नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए 31 मार्च, 2020 को ‘स्ट्रैंडेड इन इंडिया‘ पोर्टल लांच किया। पहले दो दिनों में ही इसे सहायता के लिए 500 से अधिक पूछताछ/अनुरोध प्राप्त हो चुके हैं। मंत्रालय, विदेश मंत्रालय एवं राज्य के अधिकारियों के संयुक्त प्रयास एवं सहायता के साथ इन पूछताछों का समाधान करने हेतु पर्यटकों की मदद के लिए समन्वय कर रहा है। मंत्रालय अतिथियों के सामने आने वाली समस्याओं के संबंध में संबंधित दूतावासों के साथ भी समन्वय कर रहा है।
विदेशी पर्यटकों से प्राप्त अनुरोधों में ज्यादातर अपने गृह देशों में वापस लौटने की जानकारी मांगने एवं जब तक वे वापस नहीं लौट जाते, भारत में रहने के लिए वीजा के विस्तार से संबंधित हैं।
भारत के भीतर यात्रा करने वाले पर्यटकों के सामने आने वाले अन्य मुद्दे दिल्ली एवं मुंबई जैसे मेट्रो शहरों तक पहुंचने से संबंधित हैं जहां से वे लॉकडाउन समाप्त होने पर भारत से वापसी के लिए उड़ान भर सकते हैं।
पर्यटन मंत्रालय इसका समाधान उपलब्ध कराने के लिए राज्य अधिकारियों के साथ सक्रियतापूर्वक कार्य कर रहा है। भोजन, दवाओं तथा बुजुर्ग पर्यटकों की देखभाल जैसे आपातकालीन आग्रहों पर त्वरित गति से कार्य किया जा रहा है।
मंत्रालय का होटल एवं रेस्तरां प्रभाग कई होटलों के निरंतर संपर्क में है, जहां लॉकडाउन के दौरान अतिथि रह रहे हैं और वह अतिथियों के सामने आने वाली किसी भी समस्या के संबंध में संबंधित दूतावासों के साथ समन्वय कर रहे हैं। होटलों से प्रोटोकाल का अनुपालन करने और जब तक दूतावासों द्वारा ऐसे अतिथियों की विदाई का प्रबंध नहीं कर लिया जाता, सहायता देते रहने का अनुरोध किया जा रहा है।
पर्यटन मंत्रालय ने वास्तविक समय में सामने आने वाली समस्याओं का समाधान करने के लिए केंद्रीय स्तर और क्षेत्रीय स्तर पर अपने अधिकारियों तथा राज्य पर्यटन विभागों के प्रतिनिधियों से निर्मित्त एक कार्यबल का गठन किया है। समन्वयन समूह सूचनाओं का सुगम संचार तथा मुद्दों का त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के लिए व्हाट्सएप और ई-मेलों तथा टेलीफोन के जरिये कार्य कर रहा है।
मंत्रालय के पास 24 घंटे काम करने वाली टेलीफोन हेल्पलाइन 1363 है जो पर्यटकों को सटीक और अद्यतन जानकारी सुनिश्चित कर रही है।