कानपुरः अर्पण कश्यप। बर्रा थाना क्षेत्र में एक युवक ने पानी की टंकी से छलांग लगा दी। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। परिजनों से उसे इलाज हेतु निजी अस्पताल में भर्ती करवाया जहां से उसे सरकारी अस्पताल भेज दिया गया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। सूचना पर पहुंची बर्रा पुलिस युवके के छलांग लगाने के कारणों की जांच में जुटी।
मामला बर्रा थाना क्षेत्र के जरौली फेस दो का है और मिली जानकारी के अनुसार, जरौली फेस टू निवासी प्राईवेट कर्मचारी सुरेन्द्र कुमार दीक्षित के छोटे बेटे प्रान्सू उर्फ बेटू ने अज्ञात कारणों से घर के पास स्थित पानी की टंकी पर चढ़कर छलांग लगा ली। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। वही पार्क में बैठे अन्य युवकों की मदद से युवक की माँ अंजू व भाई अंकुर घायलावस्था में बेटू उर्फ प्रांशू को निजी अस्पताल ले गये जहां से गंभीर हालत में सरकारी अस्पताल ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मुहल्ले वालों की मानें तो छलांग लगाने वाला बेटू अवारा किस्म का था। जिससे उसके परिजन परेशान रहते थे। यहांतक कि मृतक का बड़ा भाई अंकुर समझाया करता था जिससे दोनों भाइयों में अक्सर कहासुनी होती रहती थी।
क्षेत्रीय लोगों की माने तो पार्क में दिनभर आराजक तत्वों का जमावाड़ा लगा रहता है। नशेबाजों और जुआड़ियों की दिन हो या रात गाली गलौच की आवाजें सुनाई देती रहतीं हैं। लोगों ने बताया कि पार्क की अराजकता के बारे में कई बार क्षेत्रीय पुलिस को भी जानकारी दी गई मगर कोई फायदा नहीं हुआ और पार्क अराजकता का अड्डा बना हुआ है। यह भी पता चला कि पुलिस के आते ही अराजक लोग भाग जाते हैं और पुलिस के जाते ही दोबारा जुआ का फड़ सज जाता है। लोगों ने यह भी बताया कि इसी टंकी से पहले भी एक युवक और एक युवती कूद चुकी है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि टंकी की सुरक्षा व्यवस्था में की जा रही लापरवाही की जिम्मेदारी किसकी है ? ऐसे तो पानी की टंकी में चढ़कर कोई शातिर अपराधी पानी में कुछ भी मिला सकता है जिससे कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है।
अभियन्ता डा0 पी के सिंह जोन तीन ने बताया कि पार्क में अराजक तत्वों के एकत्र होने की जानकारी मिली है। कई बार पम्प आपरेटर सोनू ने इन्हे रोकने का प्रयास भी किया। जिसपर मौके पर मौजूद जेई राकेश कुमार से मारपीट की नौबत आ गई थी। गेट बंद होने के बावजूद दीवार फांद कर अंदर आकर जुआं खेलने लगते हैं। फिलहाल टंकी के जीने पर कांटीले तार लगाकर ऊपर जाने का रास्ता बंद कर दिया जा रहा है।