Tuesday, November 26, 2024
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कानपुर को स्मार्ट सिटी के रूप में स्थापित करने हेतु हुई विचार गोष्ठी

कानपुर, डॉ.दीपकुमार शुक्ल। दीनदयाल शोध केंद्र छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय द्वारा आज दीनदयाल शोध केंद्र के सभागार में कानपुर को स्मार्ट शहर के रूप में स्थापित करने हेतु समाज के विभिन्न वर्गों के प्रतिनिधियों बुद्धिजीवियों के साथ विचार विमर्श गोष्ठी मंथन का आयोजन किया गया। मंथन का शुभारंभ स्मार्ट सिटी कानपुर के ब्रांड एंबेसडर डॉ. सुधांशु राय एवं दीनदयाल शोध केंद्र के निदेशक डॉ. श्याम बाबू गुप्त द्वारा किया गया। स्मार्ट सिटी कानपुर के ब्रांड एंबेसडर डॉ.सुधांशु राय ने कहा कि आज जरूरत है तो विभिन्न वर्गों जैसे व्यवसाई, उद्यमी, शिक्षक, एडवोकेट, डॉक्टर, स्वयंसेवी संस्थाएं, औद्योगिक संगठन इत्यादि को एक कॉमन प्लेटफार्म पर एकत्रित करें और उनसे प्राप्त सुझावों से अपने शहर को स्मार्ट बनाने की रूपरेखा भी तैयार करें। इसमें  दीनदयाल शोध केंद्र  ने एक महत्वपूर्ण भूमिका  निभाते हुए  इस कार्यक्रम की शुरुआत की डॉ. सुधांशु राय ने कहा आज  किसी शहर को स्मार्ट बनाने में प्राकृतिक संसाधनों को और उसके बहुआयामी स्वरूप को प्रयोग में ज्यादा से ज्यादा लाने का प्रयास होना चाहिए।उन्होंने यह भी कहा कि स्मार्ट सिटी लिमिटेड के द्वारा जन सामान्य को जागरूक करने एवं प्रोत्साहित करने के लिए नगर आयुक्त श्री संतोष कुमार शर्मा  द्वारा स्मार्ट सिटी के कार्यक्रमों का एक कैलेंडर बनाया गया है। जिसमें समय-समय पर विभिन्न आयामों को छूने वाले कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा और जन सहभागिता भी लेने का प्रयास होगा। दीनदयाल शोध केंद्र के निदेशक एवं कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ.श्याम बाबू गुप्त ने बताया कि शोध केंद्र का यह प्रयास रहेगा कि हम जन सहभागिता से इस कार्य को एक सजीव रूप प्रदान कर सकें। उन्होंने यह भी कहा कि दीनदयाल शोध केंद्र कानपुर शहर को स्मार्ट बनाने के लिए सतत रूप से प्रयासरत रहेगा और समय-समय पर इस प्रकार के आयोजन निश्चित अंतराल पर कराता रहेगा। जिससे कि समाज के क्षमतावान व्यक्तियों को सामने ला सकें और  उनके अनुभवों को स्मार्ट सिटी बनाने में प्रयोग हो सके। पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर रोटरी डॉक्टर विनय अस्थाना ने रोटरी के द्वारा हरसंभव सहयोग देने की बात कहीं और उन्होंने कहा कि सभी रोटरी मिलकर कानपुर को स्मार्ट बनाने में एक लक्ष्य का निर्धारण करेंगे और एक एक विषय के अंतर्गत कार्यों को गति प्रदान करेंगे। उन्होंने सबसे पहले कुछ विषय जैसे ट्रैफिक स्वच्छता प्लास्टिक प्रतिबंध रोजगार पर्यटन इत्यादि विषयों को मुख्य रूप से उठाने की बात की और उसका एक-एक कोऑर्डिनेटर बनाने को भी