कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लॉकडाउन के 4 चरण बिता चुकी जनता को लॉकडाउन-5 का सामना भी करना होगा। हालांकि केंद्र से राज्य स्तर तक चल रहे मंथन से इशारा मिल रहा है कि पांचवें चरण में जनता के लिए बंदिशें पहले से कुछ और रियायत देने वाली हो सकती हैं। उत्तर प्रदेश सरकार तो यह संदेश पहले ही दे चुकी है कि यूपी में बड़ी संख्या में प्रवासियों की वापसी के चलते हालात चुनौतीपूर्ण भले हों लेकिन पूरी तरह नियंत्रण में हैं। गुरुवार को केंद्र सरकार की ओर से कैबिनेट सचिव ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की थी। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आरके तिवारी भी उसमें शामिल हुए थे। उन्होंने बताया कि सभी राज्यों ने अपनी स्थिति की जानकारी दी है। उन्होंने उत्तर प्रदेश की स्थिति को काफी बेहतर बताया है। विदित है कि 31 मई के बाद लॉकडाउन के पांचवे चरण को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। अब तक लोगों ने लॉकडाउन का पूरी तत्परता के साथ पालन किया लेकिन अब लॉकडाउन में रियायतें देने की मांग उठने लगी है। लोग चाहते हैं कि लॉकडाउन के पांचवे चरण में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन पूरी तरह से कराया जाये लेकिन अब बाजार बंदी और अन्य सुविधाओं को शुरू किये जाने की जरूरत है। पूर्व माध्यमिक विद्यालय सरवनखेड़ा में कार्यरत राजेश बाबू कटियार का कहना है कि कोरोना संक्रमण के दौर में लॉकडाउन के चलते लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ा है। लेकिन कोरोना से जीतने के लिए हर किसी ने सरकार के फैसले का आगे बढ़कर सहयोग किया है। लोगों ने बखूबी लॉकडाउन का पालन किया है। लॉकडाउन के दूसरे और तीसरे चरण में भी लोगों ने कोई आपत्ति नहीं जताई। इसके बाद लॉकडाउन 4 शुरू हुआ तो कुछ रियायतें दी गईं। अब 31 मई को लॉकडाउन 4 खत्म हो जायेगा। अब लोगों के मन में अगले लॉकडाउन को लेकर संशय है लेकिन लोग इसमें रियायतें देने की उम्मीद लगाये हुये हैं। साथ ही लोग सोशल डिस्टेंसिंग समेत कोरोना को रोकने के लिये दिये गये नियमों का पालन करने की बात कह रहे हैं। प्रशासन रेड जोन इलाके को सील करके अन्य सभी स्थानों पर बंदिशें खत्म करे।