⇒हफ्तों से सड़क पर बह रहा नाली का पानी और लगा कचरे का ढेर
⇒नगर पालिका अध्यक्ष के द्वारा आश्वस्त करने के बावजूद 24 घंटे बाद भी निरीक्षण के लिए नहीं भेजे गए कर्मचारी
पवन कुमार गुप्ता: रायबरेली। बिना बरसात के शहर की गलियों व आवागमन के रास्तों पर कीचड़ व गंदगी जमा होने से नगर वासियों में अच्छा खासा आक्रोश है। नगर पालिका रायबरेली के कर्मचारियों की उदासीनता के कारण स्वच्छता अभियान में लापरवाही की पोल खुल कर सामने आ रही है। बीते दिन ही उक्त समस्या से नगर पालिका अध्यक्ष को अवगत कराया गया था और उन्होंने कहा भी था कि हम कर्मचारियों को भेजकर समस्या का निदान कराते हैं लेकिन 24 घंटे बीत जाने के बावजूद कोई भी कर्मचारी मौके का मुआयना करने नहीं पहुंचा है, जिससे प्रतीत होता है कि रायबरेली की नगर पालिका अपनी लापरवाही का खुद ही प्रदर्शन करना चाहती है। आस पास के रहने वाले लोगों ने बताया कि मार्ग में गंदगी व कीचड़ से ग्रामीणों व राहगीरों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और जिम्मेदार समस्या हल करने की बजाय मूक दर्शक बने हुए हैं।
मामला शहर से गुजर रहे लखनऊ प्रयागराज राजमार्ग के किनारे सुयश रेस्टोरेंट के सामने तुलसी नगर मार्ग को जाने वाले प्रगतिपुरम चौराहे का है। इस चौराहे के तुलसी नगर मार्ग को जाने वाले गेट पर प्रवेश करते ही सड़कों पर पानी भरा हुआ है लोग वाहनों से तो किसी तरह निकल जाते हैं लेकिन यहां के नगरवासियों के लिए पैदल चलकर सड़क तक आना मुश्किल होता है क्योंकि सड़क पर बह रहा नाली का पानी और लगे कचरे के ढेर से होकर उन्हें गुजरना पड़ता है। प्रगतिपुरम चौराहे से लेकर अलंकृत लान तक की नालियां बजबजा रही हैं सड़क के किनारे पानी भरा हुआ है। प्रगतिपुरम चौराहे पर सुभाष जनरल स्टोर के दुकानदार और वहां खड़े ग्राहकों ने बताया कि पिछले एक हफ्तों से इस सड़क पर नाली का एक पाइप टूटने की वजह से पानी का रिसाव हो रहा है। इसके साथ कचरे का ढेर रास्ते भर में लगा है कोई सफाई कर्मचारी भी यहां की गंदगी को साफ करना नहीं चाहता है। नगर पालिका का कोई भी कर्मचारी हफ्तों से इस सड़क पर बह रहे पानी को बंद कराने के लिए नहीं आया। ट्विटर के माध्यम से नवांगतुक जिलाधिकारी और संबंधित विभाग को टैग करने के बावजूद अब तक मामले को संज्ञान में नहीं लिया गया है और अब तक नगर के लोगों की समस्या का समाधान नहीं हो सका है।
नगर पालिका अध्यक्ष ने बीते दिन बताया था कि इस समस्या से नगर वासियों को जल्दी छुटकारा दिलाया जाएगा और कर्मचारियों को बेचकर मौके का मुआयना किया जाएगा। लेकिन 24 घंटे बीत जाने के बावजूद नगरपालिका का कोई कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा जिससे नगर वासियों में काफी आक्रोश है।