कहा। फिटा के उमंग अग्रवाल ने प्लास्टिक प्रतिबंध को ध्यान में रखते हुए उसका विकल्प तलाशने पर कहा कि कागज के बैग इसका सर्वश्रेष्ठ विकल्प हो सकता है। उन्होंने लोगों के पुराने कपड़ों को एकत्रित कर उसकी बैग बनाने पर जोर दिया। जिससे कि बैग के मूल्य पर भी लगाम रखी जा सके। मुस्कान फाउंडेशन की श्रीमती पूजा गुप्ता ने कहा कि उनकी संस्था द्वारा कागज के बैगों का वितरण अगले सप्ताह से ही शुरू किया जा रहा है। जो कि शुरुआत में निशुल्क प्रदान किया जाएगा। जिसका उद्देश्य लोगों में जागरूकता फैलाना है। नारी सशक्तिकरण फाउंडेशन की श्रीमती कविता दीक्षित ने कहा कि इस प्रकार के बैगों का ज्यादा से ज्यादा उत्पादन कर हम उन लोगों को रोजगार भी प्रदान कर सकते हैं जो कि छोटे-छोटे कार्यों को करके अपनी जीविका चलाते हैं।जिस पर सभी लोगों ने उनके इस प्रयास की सराहना की। भारत उत्थान न्यास के डॉक्टर कामायनी शर्मा ने कहा कि बेसिक स्कूलों में स्मार्ट क्लब बनाकर हम उनके छात्र छात्राओं को ट्रैफिक नियम के बारे में जानकारी, स्वच्छता के बारे में जानकारी आदि प्रदान कर उसी अवस्था से उनके अंदर स्मार्टनेस के गुण पैदा कर सकते हैं। योगा ट्रेनर श्रीमती भावना श्रीवास्तव ने कहा कि स्मार्ट बनने के लिए तन और मन से भी आप को स्मार्ट होना चाहिए और हम उन लोगों तक अपनी पहुंच बनाएं जहां तक समाज उनको कम से कम अपनी ओर खींचता है। जैसे कि मलिन बस्तियां। उन्होंने कहा कि मलिन बस्तियों के लिए हमारी संस्था कार्य कर कानपुर को स्मार्ट बनाने में अपना सहयोग करेगी। रोटरी के डॉ. वैभव सचान ने ट्रैफिक कंट्रोल के बारे में विस्तार पूर्वक बताया और कहा कि रोटरी के द्वारा और स्कूलों के प्राचार्य के साथ विचार-विमर्श कर हम ट्रैफिक की समस्या का समाधान कर सकते हैं। डेल्टा फाउंडेशन के श्री कपीश तिवारी के द्वारा समय-समय पर रोजगार के मेला लगाने पर जोर दिया उन्होंने कहा जिस शहर में बेरोजगारों की संख्या कम होगी वह शहर तो अपने आप स्मार्ट की श्रेणी में गिना जाएगा वर्टिकल डायमेंशन के श्री शुभांक गुप्ता ने ट्रैफिक के मैनेजमेंट पर विस्तार पूर्वक चर्चा कर बताया कि स्कूलों में ट्रैफिक की जानकारी हेतु वृहद स्तर पर वर्कशॉप क्विज गेम्स इत्यादि आयोजित कर खेल खेल में लोगों को ट्रैफिक की जानकारी दी जा सकती है श्री अरविंद शुक्ला जी ने कहा कि हम लोग जगह-जगह पर स्लोगन और पोस्टर के माध्यम से लोगों को जागरूक कर सकते हैं कि वे अपने कार्यों को स्वच्छता के ध्यान रखते हुए करें। राष्ट्रीय सेवा योजना डीएवी कॉलेज के डॉ राजीव श्रीवास्तव ने कहा एनएसएस एक ऐसा माध्यम है जो किसी भी शहर का स्वरूप बदलने में सक्षम है सक्षम संस्था के श्री प्रशांत मिश्रा ने कहा कि उनकी संस्था दिव्यांगों के लिए पूरी तरह से समर्पित है। सिविल डिफेंस के श्री नरेश भक्तानी ने आश्वासन दिया कि सिविल डिफेंस हर संभव इस शहर को स्मार्ट बनाने