कानपुर। मर्चेंट्स चैम्बर ऑफ उत्तर प्रदेश ने अपने नवतिः गौरवशाली वर्षीय समारोह का आयोजन देश के प्रथम नागरिक भारत के सर्वाेच्च पद पर आसीन मुख्य-अतिथि राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द, विशिष्ट-अतिथि राज्यपाल श्रीमती आनंदी बेन पटेल, उप्र विधान सभा के सभापति सतीश महाना और कार्यक्रम के स्वागताध्यक्ष महेन्द्र मोहन गुप्त की उपस्थिति में किया।
राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने मर्चेंट चैम्बर ऑफ उ0प्र0 के 90 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर इस संस्था से जुड़े आप सभी लोगों को मेरी हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि जिस संस्था को भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, प्रथम महिला प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी और उसी के साथ-साथ प्रथम महिला राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा देवी पाटिल जैसे महान व्यक्तित्व के लोगों ने संबोधित किया हो ऐसी संस्था के कार्यक्रम में भाग लेना मैं अपना सौभाग्य समझता हूं।
उन्होंने कहा कि पिछले 90 वर्षों से मर्चेंट चेंबर ऑफ उत्तर प्रदेश व्यापार, वाणिज्य उद्योग व्यापार को बढ़ावा देता रहा है यह सच है कि आपके गौरवशाली संस्था गौरवशाली 90 वर्ष बीत चुके 100 वर्ष पूरे होने में केवल 10 वर्ष बाकी है। यह संस्था व्यापार और उद्योग जगत तथा राज्य और देश की नीति निर्माताओं को आपसी समन्वय के लिए एक मंच प्रदान करती रही है। इस संस्था द्वारा समय-समय पर विभिन्न मुद्दों पर भारत सरकार और उत्तर प्रदेश की राज्य सरकार को दिए गए सुझाव नीति निर्धारण में अत्यंत सहायक सिद्ध होते रहे है, उत्तर प्रदेश के आर्थिक विकास में योगदान देने के लिए मर्चेंट चेंबर उत्तर प्रदेश के सभी वर्तमान और पूर्व पदाधिकारियों की मैं सराहना करता हूं और सच में अगर देखा जाए किसी समय कानपुर पूरे उत्तर प्रदेश की औद्योगिक नगरी कहलाता था। उन्होंने कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश को यदि आप सामने रखें तो कानपुर का नाम पहले आता था आज वह स्थिति नहीं है। लेकिन पुनः मुझे लगता है कि शायद यह जिम्मेदारी आपकी संस्था पर ज्यादा आ गयी है।उसको आप को रिस्टोर करने में क्या चाहिए और मुझे लगता है कि जो पदाधिकारी हैं सक्षम पदाधिकारी हैं आप सब लोग वह जो स्वर्णिम इतिहास था कानपुर का औद्योगिक नगरी होने का उसको वापस ला सके तो यह कानपुर के लिए ऐतिहासिक नहीं होगा जितना कि पूरे उत्तर प्रदेश के लिये होगा। आपकी बहुत बड़ी संस्था है, पुरानी संस्था है। यदि मर्चेंट चेंबर को देखा जाए तो मुझे नहीं लगता कि उत्तर प्रदेश में ऐसी पुरानी कोई संस्था होगी। उन्होंने मर्चेंट चेंबर के पूर्व अध्यक्षों की सूची की चर्चा करते हुये कहा कि इस सूची में किसी भी महिला का नाम नही है, मै चाहता हूॅ समाज के कार्यशैली में कभी-कभी हमारी बहने बेटियां पुरूषों के तुलना में आगे है, आज महिलाओं की वो स्थिति नही है जो 50 वर्ष पूर्व हुआ करती थी। आज असेम्बली, पार्लियामेंट या उद्योग हो मैनें देखा है अब प्रत्येक क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़-चढ़ कर है। उन्होंने कहा कि कभी ना कभी महिलाओं को भी मौका मिले तो मुझे लगता है कि बहुत अच्छी बात होगी। उन्होंने कहा कि कानपुर गंगा के किनारे स्थित होने के कारण प्राचीन काल से ही उद्योग व्यापार का केंद्र रहा है। उन्होंने कहा कि यही उद्योग कानपुर और गंगा के प्रदूषण का प्रमुख कारण भी रहा है। उन्होंने कहा कि उद्योग और व्यापार जगत से यह अपेक्षा की जाती है प्रदूषण की समस्या को कम करने में सहयोग करते हुए कानपुर की गंगा तथा शहर को स्वच्छ बनाने में अपना योगदान दें।
