सासनी/हाथरस, जन सामना ब्यूरो। एक युवती ने जब 100 नंबर पर काॅल की तो पुलिस युवती को अपने संरक्षण में ले आई। और रातों रात युवती को उसके प्रेमी सहित भगा दिया। जिसे लेकर युवती के परिजनों ने कोतवाली चैराहे पर जाम लगा दिया और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सूचना पाकर एसडीएम नितीश कुमार, सीओ सुमन कन्नौजिया, एसआई रामदास पचैरी मयफोर्स के कोतवाली चौराहे पर पहुंचे और जाम लगा रहे लोगों को समझा बुझाकर शांत किया। युवती के परिजनों के बताया कि युवती का चक्कर उसके तैयेरे भाई से चल गया। युवती थाना छर्रा के गांव भवानीपुर की रहने वाली है। लोक लाज की वजह से युवती को उसके परिजनों ने कोतवाली सासनी के गांव वीर नगर ननिहाल भेज दिया। जहां उसके मामा आदि ने उसकी शादी तय कर दी। युवती की शादी 7 दिसंबर को होनी थी। युवती को जब इसके बारे मेें जानकारी हुई तो युवती ने 100 नंबर पर पुलिस को फोन कर दिया। फोन पर सूचना पाकर पुलिस गांव वीर नगर पहुंच गई तो युवती ने बताया कि जिससे वह प्रेम करती है उससे शादी न कराका परिजन किसी और से उसकी शादी कर रहे है। चूंकि युवती के बालिग होने पर पुलिस युवती को अपने संरक्षण में ले आई, परिजनों का आरोप था कि पुलिस ने युवक को भी किसी प्रकार थाने बुला लिया और युवती के घर जाकर उसके कपडे भी ले आई, और रात को ही युवती को युवक के साथ भगा दिया। इसकी जानकारी युवती के परिजनों को सुबह हुई तो उन्होंने पुलिस की इस कारगुजारी पर सवाल उठाते हुए कोतवाली चैराहे पर जाम लगा दिया। महिलाएं चौराहे पर बैठ गई और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगी। इसकी भनक जैसे ही एसडीएम नितीश कुमार और सीओ सुमन कन्नौजिया को लगी तो वे फौरन मौके पर पहुंच गये और जाम लगा रहे लोगों को समझा बुझा कर कोवताली में अंदर ले गये। जहां दोनों पक्षों से बातचीत की और दोनों पक्षों से काफी देर बात करने के बाद दोनों पक्षों ने आपस में किसी के खिलाफ कोई भी कार्रवाई न करने का प्रार्थना पत्र देकर चले गये। उधर पुलिस ने भी दोनों पक्षों के जाने के बाद चैन की सांस ली।