Tuesday, November 26, 2024
Breaking News
Home » मुख्य समाचार » 370 नवदंपतियों ने किया जीवन का शुभारंभ

370 नवदंपतियों ने किया जीवन का शुभारंभ

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम सकुशल भव्य तरीके व हर्षोउल्लास के साथ हुआ सम्पन्न
राज्यमंत्री, सांसद, विधायक, डीएम, सीडीओ व गणमान्यजनों ने वर-वधु को दिया आशीर्वाद
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। शासन की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह योजना के तहत माती मुख्यालय ईको पार्क में व जनपद में 370 जोडों का सामूहिक विवाह आयोजित किया गया। जिसमें वैदिक मंत्रोउच्चारण व मंगलगीत के साथ साथ कुरान की आहतो व हदीसो की मंगलध्वनि के मद हिन्दू व मुस्लिम जोडों ने आज से अपने वैवाहिक जीवन की शुरूआत करते हुए सुख दुख में साथ रहने का वचन दिया। जहां सनातन जोडों का पाडीग्रहण संस्कार गायत्री परिवार के द्वारा मन्त्रो उच्चारण कर पूर्ण कराया गया। वहीं मुस्लिम सम्प्रदायक के जोडों का काजी द्वारा निकाह/खुतवा पडकर आपसी सामंजस्य से मेहर मुकर्रर कराकर कराई गयी। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलित कर किया गया। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम अकबरपुर तहसील क्षेत्र के अन्तर्गत 75, भोगनीपुर तहसील क्षेत्र के 70, मैथा 40, सिकन्दरा 66, रसूलाबाद 85, डेरापुर 34 कुल 370 जोडों का विवाह सम्पन्न हुआ। वहीं डेरापुर तहसील क्षेत्र के डेरापुर के गूढ़ा देवी श्याम बिहारी महाविद्यालय में उत्तर प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री अजीत पाल सिंह ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना कार्यक्रम में सिरकत कर 34 वर वधू को आर्शीवाद प्रदान किया। उनके साथ एसडीएम दीपाली कौशिक, सुपर नोडल अधिकारी अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व साहब लाल आदि मौजूद रहे। इसी कडी में रसूलाबाद में उप जिलाधिकारी अंजू वर्मा द्वारा मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह के तहत 84 हिदू व 5 मुस्लिम समुदाय के वर वधुओ के जोडों को वैवाहिक सूत्र वन्धन में अधिकारियों की मौजूदगी में पिरोहा गयाा। इस मौके पर ईओ, तहसीलदार ने भी सिरकत की।
उक्त अवसर पर जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह योजना के तहत गरीब, जरूरतमंद और बेसहारा परिवारों की बेटियों, विधवाओं, तलाकशुदा महिलाओं की शादी के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत सामूहिक विवाह करने वाली सभी कन्याओं की शादी पर सरकार 51,000 रुपए खर्च करती है। इस योजना के तहत लाभ लेने के लिए कन्या या कन्या के अभिभावक प्रदेश के मूल निवासी होने चाहिए। शादी कर रहे जोड़े में बेटी 18 वर्ष तथा उसका होने वाले वाला पति 21 साल से कम उम्र का नहीं होना चाहिए। इसके अलावा कन्या का नाम समग्र विवाह पोर्टल पर रजिस्टर भी होना चाहिए। ऐसी परित्यक्ता महिला जो निराश्रित हो और स्वयं के पुनर्विवाह के लिये आर्थिक रुप से सक्षम न हो। इसके अलावा जिनका कानूनी रूप से तलाक हो गया हो वे भी इस योजना के लाभ ले सकती हैं। ऐसी विधवा महिला जो निराश्रित हो और स्वयं के पुनर्विवाह के लिए आर्थिक रुप से सक्षम न हो। उक्त वैवाहिक कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी जोगिन्दर सिंह, विधायक प्रतिभा शुक्ला, एएमए, उप जिलाधिकारी सदर, ईओ, जिला सूचना अधिकारी आदि ने पहुंच 75 जोडों की अगुवानी की और दूल्हें को तिलक कर तथा दूल्हन पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।
