⇒ केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर की नारेबाजी, हिंडेनबर्ग रिपोर्ट की जांच सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश कराने की मांग
फिरोजाबाद। अडानी ग्रुप के गिरते शेयरों के मुद्दे को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पैदल मार्च निकालते हुए स्टेट बैंक और एलआईसी कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन कर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कार्यकर्ताओं ने निवेशकों का धन सुरक्षित करने के नारे लगाये। सोमवार को जिला व शहर कांग्रेस द्वारा पैदल मार्च निकालते हुए भारतीय स्टेट बैंक और सुहाग नगर स्थित एलआईसी कार्यालय पहुचंकर धरने पर बैठ गये। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए पूंजी पतियों की दलाली बंद करो, जन विरोधी सरकार नहीं चलेगी, आदि नारे लगाये। धरना प्रदर्शन के दौरान उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं जनपद फिरोजाबाद के प्रभारी आशुतोष दीक्षित ने कहा कि चुनिंदा अरबपतियों को फायदा पहुंचाने की मोदी सरकार की नीतियों से पूरा देश खासकर मध्यम वर्ग चिंतित है। मोदी सरकार द्वारा अडानी समूह में एलआईसी और एसबीआई जैसे सरकारी संस्थानों के बेहद जोखिम भरे लेनदेन और निवेश ने भारत के निवेश को एलआईसी के 29 करोड़ पालिसी धारक और एसबीआई के 45 करोड़ खाताधारकों पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है। पिछले कुछ दिनों में एलआईसी के 29 करोड़ पालिसी धारकों और निवेशकों को 33060 करोड़ का नुकसान हुआ है। जिलाध्यक्ष संदीप तिवारी ने कहा कि भारतीय स्टेट बैंक और अन्य भारतीय बैंकों ने अडानी समूह को बड़ा ऋण दिया। अडानी समूह पर भारतीय बैंकों का लगभग 80,000 करोड़ रुपए बकाया है। अगर अडानी की कंपनी के शेयर इसी तरह गिरते रहे तो एसबीआई के खाताधारकों और एलआईसी के बीमा धारकों पर इसका प्रभाव पड़ेगा। हमारी मांगे हैं कि सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश या एक संयुक्त संसदीय समिति के तहत हिडिनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट की विस्तार से निष्पक्ष जांच की जाए और एलआईसी, एसबीआई और अन्य राष्ट्रीयकृत बैंकों के जबरदस्त निवेश पर संसद में चर्चा की जानी चाहिए। महानगर अध्यक्ष हाजी साजिद बेग ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस प्रकार से आम जनता की गाढ़ी कमाई को पूंजीपतियों पर लूटने नहीं देगी इसके लिए कांग्रेस जरूरत पड़ने पर सड़क से लेकर संसद तक संघर्ष करेगी। धरना प्रदर्शन के दौरान मनोज भटेले, शफात खान राजू, चांद कुरैशी, वकार खालिक, कमलेश जैन, विजयनाथ वर्मा, मनीष द्विवेदी, राजेश शर्मा राज, धीरेंद्र अवस्थी, लाला राइन गांधी, यश दुबे, रोहित यादव, संतोष लोधी, सुभाष लोधी, रामशंकर राजोरिया, फहीम भाई, धीरेंद्र सिंह जुरैल, बबलू वर्मा, जगदीश बाल्मीकि, खजांची दिवाकर, रोहित यादव, विपिन चौहान, हरेंद्र शर्मा, कौशल यादव आदि मौजूद रहे।