में तत्पर है। उन्होंने नवीन मार्केट का उदाहरण देते हुए कहा कि यह स्मार्ट सिटी की एक खूबसूरत पहल है जिसने नवीन मार्केट को एक खूबसूरत लुक दिया। आज सही प्लानिंग की जरूरत है जो कि निश्चित ही आगे होगी और हमारा शहर सुंदर बनेगा। विश्वविद्यालय की डॉक्टर द्रोपती यादव ने कहा कि आगे आने वाले समय में विश्वविद्यालय में बहुत से ऐसे सांस्कृतिक और शैक्षणिक कार्यक्रम होते हैं जहां पर स्मार्ट सिटी से संबंधित टॉपिक्स लिए जाएं । जिससे हम ज्यादा से ज्यादा लोगों को स्मार्ट सिटी के बारे में बता सकें। पैरामेडिकल के छात्र श्री संकल्प ने कहा आज जरूरत है तो हमें अपने को बदलने की तभी हम शहर को बदल सकते हैं। आईएसबीटी की छात्रा पल्लवी पाठक ने अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों की दिनचर्या के बारे में बताया कि उनके द्वारा कूड़ा बगल में ही फेंक दिया जाता है, तो जरूरत है उनको अपने को बदलने की। वूमेन एंपावरमेंट की श्रीमती प्रभा पांडे ने अपार्टमेंट में यह अभियान चलाने की बात करी और कहा कि अपार्टमेंट के लोगों को इन संदेशों के माध्यम से हम बदलने की कोशिश कर सकते हैं। इनरव्हील क्लब की श्रीमती शिखा अग्रवाल ने क्लबों के माध्यम से अभियान को और तेज करने की बात कही और कहा कि रोटरी लायंस इनरव्हील, फिक्की फ्लो, जेसीआई इत्यादि क्लब जो समाज के उत्थान के लिए कार्य कर रहे हैं उनका उद्देश्य कानपुर के स्मार्टनेस की ओर भी बढ़े तो हम निश्चित ही बहुत जल्द इस शहर को स्मार्ट बना देंगे। समाजसेवी श्री सुरेश जी ने कहा कि आज इस मंथन कार्यक्रम में लोगों के प्रयास जोश और विचारों को सुनकर ऐसा लग रहा है कि बहुत जल्द हम अपने उद्देश्यों की पूर्ति को कर लेंगे और जो सपना डॉ.सुधांशु राय ने देखा है और जो उनको जिम्मेदारी दी गई है कि वह सभी वर्गों के लोगों को जोड़ें और साथ में मिलकर बढ़ने की भावना के साथ कार्य करें तो निश्चित ही हम सफलता प्राप्त करेंगे और अपने शहर को एक ऐसी सौगात देंगे जिसको शहर कभी नहीं भूल पाएगा। कार्यक्रम के समापन पर डॉ. सुधांशु राय ने पुनः अनुरोध किया कि आप सभी प्रतिनिधिगण अपने-अपने क्षेत्रों में इस तरीके के कार्यक्रम मंथन का आयोजन करें और उसके उपरांत उनके सुझावों को अमल कर अपने शहर को नंबर एक स्मार्ट सिटी के रूप में स्थापित कर सकें। उन्होंने कहा कि 12 अक्टूबर से ही मंथन के कार्यक्रम की शुरुआत कानपुर स्मार्ट सिटी के द्वारा की गई और आज बहुत अच्छा लग रहा है कि दीनदयाल शोध केंद्र द्वारा अपने स्तर पर यह कार्यक्रम आयोजित हो रहा है। इसी प्रकार से अन्य संस्थाएं भी अपने अपने स्तर पर कार्यक्रम का आयोजन कर और जल्द से जल्द उसके क्रियान्वयन की भी रूपरेखा तैयार करें। इस अवसर पर डॉ. लोकेश्वर सिंह, डॉक्टर पंकज शर्मा, शाह मोहम्मद, डॉ.ऋषभ, उत्कर्ष सहित अनेक गणमान्य जन उपस्थित रहे। धन्यवाद ज्ञापन श्री प्रखर के द्वारा दिया गया।