⇒बकाया बिल छूट के साथ जमा करने का अवसर पुनः प्रदान करें- ग्रामीण उपभोक्ता
पवन कुमार गुप्ता: रायबरेली। अप्रैल महीने की शुरूआत होने के साथ ही गर्मी ने अपना। असर दिखाने शुरू कर दिए है। चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी के साथ ही आम जनमानस को बिजली और पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है। विद्युत विभाग के अधिकारियों ने बिजली के बकायेदारों से शुल्क वसूलने के लिए कड़े रुख अपनाने के लिए निर्देश दे दिए हैं। जिसके तहत बिजली बिल के बड़े बकायेदारों से बिजली के बिल की वसूली के लिए कनेक्शन काटे जाने का अभियान जोरों पर है।
विद्युत विभाग नियमों की अनदेखी कर जिले भर में बिजली कनेक्शन काटने का अभियान चला रही है़। इसके साथ ही जनपद के ऊंचाहार क्षेत्र में यह अभियान जोरों पर है। सूत्रों की मानें तो अब तक ऊंचाहार क्षेत्र में लगभग 40 से 50 उपभोक्ताओं का कनेक्शन काटा जा चुका है़। विद्युत अधिनियम के अनुसार बकाया राशि पर 15 दिन पहले नोटिस देना है़। कनेक्शन काटने के पहले उपभोक्ताओं को सूचित करना है़।
चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी के बिजली विभाग की इस कार्यवाही से ज्यादातर ग्रामीणांचल के उपभोक्ता ही परेशान हो रहे हैं। बिजली बिल के बकाएदारों में अधिकांश उपभोक्ताओं गांव के मजदूर ही हैं। जिनका बकाया के नाम पर बिजली कनेक्शन काटा जा रहा है़ इधर राजस्व बढ़ाने के लिये विद्युत विभाग के अभियंताओं ने बकायेदारों का बिजली कनेक्शन काटो का अभियान तेज कर दिया है़। उपभोक्ताओं को नोटिस देने की बात दूर बिजली कनेक्शन काटने के पहले सूचना तक नहीं दिया जा रहा है़ इसको लेकर जगह जगह उपभोक्ता और अभियंताओं के बीच बहस के साथ साथ हाथापाई की नौबत उत्पन्न हो रही है़।
चुनावी प्रलोभन की आस में बैठे थे ग्रामीण उपभोक्ता
बताते चलें कि बिजली बिल के बकायेदारों में ग्रामीण अंचल के मजदूर काफी मात्रा में हैं। इस बार बकायेदारों की सूची ज्यादा लंबी होने की वजह चुनाव के दरमियान होने वाली प्रलोभन की घोषणाओं से बढ़ी हुई है हालांकि इस तरह का कोई प्रलोभन वर्तमान सरकार ने नहीं दिया था लेकिन दो दशक पूर्व के विधानसभा चुनाव में ऐसी घोषणाएं की जा चुकी थी जिनसे ग्रामीण अंचल के उपभोक्ताओं को यह विश्वास था कि यदि किसी नई सरकार को प्रदेश की कमान मिलती है तो शायद हमारा बिजली का बिल माफ हो सके। अधिकांश उपभोक्ता इसी क्रम में रहकर बिजली का बिल नहीं जमा कर सकें हैं परंतु अब नई सरकार का गठन हो चुका सभी मंत्रियों ने अपना कार्यभार संभाल लिया है और हर विभाग अपने राजस्व की वसूली करने में जुट गया है। गौरतलब यह है कि उपभोक्ता विद्युत विभाग के इस कनेक्शन काटो अभियान से अचरज में है क्योंकि बकाया बिल जमा करने का उनको अब कोई छूट मिलने वाला प्रावधान भी नहीं है।
एक सप्ताह से खराब पड़ा ट्रांसफार्मर
मामला क्षेत्र के मोहम्मदपुर चंदऊ मजरे जब्बारीपुर का है। यहां पर 25 के वी ए का ट्रांसफार्मर करीबन एक सप्ताह पूर्व जल गया था। जिसके चलते सैकड़ों घरों में अंधेरा छाया हुआ है। ग्रामीणों को भीषण तपन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण छेदीलाल मौर्या, बुद्धिलाल, रामकुमार आदि लोगों द्वारा टोल फ्री नम्बर 1912 पर शिकायत दर्ज कराई है लेकिन इसके बावजूद भी ट्रांसफार्मर नहीं बदला गया है। जिसको लेकर ग्रामीणों में विधुत विभाग के विरुद्ध रोष व्याप्त है। इस बावत जेई लालमणि वर्मा से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन सम्पर्क नहीं हो पाया।
मनमानी कटौती और मनमाने वोल्टेज सप्लाई से परेशान ग्रामीण
इसी बीच अधिकारियों की झल्लाहट देखने को भी मिल रही है बता दें कि बिजली विभाग किस बात के लिए गरीबों के जेबों पर डाका डालने की कोशिश कर रहा है यह नहीं कहा जा सकता लेकिन दिन हो या रात सैकड़ों बार बिजली का आवागमन लगा रहता है। बीती रात तो ऐसा हुआ कि मानो सारे उपकेंद्र के वोल्टेज की सप्लाई एक ही गांव को दे दी गई हो। अचानक से हाई वोल्टेज की सप्लाई आने से ग्रामीण अंचल में लोगों के घरों में विद्युत यंत्र फुंक जाते हैं। विभाग को वोल्टेज के कंट्रोल पर ध्यान रखना चाहिए जिससे की आम आदमी परेशान ना हो।