खण्ड विकास अधिकारी सच्चिदानन्द ने कहा शिकायत सत्य होने पर ग्राम प्रधान के खिलाफ दर्ज होगा मुकदमा
रसूलाबाद/कानपुर देहात, संतोष गुप्ता। लॉकडाउन के चलते एक तरफ यूपी सरकार बाहर से वापस अपने घर आ रहे मजदूरों की रोजी रोटी के लिए गांव में ही रोजगार सृजन कर मनरेगा योजना के तहत विकास कार्य कराकर मजदूरों को भुखमरी से बचाने के लिए प्रयास रत है तो वही दूसरी ओर लाला भगत की ग्राम प्रधान जेसीबी मशीन से कार्य कराकर उस कार्य को मजदूरों से कराया दर्शाकर अधिकारियों को गुमराह कर रही है। खण्ड विकास अधिकारी सच्चिदानन्द ने शिकायत पर ग्राम विकास अधिकारी को जांच कर शीघ्र रिपोर्ट देने के निर्देश दिए है। खण्ड विकास अधिकारी का यह भी कहना है कि अगर जांच में यह साबित हो गया कि कार्य जेसीबी मशीन से कराया गया है तो दोषी ग्राम प्रधान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।लाला भगत ग्राम पंचायत के निवासी विनय सिंह सहित आधा दर्जन जनता ने खण्ड विकास अधिकारी रसूलाबाद से लिखित शिकायत कर उन्हें प्रमाण सहित एक फोटो देकर आरोप लगाते हुए कहा कि ग्राम प्रधान ने मनरेगा योजना के तहत मिट्टी से एक रास्ते के कार्य को मजदूरों से न कराकर रात में जेसीबी मशीन से कार्य कराकर मजदूरों के साथ बहुत बड़ा धोखा किया है। जिससे हम मजदूर भुखमरी के कगार पर है। उनका यह भी कहना है कि सुरेंद्र कुमार व विनय सिंह को सात दिन मनरेगा के तहत कार्य देकर रोजगार मित्र व ग्राम प्रधान ने हटा दिया।
शिकायत में कहा गया कि यह श्रमदान का कार्य गयादीन पूर्वा से व्यवहारिया गांव तक लगभग पांच सौ मीटर का कार्य जेसीबी मशीन से कराया गया जो खुलेआम देखा जा सकता है। इस सम्बंध में ग्राम प्रधान से भी जानकारी करने का प्रयास किया गया लेकिन उनसे वार्ता नहीं हो सकी।
इस सम्बंध में रसूलाबाद के खण्ड विकास अधिकारी सच्चिदानन्द ने जब पूंछा गया तो उनका कहना था कि ग्राम की जनता की शिकायत पर ग्राम विकास अधिकारी को मौके पर जांच हेतु भेजा गया है अगर जनता की शिकायत सत्य साबित हुई तो ग्राम प्रधान व सम्बन्धितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।