कानपुर देहात। मुख्य विकास अविकास अधिकारी सौम्या पाण्डेय की अध्यक्षता में जल संरक्षण की बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें वर्चुअल मीट के माध्यम से जिलाधिकारी नैहा जैन भी जुड़ी हुई थी, इस बैठक में जल संरक्षण से जुडे हुए विभिन्न विभागों ने अपनी सहभागिता अदा की चूंकि जनपद में जल को लेकर अनेक प्रकार की समस्याऐं है, उन्हीं के निवारण हेतु यह समीक्षा बैठक बुलाई गयी, जिसमें मुख्य विकास अधिकारी ने विभागवार और योजनावार उनसे ब्यौरा मांगा। सर्वप्रथम हैण्डपंपों की स्थिति के बारे में जानकारी ली गयी, जनपद में कुल 35976 हैण्डपंप है, जिसमें करीब 416 रिबोर योग्य थे, अब शेष 220 हैण्डपंप रिबोर योग्य रह गये है। मुख्य विकास अधिकारी ने इस पर जिला पंचायत राज अधिकारी से कहा कि ऐसे हैण्डपंप जो रिबोर योग्य है उनको जल निगम से सम्पर्क स्थापित कर रिबोर करा ले, 752 हैण्डपम्प सामान्य मरम्मत के है जिसमें सबसे अधिक हैण्डपम्प रसूलाबाद के है, मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिये कि जिला पंचायत राज अधिकारी दो दिन में इनको सही कराये, इसके साथ ही खराब हैण्डपंपों की ग्रामवार समीक्षा आदि आज ही करें। विद्यालय में जो हैण्डपम्प है उनको पहले चेक कराये, खराब है तो सही कराये, प्रत्येक हैण्डपंप के पास शोप पिट का निर्माण अवश्य कराये, समरसेबिल की संख्या डीपीआरओ उपलब्ध कराये। हैण्डपम्पों से निकल रहे पानी को भी संरक्षित किया जाये, जल जीवन मिशन के तहत जो योजनाऐं चल रही है उनकी जांच एसडीएम और बीडीओ से कराया जाये, साथ ही परौंख गांव में इसकी जांच जिला विकास अधिकारी और सम्बन्धित एसडीएम से तत्काल कराया जाये, ताकि उनके गुणवत्ता की परख की जा सके और जनता के बीच से जो शिकायत आ रही है उनको ठीक किया जा सके। जल जीवन मिशन फेज-2 के अन्तर्गत हर ब्लाक में एक पानी की टंकी बनायी जाये, साथ ही जनपद में जो 28 आंशिक क्षमता पर आधारित जल जीवन मिशन से सम्बन्धित योजनायें है उनका हल शीघ्र अतिशीघ्र किया जाये, एक्सईन जल निगम ने कहा कि जनपद में कुल 469 नलकूप है, जिसमें 452 क्रियाशील है, बाकी 9 विद्युत दोष से और 8 यात्रिक दोष से ग्रसित है जिन्हें शीघ्र ही ठीक करा लिया जायेगा, साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि 43 तालाब है जिन्हें पानी भरा जा रहा है। उन्होंने हेल्पलाइन नम्बर भी दिया है जो नलकूपों पर अंकित है एक्सीईन नलकूप 9454415080, एक्सीईन भोगनीपुर एवं सिकन्दरा 9454415074 एवं एक्सीईन मैथा, अकबरपुर, रसूलाबाद 9454415754 है। जिलाधिकारी ने वर्चुअल माध्यम से जुड़ते हुए कहा कि सिंचाई हेतु नलकूपांे के बजाये ड्रिप सिंचाई, स्प्रिगलर सिंचाई विधि अपनाई जाये जिससे जल की अत्यधिक बचत होगी, उन्होंने कहा कि हमें जनपद में तालाबों को संरक्षित करना है और 144 नहरों को लगातार जल उपलब्ध कराना है ताकि इनका प्रयोग आम नागरिक अपनी आवश्यकता के अनुसार कर सके, इसमें तालाबों की सफाई के लिए और नहरों के रख रखाव के लिए नरेगा के मजूदरों की मदद ली जा सकती है, साथ ही इस बैठक में ग्रांउडवाटर पर भी विस्तार से चर्चा की गयी, मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि डिस्ट्रिक ग्राउण्ड लेवर कमेटी को गांव में सक्रिय किया जाये, जिससे गांव में पानी बचत की योजनाओं को हकीकत में तब्दील किया जा सके, जिलाधिकारी ने वर्चुअल माध्यम से कहा कि जनपद में रेन हार्वेस्टिंग को बढ़ावा देना है, इस कार्य को प्राथमिकता से लिया जाये, मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि एक ऐसे मैप का निर्माण किया जाये जिसमें इस बात का अंकन हो कि हमारे जल के स्रोत कहॉ-कहॉ है, एक प्रकार से हमे जल संरक्षण के सम्बन्ध में इन्टीग्रेटेड एप्रोच को अपनाना है जिससे जल का बेहतर संरक्षण किया जा सके, उन्होंने कहा कि जनपद में नदियों का पुनरोद्धार करना है, नाले और छोटी नदियों में चेकडम का निर्माण कर पानी को संरक्षित करना है। जैसा की विदित है कि मुख्य विकास अधिकारी के द्वारा रिन्द और संेगुर नदी का नरेगा के तहत पुनरोद्धार कराया जा रहा है, प्रधानमंत्री के महत्वपूर्ण विजन अमृत सरोवर की संकल्पना को साकार करने हेतु इस बैठक में चर्चा की गयी, पूरे जनपद में 75 अमृत सरोवर का निर्माण किया जाना है, जिसके चारो तरफ वृक्षारोपण किया जायेगा, उसे साफ सुथरा बनाकर पिकनिक स्पाट के रूप में विकसित किया जायेगा, इस बैठक में वेटलैण्ड संरक्षण की भी बात की गयी, जनपद में विद्यमान वेटलैण्ड क्षेत्र को पुर्न संयोजित करना है, प्रभागीय वनाधिकारी अनिल कुमार द्विवेदी ने बताया कि इसमें मनरेगा की प्रधान भूमिका रहेगी, उन्होंने मगही और इटैली झील को संरक्षित करने की बात कही, जिलाधिकारी ने कहा कि अमृत सरोवर तालाब नगरीय क्षेत्रों में भी होना चाहिए, विद्युत की समीक्षा करते हुए एक्सीईन विद्युत ने बताया कि कल से जनपद में 18 घण्टे बिजली आयेंगी। बिजली की समस्या के समाधान हेतु 1912 टोल फ्री नम्बर जारी किया गया है, जिससे विद्युत की समस्याओं के सम्बन्ध में आम नागरिकों की समस्याओं को शीघ्रता से दूर किया जा सकेगा। बैठक में सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।