फिरोजाबाद, एस. के. चित्तौड़ी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद उत्तर प्रदेश के तत्वावधान में जिला विज्ञान क्लब फिरोजाबाद द्वारा 27 वाँ राष्ट्रीय बाल विज्ञान काँग्रेस उत्तर प्रदेश 2019 की जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजित की गई। जिसका उद्घाटन जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह एवं मुख्य विकास अधिकारी नेहा जैन के द्वारा फीता काटकर किया गया।
कार्यशाला का शुभारम्भ डीएम चन्द्र विजय सिंह एवं मुख्य विकास अधिकारी नेहा जैन, जिला विद्यालय निरीक्षक रितु गोयल, वित्त एवं लेखाधिकारी ने माँ सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम में डीएम चन्द्र विजय सिंह ने जनपद के समस्त प्रधानाचार्य एवं शिक्षकों को राष्ट्रीय बाल विज्ञान काँग्रेस के उद्देश्य को समझाते हुए कहा कि जन-जन में वैज्ञानिक सोच विकसित करना, विज्ञान सीखने एवं उसके उपयोग करने की प्रक्रिया को बच्चों के आसपास के परिवेश, वातावरण एवं पर्यावरण से जोड़ना है। इससे बच्चों की प्राकृतिक नैसर्गिक जिज्ञासा एवं सृजनात्मकता को विकसित करने का अवसर प्रदान करना है। इसमें बच्चे सबसे पहले अपने लघु शोध पत्र में समस्या को चुनते हैं। जिसमें बच्चे एक कार्यक्षेत्र के माध्यम से समाज की विभिन्न समस्याओं का समाधान करने के लिए आंकड़े एकत्रित करके विभिन्न प्रयास करते हैं। आज बच्चों के शोध पत्र के माध्यम से समाज की विभिन्न समस्याओं के लिए राष्ट्रीय बाल विज्ञान काँग्रेस एक अच्छा प्लेटफार्म है। उन्होंने मार्गदर्शक शिक्षकों से भी ऐसे रिसर्च पेपर बनवाने के लिए निर्देश भी दिये। जिसमें इस वर्ष के मुख्य विषय के साथ पाँच उपविषयों पर विस्तृत जानकारी प्रदान की, उन्होंने बाँस के उदाहरण देते हुए नवाचार को समझाया। सीडीओ नेहा जैन ने सभी प्रधानाचार्य एवं शिक्षकों को राष्ट्रीय बाल विज्ञान काँग्रेस के मुख्य विषय स्वच्छ, हरित और स्वस्थ्य राष्ट्र हेतु विज्ञान, तकनीक और नवाचार के बारे में बताते हुए कहा कि इस प्रोजेक्ट प्रदर्शन में कोई मॉडल प्रतिभागियों को नहीं बनाना है। उन्हें एक लघु शोध पत्र लिखकर, पोस्टर एवं सर्वेक्षण के माध्यम से अपनी चुनी हुई समस्या का समाधान करना है। उन्होंने जल कुम्भी के उदाहरण से समझाते हुए जनपद के नवाचार को अच्छे से अच्छे स्तर पर पहुंचाने के लिए कहा। अश्वनी कुमार जैन जिला समन्वयक, जिला विज्ञान क्लब फिरोजाबाद ने प्रशिक्षण कार्यशाला में सभी को बताया कि सभी को अपने विद्यालय के विद्यार्थियों के अधिक से अधिक समूह बनाकर विभागीय बेबसाइड पर रजिस्ट्रेशन करने हैं। जिसमें दो समूहों जूनियर वर्ग उम्र 10 से 14 वर्ष एवं सीनियर वर्ग उम्र 14 से 17 वर्ष के रहेंगे। उम्र का आंकलन 31 दिसंबर 2019 से होगा। राष्ट्रीय बाल विज्ञान काँग्रेस एक शोध आधारित कार्यक्रम है, जिसमें दो विद्यार्थी एक मार्गदर्शक शिक्षक की सहायता से एक टीम बनाकर कार्य करते हैं। इस प्रोजेक्ट प्रदर्शन के लिए विद्यार्थी को चार चीजें आवश्यक है। फाइल, लॉगबुक, सर्वे रिपोर्ट एवं चार चार्ट। डीआईओएस रीतू गोयल ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्यों से कम से कम पाँच टीम को प्रतिभाग कराने के निर्देश दिए। कार्यक्रम में मदन मोहन वित्त एवं लेखाधिकारी माध्यमिक, अशोक अनुरागी, संजीव यादव, केके यादव, रंजना सहाय, अर्चना मौर्य, प्रशान्त जैन, विशाल गंगवार, सत्यवीर सिंह, भारती शर्मा, कविता, शाहीन अहमद, रेखा गुप्ता, राजकुमार सिंह, कप्तान सिंह, हिमांशु शर्मा के अलावा प्रधानाचार्य एवं शिक्षक उपस्थिति रहे।