टूंडला/फिरोजाबाद, जन सामना संवाददाता। सोमवार को जैन समाज द्वारा भगवान महावीर स्वामी की जयंती घरों पर ही रहकर मनाई गई। कोरोना वायरस के चलते हुए लॉकडाउन के कारण कोई भी जैन समाज का व्यक्ति मंदिर नहीं पहुंचा और घरों पर ही भगवान महावीर स्वामी को पालना झुला कर जयंती मनाई। साथ ही विधि विधान से पूजा-अर्चनाकर कोरोना मुक्ति की प्रार्थना की।
जैन समाज के भगवान महावीर स्वामी की जयंती पर हर वर्ष जैन मंदिरों को विशेष रूप से सजाया-संवारा ही नहीं जाता, अपितु रथयात्रा निकालकर धूमधाम से मनाया जाता था। जैन समुदाय द्वारा अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाते थे और गरीब एवं जरुरतमंदों को दान दिया जाता था, परंतु इस बार लॉकडाउन के कारण ऐसा नहीं हो सका। ऐसे में जैन समाज के लोगों द्वारा घरों पर ही जयंती मनाई गई। पूजा-अर्चना कर महावीर स्वामी को पालने में झुलाया। जैन समाज के विकाश जैन ने कहा कि भगवान महावीर स्वामी का जन्म ईसा से 599 वर्ष पूर्व कुंडग्राम बिहार में हुआ था। वर्तमान में वैशाली बिहार के वासोकुंड को यह स्थान माना जाता है। 23 वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ के निर्वाण (मोक्ष) प्राप्त करने के 188 वर्ष बाद महावीर का जन्म हुआ था। इस दौरान विकाश जैन पवन जैन चंदू जैन ममता जैन, कल्पना जैन प्रीति जैन राजेश जैन, , मुकुल जैन, पवित्रा जैन, मोक्ष जैन, निशांत जैन, अग्रज जैन, अनुज जैन आदि ने पूजा-अर्चना कर कोरोना से मुक्ति के लिए प्रार्थना की। चुल्हावली में भी जैन परिवारों द्वारा भगवान महावीर स्वामी की जयंती घर पर ही मनाई और भगवान को पालना झुलाया गया। इस दौरान संजीव जैन, सुब्रत जैन, सरिता जैन, कुलदीप जैन, अक्षत जैन, मनोज जैन और रिचा जैन आदि ने भी घर पर रहकर भगवान की जयंती मनाई।