राजीव रंजन नागः नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी नेता के सहयोगी कारोबारी दिनेश अरोड़ा को पिछले हफ्ते दिल्ली की एक अदालत ने जमानत दे दी। सीबीआई ने इसका विरोध नहीं किया था। सोमवार को सीबीआई ने शहर की एक अदालत में एक याचिका दायर कर कहा कि दिनेश अरोड़ा मनीष सिसोदिया के खिलाफ मामले में उनके गवाह होंगे। सीबीआई ने कहा है कि व्यवसायी ने जांचकर्ताओं के साथ सहयोग किया और महत्वपूर्ण जानकारी दी।
दिल्ली के शराब घोटाले को लेकर सीबीआई ने स्थानीय अदालत में एक अर्जी दायर कर उद्योगपति दिनेश अरोरा को सरकारी गवाह बनाने का आग्रह किया है। अरोरा इस घोटाले में आरोपी हैं और उन्हें हाल ही में अग्रिम जमानत मिली है। सीबीआई ने उनकी जमानत का कोई विरोध नहीं किया था।
अरोरा को गवाह बनाने के लिए सीबीआई ने सीआरपीसी की धारा 306 के तहत अर्जी दायर की है। विशेष जज एमके नागपाल ने इस अर्जी पर सोमवार को सुनवाई की। कुछ दिनों पूर्व इसी कोर्ट ने अरोरा का अंतरिम जमानत दी थी। जमानत अर्जी के जवाब में सीबीआई ने कहा था कि अरोरा जांच में सहयोग कर रहे हैं और उन्होंने कुछ अहम जानकारियां दी हैं, जो जांच में महत्वपूर्ण हैं। इसलिए, यदि कोर्ट उन्हें जमानत दे देती है तो उसे कोई आपत्ति नहीं है। सीबीआई के इस जवाब के बाद कोर्ट ने अरोरा का जमानत दी थी। कोर्ट ने यह भी कहा था कि सीबीआई के जवाब से अरोरा की तत्काल गिरफ्तारी की आशंका नहीं है, लेकिन भविष्य में उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है, क्योंकि एक केस में आवेदक को आरोपी बनाया गया है।
कोर्ट ने अरोरा को जांच में सहयोग करने की शर्त पर अग्रिम जमानत दी थी। अरोरा ने अग्रिम जमानत अर्जी तब दायर की थी जब सीबीआई ने विजय नायर को गिरफ्तार किया था और समीर महेंद्रू को ईडी ने गिरफ्तार किया था। बाद में सीबीआई ने हैदराबाद के व्यवसायी अभिषेक बोइनपल्ली को दिल्ली की नई आबकारी नीति बनाने और उसे लागू करने में कथित अनियमितताओं से संबंधित एक मामले की चल रही जांच में गिरफ्तार किया था।
अरोड़ा, जो इस मामले में एक आरोपी भी हैं, का सरकारी गवाह बनना आप नेता के लिए एक ऐसे समय में झटका है, जब पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार कर रही है।
दिल्ली सरकार राष्ट्रीय राजधानी में शराब बेचने के लिए नई नीति लेकर आई थी। उपराज्यपाल ने कथित भ्रष्टाचार को लेकर सीबीआई से इस पर गौर करने को कहा था। बाद में अरविंद केजरीवाल सरकार ने नई नीति को रद्द कर पुरानी नीति पर वापस कर दिया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा है कि उपराज्यपाल के हस्तक्षेप के कारण आप सरकार को राजस्व में हजारों करोड़ का नुकसान हुआ।
सीबीआई ने 27 सितंबर को दिल्ली के शराब घोटाले या आबकारी नीति घोटाले से संबंधित एक जांच के दौरान इवेंट मैनेजमेंट कंपनी ओनली मच लाउडर के पूर्व सीईओ, व्यवसायी विजय नायर को गिरफ्तार किया था। इससे पहले अगस्त में सीबीआई ने दिल्ली के शराब घोटाले में एक मामला दर्ज किया था और आठ लोगों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया था। आरोपियों में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, तत्कालीन आबकारी आयुक्त अरवा गोपी कृष्णा, उपायुक्त आनंद तिवारी और सहायक आयुक्त पंकज भटनागर शामिल हैं। इनके अलावा मनोज राय, अमनदीप ढल, इंडोस्पिरिट ग्रुप के प्रबंध निदेशक समीर महेंद्रू, महादेव लिकर्स के अमित अरोरा व दिनेश अरोरा अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता सनी मारवाह और अर्जुन पांडे भी आरोपी हैं।
मनीष सिसोदिया ने शनिवार को ट्वीट कर बताया है कि ईडी ने उनके निजी सहायक यानी पीए को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने कहा था कि बीजेपी वाले चुनाव में हार से डरे हुए हैं। बताना होगा कि मनीष सिसोदिया दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति के मामले में हुए कथित घोटाले को लेकर जांच का सामना कर रहे हैं। सिसोदिया को कुछ दिन पहले जांच एजेंसी सीबीआई के द्वारा पूछताछ के लिए बुलाया गया था। तब आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया था। सिसोदिया ने कहा है कि जांच एजेंसी ईडी ने उनके पीए के घर पर छापा मारा और वहां से भी उसे कुछ नहीं मिला और इसके बाद ईडी ने उन्हें गिरफ़्तार कर लिया है। इसी दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के तमाम नेताओं ने कहा था कि जांच एजेंसी सीबीआई मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर सकती है।
बीजेपी के अनुसार विजय नायर और दिनेश अरोड़ा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के लिए कैश कलेक्शन का काम करते थे। केजरीवाल सरकार के द्वारा लाई गई और फिर वापस ली गई आबकारी नीति के मामले में जांच एजेंसी ईडी ने बीते महीनों में देशभर में कई जगहों पर छापेमारी की थी। ईडी ने दिल्ली में 25 जगहों पर छापेमारी की थी जबकि उससे पहले दिल्ली-एनसीआर, पंजाब और हैदराबाद में 35 जगहों पर ईडी के अफसरों की टीम पहुंची थी।
अब तक इस मामले में कई लोगों की गिरफ्तारियां भी हो चुकी हैं। बीते महीने सीबीआई ने विजय नायर और ईडी ने समीर महेंद्रू को गिरफ्तार किया था। नायर आम आदमी पार्टी के कम्युनिकेशन विभाग के प्रभारी हैं जबकि समीर महेंद्रू इंडो स्पिरिट्स के मालिक हैं और शराब कारोबारी हैं। सीबीआई को अपनी जांच में समीर महेंद्रू द्वारा कथित तौर पर उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के करीबी सहयोगियों को करोड़ों रुपये का भुगतान किए जाने का पता चला था।
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का कहना है कि दिल्ली सरकार की जिस आबकारी नीति को लेकर विवाद हो रहा है, वह सबसे अच्छी आबकारी नीति थी और दिल्ली सरकार उस आबकारी नीति को पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता से लागू कर रही थी। उन्होंने कहा था कि अगर दिल्ली के तत्कालीन उप राज्यपाल ने 48 घंटे पहले उस आबकारी नीति को फेल करने की साजिश के तहत अपना फैसला नहीं बदला होता तो दिल्ली सरकार को इस आबकारी नीति से कम से कम 10000 करोड़ रुपये हर साल मिलते। उन्होंने कहा था कि नई आबकारी नीति में किसी तरह का कोई घोटाला नहीं हुआ था।