उक्त अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में सांसद देवेन्द्र सिंह भोले ने कहा कि हम उक्त जोडों की तरफ से प्रदेश सरकार व मुख्यमंत्री का ह्रदय से आभार व्यक्ति करते है कि उन्होंने इस योजना की धनराशि 35 हजार रूपये बढ़ाकर 51 हजार रू0 कर दी है साथ ही उन्होंने सामूहिक शादी को एक उदाहरण के रूप में प्रस्तुत करते हुए कहा कि सामूहिक शादी में किसी भी प्रकार का कोई भेदभाव नही होता है और न ही समाज में व्याप्त दहेज जैसी कुरीति का प्रभाव पडता है। इस प्रकार की शादियां समाज में नई चेतना लाने का कार्य करती है तथा शादी जैसे शुभकार्य में होने वाले अपव्यय पर भी लगाम लगाती है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विधायक प्रतिभा शुक्ला ने अपने उद्बोधन का शुभारंभ गायत्री मन्त्रोउच्चारण से करते हुए कहा कि बेटियां एक तरफ तो जहां माता पिता की लाडली होती है वहीं दूसरी तरफ अर्थात अपनी ससुराल में अन्नपूर्णा के रूप में परिवार के भरण पोषण की जिम्मेदारी संभालती है वहीं एक बेटी के रूप में अपने सास ससुर की सेवा करती है और अपने पति के साथ जीवनसंगिनी के तौर पर उसके हर सुख दुख में साथ देती है। उन्होंने नवदंपतियों के खुशहाल जीवन की कामना करते हुए उनके दाम्पति जीवन में कभी किसी भी प्रकार की समस्या न आने का आशीष वचन दिया। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्देशन में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह का आयोजन से जहां एक साथ सैकड़ों शादियां एक ही मण्डप व एक ही स्थान पर हो रही है इससे फिजूल खर्चे पर भी रोक लगने के साथ ही सामाजिक बुराईयां भी दूर हो रही है।
उक्त अवसर पर आगंतुकों का ध्यन्यवाद ज्ञापित करते हुए जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने योजना के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अन्तर्गत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछडा वर्ग, अल्पसंख्यक एवं सामान्य वर्ग के ऐसे परिवार जो गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे है। उनका भी निर्धारित आयु पर विवाह सम्पन्न कराते हुए लाभान्वित कराये जाने की व्यवस्था है। वहीं शासन की मंशा के अनुरूप वर वधुओं को उपहार भेट किये गये।
कार्यक्रम के दौरान गणमान्य नागरिकों व प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा विद्यालय परिसर में स्थापित किये गये ढाई सैकडा विवाह वेदियों व विवाह स्थल पर स्वयं जाकर नवदंपतियों से उनके अनुभव जाने और साथ ही उन्हें आर्शीवाद देकर अनुग्रहित किया। कार्यक्रम का संचालन अपनी सौम्य व मधुर भाषाशैली के लिए जाने-जाने वाले प्रशासनिक अधिकारी कलेक्ट्रेट अजय शुक्ला द्वारा किया गया। वहीं सिविल लाइन माती रोड लक्ष्मी ब्यूटी पार्लर मीना कुशवाहा व उनकी सहकर्मी काजल आदि ब्यूटी एक्सपर्टं द्वारा 75 दुल्हन को सजाने का कार्य किया जिसकी अधिकारियों, बरातियों, जनातियों भूरि-भूरि प्रसंसा की गयी।
उक्त अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी जोगिन्दर सिंह, चेयरमैन ज्योतिषना कटियार, उप जिलाधिकारी आनन्द कुमार सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी, एएमए मणीन्द्र सिंह, डीडीओ प्रमुद्य कुमार यादव, अपर पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार, क्षेत्राधिकारी सदर अर्पित कपूर, ईओ अकबरपुर देवहूती पाण्डेय, जिला सूचना अधिकारी वीएन पाण्डेय, डीपीआरओ, आदि जनपदस्तीय अधिकारी, समाजसेवी कंचन मिश्रा व कर्मचारीगण सहित भारी संख्या में वर व वधु पक्ष के परिजन आदि उपस्थित रहे।