Wednesday, November 27, 2024
Breaking News
Home » मुख्य समाचार » समता मूलक समाज के प्रवर्तक थे बाबा साहब आम्बेडकर

समता मूलक समाज के प्रवर्तक थे बाबा साहब आम्बेडकर

कानपुरः जन सामना ब्यूरो। अधिवक्ता कल्याण संघर्ष समिति ने संविधान रचयिता, भारत रत्न, डॉ भीमराव आम्बेडकर का जयंती समारोह उनके जन्म दिवस की पूर्व संध्या पर बार एसोसियेशन हाल में मनाया।
जयंती समारोह में सर्वप्रथम महामंत्री राकेश तिवारी, भानू प्रताप सिंह, अविनाश बाजपेई ने संयुक्त रूप से बाबा साहब के चित्र पर माल्यार्पण किया। इस मौके पर राकेश तिवारी ने कहा कि बाबा साहब द्वारा लिखा गया संविधान विश्व का सर्वाेत्तम संविधान है। भानु प्रताप सिंह ने कहा समाज के उत्थान में बाबा साहब का अद्वितीय योगदान है।
संयोजक पं0 रवीन्द्र शर्मा ने कहा कि भारतीय संविधान के रचयिता डॉ0 भीमराव अम्बेडकर समता आधारित समाज के प्रवर्तक थे। सामाजिक समरसता के महान चिंतक और युगदृष्टा थे। पिछड़ों अल्पसंख्यकों दलितों निर्धनों कमजोरों और मजलूमों को समाज में बराबरी का दर्जा और सम्मान दिलाने के लिए उन्होंने संविधान में तमाम प्रावधान किए जिससे सामाजिक समरसता कायम हो और सबको बराबरी का अधिकार प्राप्त हो सके। हम बाबा साहब को शत-शत नमन करते हैं और बाबा साहब के बताए रास्ते पर चलकर अधिवक्ता सम्मान को आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगे। इस अवसर पर प्रमुख रूप से मदन मोहन शुक्ला, योगेश कुमार, विजय सागर, सर्वेश त्रिपाठी, अश्वनी आनंद गौतम, कमलेश गौतम, आनन्द गौतम, अखिलेश कुमार, दिनेश, राम लखन लाल, जगेंद्र अवस्थी, प्रणवीर सिंह, जयंत जयसवाल, मोहित शुक्ला, अंकुर गोयल, अन्मता जमाल, प्रियम जोशी, शाहिद जमाल, संजीव कपूर, के के यादव मौजूद रहे।