपोर्ट विस्तार पूर्वक तैयार करके रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी।
प्रेस वार्ता में आईजी अलीगढ़ मंडल शलभ माथुर ने बताया कि उक्त घटना को लेकर कोतवाली सिकन्द्राराऊ पर 2 जुलाई को अभियोग भारतीय न्याय संहिता की धारा 105, 110, 126(2), 223, 238 में पंजीकृत किया गया है तथा घटना की विवेचना पुलिस अधीक्षक द्वारा सीओ सिटी रामप्रवेश राय को स्थानांतरित की गई है। उनके साथ सहविवेचक कोतवाली सदर प्रभारी विजय कुमार सिंह को नियुक्त किया गया है। विवेचना प्रारंभ करते हुए 6 लोगों की गिरफ्तारी की गई है। विवेचना के क्रम में एडीजी जोन आगरा द्वारा जोन लेवल पर गिरफ्तारी पूछता हेतु जोन के सभी जनपदों के जनपद प्रभारी, जनपद हाथरस की घटना में संलिप्त व्यक्तियों, संस्था व सेवादारों एवं पदाधिकारियों की भूमिका की जांच हेतु जोन स्तर की एसओजी का गठन किया गया है तथा एसओजी टीम सीधे अपर पुलिस महानिदेशक आगरा जोन आगरा के निर्देशन में कार्य करेगी। उन्होंने बताया कि घटनास्थल का कल सुबह फॉरेंसिक टीम व फील्ड यूनिट द्वारा साक्ष्य संकलन की कार्यवाही के क्रम में गहन रूप से घटना स्थल का गहन निरीक्षण किया गया है।
अलीगढ़ मंडल के आईजी शलभ माथुर ने बताया कि उक्त मामले में छह लोगों की गिरफ्तारी की गई है, जिसमें राम लडैते पुत्र रहबारी सिंह यादव निवासी भानपुरा थाना कुरावली मैनपुरी, उपेंद्र सिंह यादव पुत्र रामेश्वर सिंह निवासी बाईपास एटा रोड थाना शिकोहाबाद, फिरोजाबाद, मेघ सिंह पुत्र हुकुम सिंह निवासी मौहल्ला दमदपुरा कस्बा सिकन्द्राराऊ, श्रीमती मंजू यादव पत्नी सुशील कुमार निवासी गांव कचौरा, मुकेश कुमार पुत्र मोहर सिंह निवासी न्यू कॉलोनी दमदपुरा कस्बा सिकन्द्राराऊ, मंजू देवी पत्नी किशन कुमार यादव निवासी गांव कचौरा को गिरफ्तार किया गया है।
आईजी शलभ माथुर ने बताया कि उक्त लोगों से विस्तृत पूछताछ से जानकारी प्राप्त हुई तो इन लोगों ने पूछताछ में बताया कि उक्त लोग आयोजन समिति के सदस्य हैं एवं सेवादार के रूप में कार्य करते हैं। आयोजक एवं हमारे द्वारा सत्संग कमेटी में भीड़ इकट्ठा एवं चंदा इकट्ठा कर सहयोग हेतु बताया जाता है। साथ ही बैरिकेडिंग द्वारा भीड़ नियंत्रण, श्रद्धालु हेतु धूप व गर्मी के लिए पंडाल की व्यवस्था, उनके वाहनों की पार्किंग व्यवस्था, कार्यक्रम स्थल पर खड़ंजा, बिजली की आपूर्ति हेतु जनरेटर की व्यवस्था, सफाई इत्यादि की रहती है। साथ ही कार्यक्रम के आयोजन हेतु हम लोगों को विभिन्न प्रकार की वर्दी दी गई है। भीड़ नियंत्रण एवं सुरक्षा हेतु महिलाओं एवं पुरुषों को काले रंग की कमांडो जंगल डागरी ड्रेस व एकरूपता हेतु पिंक ड्रेस भी दी जाती है, जिससे हम भीड़ को अपने हिसाब से नियंत्रित करते हैं। आईजी ने बताया की बाबा के अनुयायियों में बाबा के बारे में काफी मान्यताएं हैं और बाबा के चरण रज से बहुत सारे संकट दूर हो जाते हैं। उस दिन भी बाबा की चरण रज के लिए भीड़ गाड़ी के पास आयी। जिससे वहां पर महिलाएं, बच्चे एक दूसरे पर गिरने लगे और अफरा तफरी मच गई। उन्होंने बताया कि विवेचना में प्रकाश में आया है कि यह लोग पुलिस प्रशासन को आयोजन की फोटो, वीडियो बनाने से रोकते थे एवं उनके साथ अभद्रता करने की बात प्रकाश में आयी है। पुलिस द्वारा विवेचना में इस बात की विवेचना भी की जाएगी कि इसमें किसी के द्वारा कोई आपराधिक षड्यंत्र तो नहीं किया गया है तथा आईजी शलभ माथुर ने बताया कि सत्संग समागम के मुख्य आयोजक देवप्रकाश मधुकर की गिरफ्तारी पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया है।
प्रेसवार्ता के दौरान जिलाधिकारी आशीष कुमार, पुलिस अधीक्षक निपुण अग्रवाल, एएसपी अशोक कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।