चकिया/चन्दौली, दीपनारायण यादव। ट्रेड यूनियनों के ग्रामीण भारत बन्द के आह्वान पर बुद्धवार को माकपा, भाकपा, भाकपा माले, स्वराज अभियान, किसान सभा, महिला समिति, लालझंड़ा पत्थर खदान, मजदूर यूनियन, खेत मजदूर सभा ने जुलूस निकाल कर गांधीपार्क में एक सभा का आयोजन किया। आपको बता दें कि वामदलों के कार्यकर्ता काली जी के पोखरे पर एकत्रित होकर नारे लगाते हुए नगर के मध्य गांधीपार्क में पहुंचे जहां उनकी घंटों सभा चली। इस दौरान सुरक्षा एंव शान्ति व्यवस्था के लिए पुलिस तथा पीएसी के दर्जनों जवान मौजूद रहे। सभा के दौरान व्यक्ताओं ने केन्द्र सरकार के नीतियों की निंदा की तथा कहे कि मोदी सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था को आईसीयू में डाल दिया है।घटते विकास दर बढ़ती बेरोजगारी और आसमान छूती मंहगाई ने आर्थिक मंदी के इस बुरे दौर में गांव व गरीब की परेशानी को और बढ़ा दिया है। वक्ताओं ने कहाकि प्याज, आलू, सब्जी, तेल, दाल की कीमतों ने गरीबों मजदूरों का जीना दूभर कर दिया है। लोगों ने कहा कि सरकार न्यूनतम मजदूरी कानून समाप्त कर मालिक की मर्जी थोपने की नई व्यवस्था लागू कर रही है। वक्ताओं ने कहाकि देश में कृषि संकट लगातार बढ़ता जा रहा है, 2019 के लोकसभा चुनाव में मोदी के नेतृत्व में भाजपा सत्तासीन हुई है। सत्ता प्राप्त करते ही पूर्व से ज्यादा आक्रामक तरीके से किसानों, मजदूरों पर हमले तेज हो गये है। वामदलों ने इस दौरान कोतवाल चकिया को महामहिम राष्ट्रपति के नाम विभिन्न मांगों के सन्दर्भ में ग्यारह सूत्रीय अपनी मांगों को सौपें। इस दौरान राम अचल यादव, सुखदेव मिश्र, अनिल पासवान, शम्भूनाथ, लालचन्द्र यादव, लालमनी देवी, राजेन्द्र यादव, शिवनारायण बिंद, रामनिवास पाण्ड़ेय, परमानन्द, भृगुनाथ, शिवमूरत राम, जै राम सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
वामदलों ने भारत बन्द के समर्थन में निकाला जुलूस, गांधीपार्क में हुई सभा
महामहिम राष्ट्रपति के नाम सौंपा गया पत्रक