रसूलाबाद/कानपुर देहात, राहुल राजपूत। शनिवार को रसूलाबाद कस्बा में बकरीद का पर्व हर्सोल्लास के साथ मनाया गया। वही सोशल डिस्टेंस का ख्याल रखते हुए में ईद उल-अज़हा की नमाज अदा की गई। महज पांच लोगों ने ईद उल-अज़हा की नमाज अदा की। सुरक्षा व्यवस्था के कड़े प्रबंध रहे। वायरस के चलते सड़कों पर सन्नाटा दिखा सभी मुस्लिम भाइयों ने सरकार की गाइडलाइन का बखूबी से पालन किया।
प्रत्येक वर्ष ईद उल-अज़हा के मौके पर ईदगाह में इतनी भीड़ हो जाती थी कि पैर रखने के लिए भी जगह नहीं मिलती थी। लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के चलते इस वर्ष जनपद में ईद उल-अज़हा का पर्व सादगी के साथ मनाया गया। बीती ईद उल फितर में भी महज पांच लोगों ने ही ईद की नमाज अदा की थी ठीक वैसे ही ईद उल अजहा में भी लोगों ने मस्जिद में नमाज पढ़ने की जिद नही की और शासन की गाइडलाइन का पालन किया। घरों में भी ईद उल अजहा की नमाज अदा की गई। वहीं महज पांच लोगों ने ही मस्जिद में पहुंचकर ईद उल अजहा की नमाज अदा की। रसूलाबाद क्षेत्र के विभिन्न जगहों में पांच पांच लोग ही नमाज अदा कर सके। इस दौरान कहिंजरी, असालतगंज, सेन नाय मोहम्मद नगर,उसरी, पहाड़ीपुर,बिरहुन सहित कई जगहों पर ईद उल अजहा की नमाज अदा की गई। वहीं घरों में भी लोगों ने नफील नमाज़ पढ़ीं। सभी ने एक-दूसरे को मुबारकबाद दी। इसके बाद कुर्बानी का सिलसिला शुरू हुआ। कहीं छोटे तो कहीं बड़े जानवरों की कुर्बानी दी गई। वही सबसे ज्यादा कुर्बानी बकरों की दी गई
नन्हे-मुन्ने बच्चों में भी पर्व को लेकर खासा उत्साह देखने को मिला है। रसूलाबाद कस्बे की प्राचीन ईदगाह में सोशल डिस्टेंस का ख्याल रखते हुए 5 लोगों ने ईद उल अजहा की नमाज अदा की। इस दौरान मुल्क के अमन चैन की दुआ की गई। साथ ही कोरोना वायरस से मुल्क की हिफाजत की दुआ मांगी गई और मुल्क की तरक्की में दुआ में हाथ उठे। नमाज पढ़ने वालों में प्रमुख रूप से पेश इमाम हाजी अब्दुल खान, मौलाना मो नायाब अजहरी, मौलाना कुतुबुद्दीन, अनीस चिश्ती, मुश्ताक खान रहे। वहीं इस दौरान उपजिलाधिकारी अंजू वर्मा, पुलिस क्षेत्राधिकारी रामशरण सिंह, वरिष्ठ उपनिरीक्षक सुखबीर सिंह, कस्बा इंचार्ज उपनिरीक्षक जय सिंह सहित अन्य पुलिस बल मौजूद रहा।