लखनऊ, जन सामना ब्यूरो। चित्रगुप्त मंदिर समिति जवाहर भवन, लखनऊ द्वारा दो दिवसीय संगोष्ठी का आयेाजन किया गया। जिसमें देश एवं प्रदेश के ख्याति प्राप्त वक्ताओं में मुख्य वक्ता- रमेश भाई शुक्ला (व्यास जी), वेदाचार्य एवं प्रसिद्ध कथावाचक, प्रो0 सदाशिव द्विवेदी, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी, जगदीश जी महाराज (व्यास जी), वेदाचार्य एवं प्रसिद्ध कथवाचक, वृन्दावन, डा0 मुरली मनोहर श्रीवास्तव, लेखन ‘‘चित्रगुप्त सागर‘‘, महाकाव्य, प्रसिद्ध साहित्यकार, मध्य प्रदेश, प्रो0 ओ0पी0 पाण्डेय, वेदाचार्य लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ, डा0 रविशराय गौड़, मन्दसौर, मध्य प्रदेश, डा0 उमा रमन झा (राष्ट्रपति पदक प्राप्त) पूर्व प्रचार्य, संस्कृत महाविद्यालय, लखनऊ, डा0 नवलता, प्राध्यापक, लखनऊ संस्कृत विश्वविद्यालय, लखनऊ ने विचार रखते हुए भगवान श्री चित्रगुप्त ही सनातन हैं का पुराणों में उल्लेख है।
इस अवसर पर सैकड़ो श्रोताओं ने भाग लेकर भगवान चित्रगुप्त की महिमा का ज्ञान प्राप्त किया। इस अवसर पर कंचन श्रीवास्तव ने भजन प्रस्तुत कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। जिसमें प्रमुख रूप से मनीष हिन्दवी, ओ0पी0 श्रीवास्तव, बलदाऊ श्रीवास्तव, मनीष दद्दा, रत्नाकर श्रीवास्तव, अरविन्द श्रीवास्तव, सच्चिदानंद, अतुल कुलश्रेष्ठ ने भाग लिया।