कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। अगर आपके पास आधार है और यूआईडीएआई के डाटाबेस में आपका मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड है तो आपका पैन कार्ड झटपट बन जायेगा। पैन कार्ड के तत्काल आवंटन के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को औपचारिक तौर पर इस सुविधा की शुरुआत करदी है। पैन कार्ड बनवाने की इस प्रक्रिया की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें वक्त नहीं लगता और यह सुविधा मुफ्त में मिल रही है। इस प्रक्रिया से प्राप्त पैन कार्ड को ई-पैन नाम दिया गया है।
यद्यपि तत्काल पैन जारी करने के लिए आधार आधारित ई-केवाईसी को गुरुवार को औपचारिक तौर पर लॉन्च किया गया है लेकिन इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की ई-फाइलिंग वेबसाइट पर इसके बीटा वर्जन का ट्रायल फरवरी से ही चल रहा है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने अपने बयान में कहा है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पैन के तत्काल आवंटन की सुविधा औपचारिक तौर पर गुरुवार को लॉन्च की है। इसके बीटा वर्जन का ट्रायल 12 फरवरी से चल रहा था और तब से 25 मई तक 6,77,680 तत्काल पैन आवंटित किए जा चुके हैं। पैन कार्ड के आवेदन करने से लेकर आवंटित होने तक 10 मिनट का वक्त लगता है। उन्होंने यह भी बताया कि व्यक्तिगत स्तर पर 49.39 करोड़ पैन आवंटित किये गये हैं और 32.17 करोड़ से अधिक पैन आधार से लिंक्ड हैं। आपको बता दें कि पैन-आधार लिंकिंग की आखिरी तारीख 30 जून 2020 है।
तत्काल पैन के लिए ऐसे करें आवेदन-
ई-पैन के लिये आवेदक को इनकम टैक्स विभाग की ई-फाइलिंग वेबसाइट पर जाना होगा। वहां उन्हें अपना आधार नंबर डालना होगा जिसके बाद उनके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आयेगा। सफलतापूर्वक यह प्रक्रिया पूरी करने के बाद 15 अंकों का एक एक्नॉलेजमेंट नंबर मिलेगा। इसके जरिये आप अपने पैन के आवेदन की स्थिति देख सकते हैं। पैन आवंटित होने के बाद आप उसे डाउनलोड भी कर सकते हैं। सीबीडीटी के अनुसार आवंटित होने के बाद पैन आवेदक को ईमेल के जरिये भी भेजा जायेगा।
डिजिटल इंडिया की ओर एक और कदम-
इनकम टैक्स विभाग की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि इंस्टेट पैन सुविधा की शुरुआत विभाग का डिजिटल इंडिया की ओर एक और कदम है। डिजिटल इंडिया के माध्यम से विभाग करदाताओं को अनुपालन करने में आसानी होगी। आपको बता दें कि विभाग ने इनकम टैक्स ई-फाइलिंग समेत करदाताओं के लिए कई प्रकार की सेवाओं को ऑनलाइन कर दिया है।