कानपुर नगर, जन सामना ब्यूरो। समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने वरिष्ठ समाजवादी कार्यकर्ता हरप्रीत सिंह बब्बर के नेतृत्व में कोरोना बंदी में बिजली बिल माफी व बिजली विभाग की अनियमितताओं को लेकर ज्ञापन केस्को प्रबंध निदेशक को सौंपा हरप्रीत सिंह बब्बर ने कहां की कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान मध्यमवर्गीय व्यापारी वर्ग किसानों, मजदूरों, ठेले वालों रेडी वालों आदि का व्यवसाय व रोजगार गंभीर रूप से प्रभावित रहा है लॉकडाउन के चलते लाखों लोग बेरोजगार हो चुके हैं। इस संकट की घड़ी में मध्यम वर्गीय निम्न वर्ग के लोगों को अपने परिवारों के लिए बुनियादी जरूरतों का प्रबंध करने में ही काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है एक तरफ जहां देश के प्रधानमंत्री ने भारत की जनता को आश्वस्त किया था की लॉकडाउन अवधि में बिजली बिल, स्कूल फीस, बैंक ईएमआई जैसी बुनियादी चीजों को माफ कर राहत प्रदान की जाएगी।
Read More »एलआईसी के वरिष्ठ मंडल प्रबंधक का हुआ सम्मान
कानपुर नगर, जन सामना ब्यूरो। लाइफ इंस्योरेंस एजेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया -1964 लिआफी कानपुर डिवीजन के पदाधिकारियों ने भारतीय जीवन बीमा निगम के नवनियुक्त वरिष्ठ मंडल प्रबंधक एमआर शर्मा कानपुर को बुके एवं प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया और भारतीय जीवन बीमा निगम में आने वाली तमाम व्यवसायिक समस्याओं के निवारण हेतु भी संक्षिप्त रूप से चर्चा हुई तथा इस अवसर पर वरिष्ठ मंडल प्रबंधक ने कानपुर डिवीजन के प्रतिनिधि मंडल को ये विश्वास दिलाया कि हम सब लोग खुशी खुशी मिल जुल कर कानपुर डिवीजन को नई ऊंचाइयों की ओर ले जाने का पूरा प्रयास करेंगे। इस अवसर पर लियाफी-1964 कानपुर मण्डल के अध्यक्ष के के मिश्रा, सचिव सी एम पाण्डेय, पूर्व मण्डल अध्यक्ष बीर सिंह चौहान, पूर्व मण्डल सचिव राजीव चतुर्वेदी, सी एल आई ए प्रमुख प्रेमनाथ निषाद एवं संयुक्त सचिव राम कुमार सिंह व अनुराग पांडेय आदि उपस्थित रहें।
Read More »गोविंदपुर का जातीय हमला: किसके इशारे पर नाची पुलिस ?
मानसून आने को है। आम और जामुन के डाल पर पकने का मौसम बन गया है। आम का नाम आते ही दशहरी, लंगड़ा, अल्फांसो या किसी दूसरी प्रजाति के आम की तस्वीर आँख के सामने घूमने लगती है। जीभ में पानी आने लगता है और मन भागता है मलिहाबाद। यह आम राय बन चुकी है कि आम हो तो मलिहाबादी। वहां आम की तमाम किस्में एक ही पेड़ पर मिल जाएंगी। मगर आम तो सब जगह है। मलिहाबाद में आम की गुणवत्ता बढाने के लिए बागवान कुछ न कुछ रचनात्मक करते रहते हैं। और उसकी शोहरत दूर तक जाती है। होने को तो आपके गांव में भी अमराई होगी। जैसे रजवाड़ों और सामन्तों के गढ़ प्रतापगढ़ में आम के बगीचे खूब हैं। इस जिले को पड़ोसी बेल्हा भी कहते हैं। पर यहां आम की चर्चा नहीं होती। इस जिले की ब्रांडिंग ‘गुंडत्व’ के लिए है। ब्रांडिंग न कहें, बदनामी कहना ज्यादा ठीक होगा।
