Tuesday, November 26, 2024
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बैंक बनीं लाॅकडाउन के उल्लंघन का जरिया

समुचित दूरी की नहीं लोगों को परवाह जुअी भीड़
सासनी/हाथरस, जन सामना संवाददाता। जहां पूरा देश चीन से फूटे कोरोना वायरस का शिकार है, वहीं भारत देश को प्रधानमंत्री द्वारा पूर्ण रूप से लाॅकडाउन कर दिया गया है। पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों का डंडा लाॅक डाउन का उलंघन करने वालों के ऊपर जोरों से चल रहा है। मगर बैंकों में लाॅक डाउन का उलंघन करने वालों पर कोईकार्रवाई नहीं की जा रही है। यहां लोगों को वायरस फेलने ओर कानून का उलंघन करने का कोई डर नहीं है।
बता दें कि प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं के जनधन खाते में रूपयों की बौछार होने के बाद महिलाओं के सब्र का बांध टूट गया है। महिलाऐं घरों से निकलकर बैंकों के दरवाजों पर धाबा बोल दिया है। यहां महिलाओं की भीड बैंक समय तकपूरे दिन लगी नजर आती है। महिलाओं की इस भीड को देखकर प्रशासनिक अधिकारी भी अपनी आखें बंद कर कुंभकरण की नींद सोए हुए है। पुलिस के जवान मार्ग में आने जाने वाले वाहनों पर गहरी पकड बनाए हुए हैं। किसीको भी सडक पर निकलने की इजाजत नहीं दे रहे है। उधर महिलाओं ने बैंकों पर भीड जुटाकर एक नई समस्या को जन्म दे दिया हैं यदि महिलाओं की भीड को नहीं रोका गया तो सासनी भी कोरोना वायरस से अछूता नहीं रहेगां। चूंकि यहां निजामुद्दीन से आए चार जमातियों में जब से कोेरोना पाॅजिटिव होने की रिपोर्ट के बारे में लोगों को पता चला है तो लोगों मे भारी भय व्याप्त हो गया है उकसे बावजूद सुरक्षा की दृष्टि से महिलाओं ने इस भय को और बढा दिया है। लोगों ने प्रशासनिक अधिकारियों को फोन से भी अवगत कराया हैं मगर इस ओर किसी भी अधिकारी का कोई ध्यान नहीं है। क्या लाॅक डाउन में इतनी भीड लगाना अति आवश्यक है, बैंक कर्मचारियों को चाहिए कि वह लोगों को उचित दूरी बनाये रखने की सलाह देते हुए उनके खातों से रूपये निकालकर दें। यह बात सभी के जेहन में उठ रही है।