– श्रमिकों को सुरक्षित पलायन व सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की दी जानकारी
– अंतर्राष्ट्रीय प्रवासी मजदूर दिवस पर श्रमिकों को किया जागरूक
हमीरपुर। गरीब प्रवासी श्रमिकों के सुरक्षित पलायन और सामाजिक सुरक्षा के लिए काम कर रही जन साहस संस्था द्वारा संचालित माइग्रेंट रेशिलियेंस कोलाबोरेटिव कार्यक्रम के तहत मौदहा ब्लांक के जिगनौडा गांव में गोष्ठी आयोजित की गई। इसमें श्रमिक व उनके परिवार को सुरक्षित पलायन के बारे में बताया गया। मजदूर वर्ग के लिए केंद्र व राज्य सरकार द्वारा चलाई योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी गई। गोष्ठी में 34 महिला व पुरुष श्रमिक शामिल हुए। फील्ड आफीसर (कम्युनिटी इंगेजमेंट) फरहा खातून ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय प्रवासी दिवस हर साल 18 दिसंबर को मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य लोगों को इस बात के लिए शिक्षित करना है कि हर प्रवासी का सम्मान के साथ व्यवहार करना मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है। बताया कि संस्था देश के 12 राज्यों सहित उत्तर प्रदेश के 15 जिलों में प्रवासी मजदूरों के सशक्तिकरण को लेकर कार्य कर रही है। जिसके तहत प्रवासी मजदूर तथा उनके परिवारों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलवाने में निःशुल्क सहयोग प्रदान कर रही है। जन साथी फैसिलिटेटर राम नारायण ने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान सबसे ज्यादा प्रवासी मजदूरों को चुनौतियों का सामना करना पड़ा। हजारों परिवारों को लांकडाउन के समय पैदल चलकर अपने गांव आना पड़ा। मजदूरों से उनका रोजगार भी छिन गया। संस्था सुरक्षित पलायन व श्रमिकों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने का कार्य कर रही हे। जन साथी फरजाना खातून ने कहा कि मुसीबत के समय मजदूर हेल्पलाइन नंबर 18002000211 से संपर्क कर सहायता प्राप्त कर सकते हैं। मजदूरों का सुरक्षित पलायन, बंधुआ मजदूरी पर रोक, कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ किसी प्रकार यौन हिंसा ना हो, मजदूर की बकाया मजदूरी का भुगतान होना संस्था के उद्देश्य हैं। उन्होंने महिला एवं बच्चों के लिए चल रहा टोल फ्री नंबर 180030002852 की भी जानकारी दी। सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के प्रति जागरूक करते हुए श्रम कार्ड के माध्यम से चल रहीं योजनाओं की जानकारी दी। ग्राम प्रधान गंगादीन ने जन साहस द्वारा श्रमिक परिवारों के लिए किए जा रहे कार्यों की सराहना की। इस मौके पर शिक्षक सिया प्रसाद, आशा कार्यकर्ता गीता देवी व राधा देवी, सेवानिवृत्त एसआई रामआसरे वर्मा, वालेंटियर राम किशोर वर्मा सहित श्रमिक महिलाएं व पुरुष मौजूद रहे।