वैश्विक परिदृश्य में कुछ घटनाक्रम ऐसे होते हैं जो अलग अलग स्थान और अलग अलग समय पर घटित होते हैं लेकिन कालांतर में अगर उन तथ्यों की कड़ियाँ जोड़कर उन्हें समझने की कोशिश की जाए तो गहरे षड्यंत्र सामने आते हैं। इन तथ्यों से इतना तो कहा ही जा सकता है कि सामान्य से लगने वाले ये घटनाक्रम असाधारण नतीजे देने वाले होते हैं। क्योंकि इस प्रक्रिया में संबंधित समूह स्थान या जाति के इतिहास से छेड़ छाड़ करके उस समूह स्थान या जाति का भविष्य बदलने की चेष्टा की जाती है। आइए पहले ऐसे ही कुछ घटनाक्रमों पर नज़र डालते हैं।
घटनाक्रम 1.
2018, स्थान राखीगढ़ी, लगभग 6500 साल पुराने एक कंकाल के डी.एन.ए के अध्य्यन से यह बात वैज्ञानिक रूप से सिद्ध हो गई कि आर्य बाहर से नहीं आए थे।बल्कि वे भारतीय उपमहाद्वीप के स्थानीय अथवा मूलनिवासी थे। यहीं उन्होंने धीरे धीरे प्रगति की, जीवन को उन्नत बनाया और फिर इधर उधर फैलते गए। इस शोध को देश विदेश के 30 वैज्ञानिकों की टीम ने अंजाम दिया था जिसका दावा है कि अफगानिस्तान से लेकर बंगाल और कश्मीर से लेकर अंडमान तक के लोगों के जीन एक ही वंश के थे।
Jan Saamna Office
भारत त्यौहार और उत्सावों का जीता जागता स्वरूप है, हर दिन मानाे त्यौहार
सभी धर्म के लाेग मिल जुल कर सभी त्यौहार को पूरे उत्साह और उमंग के साथ मनाते है हमारे यहाँ अनेकाे त्यौहार मनाए जाते हैं और सभी त्यौहार के प्रति सबके मन में श्रद्धा और प्यार भी हाेता है और सभी का अपना महत्व भी है। पर हम बात करे एक ऐसे अनाेखे त्यौहार की जाे सबसे अलग और प्यारा है। जाे सावन मास की पूर्णिमा काे मनाया जाता है। वह है, रक्षाबंधन जाे दाे शब्द से मिल कर बना है रक्षा+बंधन, जिसका मतलब हैं बंधन रक्षा का, ये एक ऐसा बंधन है जहाँ रिश्तों काे धागाे मे पिराेया जाता है।
ये धागा मामूली धागा सूत्र नहीं हाेता है। इस धागे की महत्व सबसे अलग हाेता है। ये एक ऐसा धागा है जहाँ हम सभी धागों के जरिये रिश्तों में बंध जाते हैं। ये एक ऐसा त्यौहार है जहाँ बहन अपने भाई के कलाई पर रक्षा सूत्र जिसे हम राखी कहते हैं पूरे वचनों के साथ बांधती है और साथ ही अपने भाई को ढेरों आशीर्वाद देती है और उसकी लंबी उम्र की कामना करती है, तथा भाई भी उसे पूरे मन से जीवन भर रक्षा कवच के भांति उसकी सुरक्षा, सम्मान, हर सुख – दुख में साथ देने का वचन देता है। पर रक्षा सूत्र हम सिर्फ भाई काे ही नहीं बांधते है हम रक्षा सूत्र किसी काे भी बांध सकते हैं।
डीएम और एसएसपी ने लॉकडाउन व बकरीद के मद्देनजर विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण किया
कानपुर नगर, जन सामना ब्यूरो। जिलाधिकारी डॉ0 ब्रह्मदेव राम तिवारी, डीआईजी/एसएसपी डॉ0 प्रितिंदर सिंह ने आज साप्ताहिक लॉकडाउन व बकरीद के मद्देनजर शहर के विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण किया। उन्होंने नरोना चौराहा, घंटाघर, मूलगंज, सद्भावना परेड, यतीमखाना, रूपम चौराहा, हलिम मुस्लिम कॉलेज, बजरिया, बड़ी ईदगाह आदि क्षेत्रों का भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी ने संबंधित थानेदारों को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रत्येक दशा में सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क लगाने का कड़ाई से पालन कराया जाये। किसी भी दशा में लोग बिना मास्क के न निकले यह व्यवस्था उनकी सुरक्षा के लिए है बिना मास्क लगाए कोई भी न निकले यह सुनिश्चित कराया जाये।
Read More »मास्क न पहनने पर नहीं मिला प्रवेश, एक साथ पांच लोग ने ही नमाज अदा की
शिवली/कानपुर देहात, जितेन्द्र सविता। मैथा तहसील क्षेत्र के मस्जिदों में कोरोना वायरस के कारण ईद उल-अज़हा पर सोशल डिस्टेंस का ख्याल रखते हुए ही की गई नमाज़ अदा। मास्क न पहनने वालो को नहीं मिला मस्जिदों में प्रवेश की इजाजत। मास्क पहनकर आने पर मिल सका प्रवेश। वही उपजिलाधिकारी मैथा सहित पुलिस बल तैनात रहा। नगर पंचायत ईओ ने मौके पर मौजूद रहकर कर्मचारियों से मस्जिदों के आस-पास सैनेटाइज कराया। आपको बता दे कि हमारे देश में विभिन्न जाति, धर्म के लोग निवास करते हैं। पूरे वर्ष भर विभिन्न त्योहारों को हम सब बहुत ही हर्ष और उल्लास के साथ मिल-जुल कर मनाते हैं। उन्ही त्योहारों में से एक है, ईद उल-अज़हा। जिसे हम विभिन्न नामों से भी जानते हैं, ईद उल-जुहा, ईद उल-अज़हा और बकरीद यह इस्लाम धर्म का एक प्रमुख त्योहार है जिसे पूरी दुनिया भर के लोग मनाते हैं।
