रोजा संस्थान ने बैठक आयोजित कर बांटे अमरूद के पौधें
चन्दौली, दीप नारायण यादव। सामाजिक संगठन रोजा के तत्वावधान में भारत में बाल अधिकार मुद्दे पर कार्य कर रही, संस्था चाइल्ड राइट एण्ड नई दिल्ली के सहयोग से ग्राम पंचायत नेवाजगंज के गांव झाडूचाड़ी, बनवासी बस्ती, चाड़ी आकिल, महादेवपुर कला, महादेवपुर खुर्द, खोंचवा में शनिवार को बैठक कर कुपोषण को कम करने तथा खून की कमी को पूरा करने में अमरूद के गुणों पर लोगों को जागरूक किया गया। जिसमे संस्थान की काउंसलर द्वारा महिलाओं, किशोरियों को अमरूद के रखरखाव व तैयार कर सेवन करने के लिये प्रेरित किया। बाल अधिकार कार्यकर्ता शिवदास तथा पूजा मौर्या ने इस दौरान कुपोषित परिवार, गर्भवती तथा धात्री व जरूरतमंदों के बीच अमरूद के पौधों को बांटा। इस मौके पर रोजा संस्थान के मुख्य कार्यकारी मुश्ताक अहमद ने कहा कि जिस तरह अतिवंचित परिवार गाय, मुर्गी, बकरी आदि से दूध, अंडा, मांस के रूप में सेवन करते हैं, उसी तरह अमरूद, सहजन, टॉगुन व मौसमी बेर आदि का सेवन करने से वंचित समुदाय की महिलाओं तथा बच्चों को अतिरिक्त पोषण मिलेगा, जिससे कुपोषण मे कमी आयेगी। समन्वयक शिवनारायन शर्मा ने बताया कि पौध रोपण बेहतर स्वास्थ्य के लिये अब अति आवश्यक है। इससे हमें शुद्ध हवा, छाया, ईंधन, अतिरिक्त पोषण मिलेगा तथा पर्यावरण के लिये जरूरी है , जो समाज, देश के लिये कल्याणकारी है।
कार्यक्रम मे काउंसलर रीता, संध्या, संगीता तथा गांव की मंजू, रीना, रीता, गीता, रोहित, लालमनी, सरोज, लछमीना, राम भजन, मुन्नी, मीरा, राजेश, जुम्मन आदि लोगों ने भागीदारी किया।