अरशद चौधरीः संतकबीरनगर। विकास खण्ड सेमरियावां क्षेत्र के गांव मुसरद स्थित अमृतेश्वर नाथ धाम दशकों से लोगों की आस्था का केन्द्र रहा है। लेकिन यह धाम आज भी सरकारी उपेक्षा का दंश झेल रहा है। जिससे लोगों में रोष व्याप्त है। सेमरियावां ब्लाक क्षेत्र के गांव मुसरद में लगभग 80 वर्ष पहले अमृतेश्वर नाथ धाम स्थापित है। क्षेत्र के लोगों की यह आस्था और आकर्षण का केन्द्र रहा है। विगत 15 वर्षों से यहां हर साल रूद्र महायज्ञ का आयोजन किया जाता है भव्य कलश यात्रा भी निकाली जाती है जिसमें हाथी, घोड़ा, ऊंट, बैंड बाजा तथा 525 कन्याओं तथा लगभग 50,000 की संख्या में लोग भाग लेते हैं।
पुजारी गंगाराम चौधरी कहते हैं कि जो भी श्रद्धालु मन्नतें मांगते हैं उनकी मुरादें पूरी होती हैं। जिसके कारण यह क्षेत्रीय लोगों की आस्था तथा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। बगल में एक पोखरा भी है अगर पोखरे का सुन्दरीकरण तथा मंदिर का कायाकल्प हो जाय तो श्रद्धालुओं को काफी सुविधाजनक होगा। ग्राम प्रधान अमित कुमार चौधरी ने कहा कि पोखरा का सौन्दर्यीकरण तथा अमृतेश्वर नाथ धाम का कायाकल्प कराने के लिए वह प्रयासरत हैं। इस दौरान ग्रामीण राम महेश, राम नवल चौधरी, डब्बू, मुरली, धर्मेंद्र विश्वकर्मा, रंगपाल चौधरी, विशाल, मोनू चौधरी, जयश्री विश्वकर्मा, राम बहाल, राम कृपाल विश्वकर्मा, योगेंद्र विश्वकर्मा, छोटेलाल, अनिल निषाद, विशम्भर निषाद, राम चेत निषाद, विनोद कन्नौजिया, महेन्द्र चौरसिया, रामकुमार गौड़, राम वृक्ष विश्वकर्मा, रज्जन विश्वकर्मा, रामलाल गुप्ता, राम करन गौतम, हरिशंकर पटेल, गोविन्द विश्वकर्मा, यशवंत चौधरी आदि ने शासन- प्रशासन से पोखरे का सौन्दर्यीकरण तथा अमृतेश्वर नाथ धाम का कायाकल्प कराए जाने की मांग किए हैं।