रसूलाबाद/कानपुर देहात, संतोष गुप्ता। कोरोना महामारी को रोकने को लेकर लगाए गए लॉकडाउन के कारण जहां आम आदमी परेशान देखा जा रहा है वही निरीह मूक जानवर भी परेशान नजर आ रहे है। ट्रक ड्राइवरों की लापरवाही से मूक जानवर घायल होकर तड़पते रहते है कोई मानवता वादी हुआ तो भले ही इन जानवरों के उपचार के लिए प्रयास कर दे अन्यथा लोग चुपचाप देखते हुए चले जाते है। ऐसे ही पुलिस जैसे विभाग में रहते हुए तमाम जिम्मेदारियों के बाद भी कोई पुलिस का सब इंस्पेक्टर किसी घायल पशु का डॉक्टर बुलाकर उपचार कराये तो निश्चित ही बात काबिले तारीफ ही कही जाएगी।
ऐसा ही कुछ सोमबार थाना रसूलाबाद परिसर में देखने को मिला जहां एक सांड घायल होकर वरिष्ठ उपनिरीक्षक सुखवीर सिंह के आवास के पास आकर रुक गया उसके पिछले पैर के खुर पर किसी लापरवाह वाहन चालक ने टक्कर मारपीट दी सांड का वजन ज्यादा होने के कारण वह तीन पैरों से चलने में असमर्थ होकर भूखा प्यासा रहकर बेहाल हो गया। जब सांड की यह दशा सुखबीर सिंह ने देखी तो उनका दिल भी बेचैन हो गया और वह व उनकी पत्नी उस निरीह जानवर को पानी पिलाने से लेकर चौकीदारों से घास मंगवाकर खिलाने के साथ स्वयम पशु चिकित्साधिकारी के पास जाकर डॉक्टर को लाकर उसका उपचार शुरू कराने लगे। तो देखने वालों का जमावड़ा लग गया तो कोई भीड़ से कहने लगा कि मानव के पारिवारिक संस्कार जाते नही है।
उपनिरीक्षक सुखबीर सिंह का कहना है कि इन निरीह जानवरो के प्रति संवेदना रखना ही सबसे बड़ी इंसानियत है इन्हें भी तो हमारी तरह भूख प्यास लगती है और तकलीफ होती है इस लिए भूखे प्यासे इन जानवरों के प्रति भी हमारी सहानुभूति रहनी चाहिए के साथ पशु पक्षियों के प्रति प्रेम का भाव रहना चाहिए।