⇒रायबरेली और फतेहपुर को जोड़ने वाले गंगा पुल के निर्धारित समय पर पूर्ण होने पर संशय
पवन कुमार गुप्ताः रायबरेली। फतेहपुर और रायबरेली जनपदों को नए सिरे से जोड़ने वाला बहु आयामी पूरे तीर गंगा पुल की रफ्तार अब सुस्त पड़ गई है। इस पुल का निर्माण पूरा होने की अवधि एक माह में समाप्त होने वाली है। किंतु अभी करीब छह माह का निर्माण बाकी हैै। जिसे पूर्ण करने में एक साल लगेगा। क्योंकि बरसात के कारण अभी इसमें और विलंब होने की संभावना है ।
पिछली योगी सरकार में खाद्य एवं रसद मंत्री रहे फतेहपुर के हुसैनगंज विधान सभा के विधायक रविंद प्रताप सिंह उर्फ धुन्नी सिंह के प्रयास से ऊंचाहार क्षेत्र के पूरे तीर पर पक्का गंगा पुल का निर्माण मार्च 2019 में शुरू हुआ था। इस पुल के निर्माण पूरा होने की अवधि 30 जून है। किंतु पुल में अभी काफी काम बाकी है। अभी तक पुल के सारे पिलर तैयार हो चुके है किंतु करीब सात बीम पड़नी शेष है। यही नहीं इन बीम के बाद उस पर छत डाली जाएगी। एक बीम डालने और उस पर छत डालने में करीब तीन महीना का समय लगेगा। उसके बाद पुल के दोनो ओर सड़क और रास्तों का निर्माण भी होना है। यदि रात दिन तीव्र गति से भी निर्माण प्रारंभ हो, तब भी करीब छह महीना पुल निर्माण में लगेगा। जिसके लिए करीब एक साल का समय सेतु निगम को चाहिए। क्योंकि जुलाई महीने से शुरू होने वाली बरसात के कारण निर्माण कार्य ठप हो जायेगा। इस प्रकार से प्रदेश सरकार की इस योजना को पूर्ण होने में अभी काफी समय लगने वाला है।
धुन्नी सिंह की हार ने रोकी रफ्तार-
फतेहपुर जनपद के हुसैनगंज सीट से भाजपा विधायक और योगी की पहली सरकार में मंत्री रहे रविंद्र प्रताप सिंह उर्फ धुन्नी सिंह की गंगा पुल प्राथमिकता की परियोजना रही है। उन्ही के प्रयास से राज्य सरकार ने इस पुल का निर्माण शुरू किया था। करीब नब्बे करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले इस पुल की लंबाई करीब 11 किमी है। किंतु 2022 के विधान सभा चुनाव में धुन्नी सिंह चुनाव हार गए है। उनके चुनाव हारने के बाद इस पुल के निर्माण की गति भी सुस्त हो गई है। अब इसको कोई देखने वाला नहीं है, इसलिए निर्माण भी राम भरोसे ही चल रहा है।
बरसात के बाद बंद हो जायेगा निर्माण कार्यः जेड
जुलाई महीने से पहले ही मानसून आने की संभावना है। यदि बरसात शुरू हो गई तो गंगा का जलस्तर बढ़ जायेगा। ऐसी दशा में पक्के पुल का निर्माण भी रुक जायेगा। जो करीब चार माह तक बंद रहने की संभावना है। इस प्रकार से पूरे तीर गंगा घाट का पुल एक साल विलंबित हो सकता है। इस समय निर्माण में बमुश्किल दो दर्जन श्रमिक लगे हुए है। विभागीय अधिकारी भी उदासीन है। सेतु निगम में अवर अभियंता सुनील वर्मा ने बताया कि समय अवधि के अंदर कार्य पूर्ण करने का प्रयास किया जा रहा है। बीच में असमय बरसात के कारण कुछ कार्य बाधित हुआ था।