जलवायु परिवर्तन एक विकराल समस्या के रूप में हमारे सामने है यदि इसमें हम सुधार नहीं करेंगे तो वर्तमान के साथ-साथ आने वाली पीढ़ियां भी अनेक कठिनाइयों का सामना करेंगी। यहां पर उपस्थित उद्योग व्यापार जगत के सभी प्रतिनिधियों से अपेक्षा करूंगा सिर्फ वर्तमान में चल रहे उद्योगों में प्रदूषण कम करने की दिशा में कार्य करेंगे बल्कि ऐसे नए उद्योगों को स्थापित करने में भी सहयोग करेंगे जो पर्यावरण के अनुकूल हो। मुझे पूरा विश्वास है कि यहां के प्रतिभाशाली छात्रों का कौशल आप लोगों की व्यवसाय क्षमता और उत्तर प्रदेश के मेहनती नागरिक मिलकर इस कार्य को संभव बना सकते हैं।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल जी के मार्गदर्शन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार राज्य में निवेश बढ़ाने, रोजगार सृजन और प्रदेश के सतत विकास के लिए अनेक कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि कल लखनऊ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरे उत्तर प्रदेश इन्वेस्टर समिट का उद्घाटन किया जिसमें 82 हजार करोड से अधिक इनवेस्टमेंट के प्रपोजल आए हैं और खुशी की बात यह भी है कि जिसमें 400 करोड़ से अधिक कानपुर के लिए है। उन्होंने कहा कि हम देश की आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं यह हमारे देश की विकास यात्रा का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है जहां हमें न सिर्फ अपने पूर्वजों और स्वतंत्रता सेनानियों जिन्होंने हमें आजादी दिलाने के लिए अपना सब कुछ न्यौछावर कर दिया उन्हें गर्व के साथ याद करना है, बल्कि हमें अपने देश के लिए ईमानदारी और सत्य निष्ठा के साथ कार्य भी करना है ताकि जब हमारा देश आजादी की शताब्दी वर्ष मना रहा हो तब वह प्रमुख विश्व शक्ति हो और हमारी आने वाली पीढ़ियां हम सब पर गर्व करें।
सभापति सतीश महाना ने राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविन्द, उप्र की राज्यपाल श्रीमती आनन्दी बेन पटेल, मर्चेंट्स चैम्बर के समस्त पदाधिकारियों का स्वागत करते हुए कहा कि यह हम सबके लिए गौरव की बात है कि हमारे मध्य ऐसी महान विभूति, मंद-मंद मुस्कान वाले ऐतिहासिक व्यक्ति हम सबके मध्य अपने बहुमूल्य समय में से कुछ समय निकलकर हम सबके मध्य उपस्थित हुए है।
श्री महाना ने कहा माननीय राष्ट्रपति महोदय जी, राष्ट्रपति की पद पर आसीन होते हुए भी हम सबके बड़े भाई एवं मार्गदर्शक है। इस महान विभूति को जितना सम्मान दिया जाये उन कम होगा। श्री महाना ने कहा कि हम सब सूरज की तरह से चमके न चमके लेकिन जुगनू की तरह रौशनी देने का प्रयास अवश्य करना चाहिए।
इस अवसर पर राज्यपाल श्रीमती अन्नदीबेन पटेल द्वारा मर्चेंट्स चैम्बर की स्पेशल कवर पोस्ट मास्टर जनरल का विमोचन एवं विरूपण किया गया तथा 90 वें यशश्वी वर्ष के अवसर पर मर्चेंट्स चैम्बर की स्मारिका का विमोचन एवं विरूपण सतीश महाना ने किया।
मर्चेंट्स चैम्बर के अध्यक्ष अतुल कनोडिया ने माननीय राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद, आदरणीया श्रीमती आनन्दी बेन पटेल, सतीश महाना, कार्यक्रम के स्वागताध्यक्ष डॉ. महेन्द्र मोहन गुप्त, जे.के. आर्गेनाइजेशन के अध्यक्ष निधिपति सिंघानिया, सभागार में उपस्थित सम्माननीय मंत्रीगण, सांसद व विधायकगण, शासन व प्रशासन के प्रतिनिधि, समस्त अतिथिगणों का सादर स्वागत, अभिनन्दन एवं वंदन किया।
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