लॉकडाउन में हुई मौतों के लिए देशव्यापी शोक व धिक्कार दिवस
चंदौली, दीपनारायण यादव। चन्दौली चकिया भाकपा (माले) की राज्य स्थाई समिति सदस्य व चंदौली जिला सचिव अनिल पासवान ने योगी सरकार द्वारा मजदूरों के काम के घंटे मौजूदा आठ से बढ़ा कर 12 घंटे करने के फैसले की कड़ी निंदा करते हुये इसे वापस लेने की मांग की है।उन्होंने विशाखापत्तनम गैस रिसाव में जनहानि, औरंगाबाद में रेल पटरी पर मजदूरों की मौत समेत लॉकडाउन में प्रवासी श्रमिकों की हो रही मौतों पर सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए सर पर काली पट्टी बांधकर देशव्यापी शोक व धिक्कार दिवस मनाया।
प्रेस को जारी एक बयान में माले नेता ने कहा कि यूपी में श्रमिक कानूनों को तीन साल तक स्थगित करने के बाद कोरोना संकट की आड़ में मेहनतकश वर्ग पर योगी सरकार का एक और बड़ा हमला है। इन फैसलों से सरकार ने यूपी को एक तरह से दास प्रथा युग में लौटा देने का काम किया है। यह शिकागो के अमर शहीदों, जिन्होंने आठ घंटे काम की अवधि तय करने के लिए शहादतें दीं, का घोर अपमान है और दुनिया भर में स्थापित श्रम नियमों का उल्लंघन है। यदि इसे वापस नहीं लिया गया, तो इसका कड़ा विरोध होगा।
उन्होंने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय आह्वान पर आज पूरे जिले में पार्टी कार्यकर्ता शोक धिक्कार व काला दिवस मना रहे हैं। इस दौरान सुनील खरवार, मंजू देवी ,चंद्रशेखर पासवान आदि लोग मौजूद रहे।