Read More »अपने घर पर प्रातः 7 बजे अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर करें योग: डीएम
अपने परिवार के साथ योगाभ्यास करते हुए 03 से 05 मिनट की अपनी वीडियो सोशल मीडिया पर करे अपलोड: जिलाधिकारी
प्रतियोगिता में भाग लेने हेतु आयुष सोसाइटी की वेबसाइट पर लाॅगिंन कर करें रजिस्ट्रेशन: राकेश कुमार सिंह
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। शासन के निर्देशों के तहत कोविड-19 कोरोना महामारी की विषम परिस्थितियों के दृष्टिगत अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2020 के अवसर पर सोशल डिस्टेसिंग के नियमों का अनुपालन करते हुए अधिकारियों, कर्मचारियों को अपने घर पर ही 21 जून को प्रातः 7 बजे अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस को मनाये जाने हेतु सामान्य योगाभ्यास क्रम के अनुसार अपने परिवार के साथ योगाभ्यास करते हुए 03 से 05 मिनट की अपनी वीडियो क्लिप/फोटो #Yogawith CMYogi #MyLifeMy Yoga के साथ अपने सोशल मीडिया फेसबुक, ट्यूटर, इन्टाग्राम, यूट्यूब पर अपलोड करे।
भूसा बैंक में ग्राम प्रधान व जनपदवासियों ने बढ़ चढकर किया भूसा दान: डीएम
ग्राम प्रधान एवं सम्मानित जनपदवासियों द्वारा स्वेच्छा से भूसा बैंक में दान हुआ 3012 क्विटल भूसा: सीडीओ
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह के कुशल निर्देशन में मुख्य विकास अधिकारी जोगिन्दर सिंह ने भूसा बैंक का संचालन किया गया है जिसके अन्तर्गत ग्राम प्रधान एवं सम्मानित जनपदवासियों द्वारा भूसा स्वेच्छा से बैंक में भूसा दान किया गया। जनपद में कुल ग्राम पंचायत 640 जिसमें भूसा बैंक में भूसा दान किये जाने वाली ग्राम पंचायत 196, ग्राम प्रधानों द्वारा भूसा बैंक में प्राप्त भूसा 2360 क्विन्टल, सम्मानित नागरिक 14, सम्मानित नागरिकों द्वारा भूसा बैंक में प्राप्त भूसा 652 क्विटल, कुल प्राप्त भूसा 3013 क्विटल प्राप्त हुआ है। जिलाधिकारी ने कहा कि भूसा बैंक में ग्राम प्रधान व जनपदवासियों ने बढ़ चढकर भूसा दान किया है।
फादर्स डे पर नहीं रियल लाइफ में भी माता-पिता से मोहब्बत करने वाले बनिये
सामने वाले घर से अचानक ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने की आवाज आने लगी। मैं यूँ ही बिस्तर पर लेटी किताब पढ़ रही थी कि उठ बैठी। सामने खिड़की पर नज़र डाली तो देखा कि सामने वाले घर में रहने वाला आदर्श अपने पिता पर चिल्ला रहा है। किसी बात को लेकर शायद बहस हो गई थी उनके बीच। पर ये कोई नई बात नहीं थी। वो हमेशा अपने पिता से ऊँची आवाज़ में बात करता था। मैंने उसे कभी उसकी पिता से अच्छे से बात करते नहीं देखा। हर छोटी बात पर गुस्सा होना उसकी फ़ितरत थी। कभी-कभी शायद उसने हाथ भी उठाया है अपने पिता पर। आदर्श उनकी इकलौती संतान है, इसीलिए उनका आदर्श के पास रहना मजबूरी है। पत्नी के देहांत के बाद वे एकदम अकेले हो गए उन्हें सिर्फ अपने बेटे का सहारा था। लेकिन आदर्श अपने परिवार में ऐसा रम गया कि उसे पिता की कोई परवाह ही नहीं। आदर्श की पत्नी भी उनसे दिनभर के सारे काम करवाती है। और कुछ कहने पर दोनों पति-पत्नी उन्हें जली-कटी बातें सुनते हैं।
