सासनी/हाथरस, जन सामना संवाददाता। लाॅक डाउन के दौरान सुबह सात बजे से ग्यारह बजे तकछूट मिलने के बाद लोगों की बाजारों में चहल- पहल शुरू हो गई है। गांव से भी लोग जल्दी बाजार आकर सामान खरीदने में जुट जाते है। और ग्यारह बजे के बाद बाजारों में वही सन्नाटा पसर जाता है और सडकें सूनी हो जाती है। लोग लाॅक डाउन के खुलनेका इंतजार बडी बेसब्री से कर रहे है।
बता दें कि चीन से निकले कोरोना वायरस ने पूरे विश्व को हिलाकर रख दिया है। कई देखोे में लाखों लोग असमय ही काल के गाल में समा गये है। वहीं लोग कोरोना का अंत और लाॅक डाउन के समाप्ति का इंतजार बेसब्री से कर रहे है। लोगों ने ऐतिहातन इस लाॅक डाउन का पूर्ण रूप से समर्थन कर देश की एकता और अखंडता के साथ ही देशभक्ति का परिचय दिया हैै। वहीं निजामुद्दीन से आए जमातियों में से चार के कोरोना पाॅजिटिव रिपोर्ट आने के बाद सासनी मंे कोरोना का भय व्याप्त कर दिया। जिसे लेकर डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार ने चार दिन का पूर्ण बंद कर कफ्र्यू लगा दिया। जिससे लोगों को भारी परेशानी हुई। मगर चार दिन बार कफ्र्यू में ढील दिए जाने के कारण लोगों चेहरों पर मुस्कान की छटा आ गई। सामान्य हालातों के चलते लोगों ने पुलिस एवं सफाईकर्मचारियों तथा प्रशासनिक अधिकारियों को कई तरह से लाॅक डाउन में अपनी सफल ड्यूटी निभाने पर स्वागत भी किया है। अब लोगों को चिंता है कि 14 अप्रैल रात लाॅकडाउन समाप्त होने के बार फिर से प्रधानमंत्री देश को लाॅक न कर दे। मगर यह अग्रिम हालातों पर ही तय होगा कि 14 अप्रैल के बाद लाॅक डाउन लगाया जाएगा या लोगों को राहत के साथ लाॅकडाउन किया जाएगा।