Read More »भाजपा सरकार में आन्दोलनकारियों का हो रहा दमन- अनिल पासवान
प्रदेश कमेटी के आह्वान पर आयोजित हुआ विरोध दिवस
चकिया/चन्दौली, दीपनारायण यादव। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार लगातार दबंग ताकतों को संरक्षण दे रही है जिसका नतीजा है कि गोरखपुर, आजमगढ़, प्रतापगढ़ सहित प्रदेश की तमाम जगहों पर गरीबों दलितों पर लगातार हमले हो रहे हैं और सोनभद्र जिले के दुद्धी में खनन माफियाओं ने तीन आदिवासियों की हत्या तक कर डाली है। लखनऊ में तो एक गरीब महिला की झोपड़ी को कब्जा कर भाजपा का झंडा टांग कर कार्यालय घोषित कर दिया गया। वहीं मोदी सरकार गरीबों की आवाज उठाने वालों को गिरफ्तार करवा रही है। सीएए, एनपीआर, एनआरसी विरोधी आन्दोलनकारियों का दमन किया जा रहा है। उक्त आरोप भाकपा (माले) राज्य स्थाई समीति सदस्य व चन्दौली जिला सचिव कामरेड अनिल पासवान ने दमन, हत्या के खिलाफ लोकतंत्र के लिए, भाकपा (माले) के राज्य स्तरीय विरोध दिवस कार्यक्रम के तहत भारी बरिश के बावजूद उसरी गांव में शहीद-ए-आजम भगत सिंह पंचायत भवन पर कार्यक्रम के दौरान लगाया।
सिर्फ “फादर्स डे” ही नहीं, पिता के लिए हमारा हर दिन समर्पित होना चाहिये
“फादर्स डे’ यानी कि “पितृ_दिवस” है पर एक दिन में पिता की महत्ता नहीं बताई जा सकती, पूरा जीवन भी पिता की महत्वता बताने में कम पड़ जाएगा।
चाहें कोई भी देश हो, संस्कृति हो… माता-पिता का रिश्ता सबसे बड़ा माना गया है। भारत में तो इन्हें ईश्वर का रूप माना गया है। कोई पिता कहता है, कोई पापा, अब्बा, बाबा, तो कोई बाबूजी, बाऊजी, डैडी। कितने ही नाम हैं इस रिश्ते के पर भाव सब का एक। प्यार सबमें एक। समर्पण एक। पिता वो होता है जो हमें सही मार्ग दिखाता है, सही गलत में फर्क करना सिखाता है। आज पिता दिवस पर मेरे अस्तित्व के निर्माता, आदर्श व्यक्तित्व मेरे पिताजी के चरणो मे कोटिशः नमन… ।
सम्मानित हुए राजीव डोगरा ‘विमल’
कोरोना के चलते मरीजों पर दोहरी मार -प्रियंका सौरभ
आज देश में एक तरफ कोरोना का भय है तो दूसरी तरफ अस्पतालों में इलाज के लिए सात-आठ लाख रुपये एडवांस में जमा कराने का दवाब लोगों को डर के साये में जीने के लिए मजबूर कर रहा है। ऐसे में आखिर लोग जाएं तो जाएं कहां। जीवन को बचाने की जद्दोजहद में वे जिस अस्पताल में है और डॉक्टर में भगवान् का रूप देख रहे हैं, वे इस संकट काल में जीवन का सौदा करने में लगे हैं। ऐसी ख़बरों का आना निसंदेह एक चिंता का विषय हैं. दरअसल संक्रमण के खिलाफ जंग के लिए निर्णय क्षमता का अभाव हर समय नजर आया है। यही वजह है कि एक दिन कुछ आदेश जारी होते हैं और फिर अगले दिन वे आदेश वापस हो जाते हैं। क्या ये सब स्वास्थ्य की समस्या को संभालने की निर्णय की प्रक्रिया में स्वास्थ्य विशेषज्ञों को शामिल नहीं करने का परिणाम है।
Read More »