Read More »स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही पॉजिटिव होने पर भी युवक को घर भेज दिया
शिवली/कानपुर देहात, जितेन्द्र सविता। मैथा तहसील क्षेत्र में दो कोरोना पॉजिटिव मिलने से हड़कम्प मचा हुआ है वही कोरोना मरीजो की संख्या में लगातार इजाफा होता चला जा रहा है प्रशासन रोकथाम की पूरी कोशिश कर रही है फिर भी बीमारी थमने का नाम नही ले रही है कोरोना मरीजो का मैथा तहसील क्षेत्र में कम होने का नाम नही ले रही है वही मैथा में मारग गांव में 72 वर्षीय अवकाश प्राप्त शिक्षक ने किडनी की बीमारी के चलते कानपुर की निजी पैथालाजी में परीक्षण कराया। पॉजिटिव निकलने पर हैलट अस्पताल में भर्ती कराया गया। जब कि सूरजपुर गांव का 35 वर्षीय पंकज पाल आर्डिनेंस फैक्टरी कर्मी ने पनकी में जांच कराने पर पॉजिटिव पाया गया। उसे कोविड अस्पताल नबीपुर भेजा गया। डॉ सिद्धार्थ पाठक ने बताया कि नारेपुरवा गांव में कैंप में 112 का परीक्षण किया गया। वही स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही भी सामने आ रही है की पॉजिटिव पाए जाने पर भी भेज दिया घर। सूरजपुर गांव के आर्डिनेंस फैक्टरी कर्मी ने शुक्रवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पनकी में जांच कराई। इसके बाद लापरवाही बरती गई कि जांच में पॉजिटिव पाए जाने पर भी युवक को गांव भेज दिया गया। युवक टेंपो से घर पहुंचा और इसकी जानकारी दी। एसडीएम रामशिरोमणि ने बताया कि पता चलते ही शुक्रवार को ही युवक को इलाज के लिए नबीपुर में बने कोविड अस्पताल में भेज दिया।
Read More »रसूलाबाद में बकरीद का पर्व हर्षोल्लास पूर्ण माहौल में मनाया गया
सपा नेता अकील अहमद पट्टा, हाजी फैजान खान, हाफिज मुईन खान, महफूज खान ने सभी को पर्व की बधाई दी
परगनाधिकारी अंजू वर्मा, पुलिस उपाधीक्षक राम शरण सिंह व कोतवाल सुखबीर सिंह, अधिशाषी अधिकारी संजय पटेल मौजूद रहे
रसूलाबाद/कानपुर देहात, संतोष गुप्ता। रसूलाबाद में ईद उल-अज़हा (बकरीद) का पर्व हर्षोल्लास पूर्ण माहौल में मनाया गया। यहाँ की बड़ी ईद गाह में नगर के पेश इमाम हाजी अब्दुल रऊफ खान बक़ाई ने सोशल डिस्टेंसिंग के बीच 5 लोगो के साथ नमाज अदा कर मुल्क में अमन चैन रहे व इस महामारी से जनता को बचाने की एवम देश की प्रगति के लिए अल्लाह से दुआए मांगी। हालांकि कोरोना वायरस के चलते पूर्व की भांति इस बार सड़को पर कतई चहल पहल नही देखी गयी। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता अकील अहमद पट्टा, समाजवादी पार्टी युवजन सभा के पूर्व प्रदेश सचिव हाजी फैजान खान, नगर पंचायत रसूलाबाद चेयर मैंन प्रतिनिधि हाफिज मुईन खान, राजा सिद्दीकी, यासीन परवेज, गरीबो मजलूमों की हर समय मदद करने वाले महफूज खान ने सभी हिन्दू मुसलमान भाइयो को बकरीद की बधाई दी।
4 दिन में 8 मामले सामने आए, कोतवाल सहित थाने में 6 लोग संक्रमित
रसूलाबाद/कानपुर देहात, राहुल राजपूत। दिन पर दिन रसूलाबाद कस्बा में मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। शुक्रवार को पांच और पुलिस कर्मियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ जाने से कस्बा में दहशत का माहौल बना हुआ है वही प्रशासन ने थाने आने जाने वाले रास्ते पर बैरिकेटिग कर दी है।
रसूलाबाद कस्बे में शुक्रवार को थाने के स्टाफ में 5 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए। इसके अलावा कस्बे में एक महिला भी संक्रमित पाई गई। जब रिपोर्ट पॉजिटव आई तो कस्बे में हड़कंप मच गया। जहां प्रशासनिक अधिकारियों ने एरिया सील कर सेनेटाइजेशन का कार्य कराया। साथ ही लोगों से अपील की गई कि अनावश्यक घरों से बाहर न निकले। रसूलाबाद में कोरोना वायरस के 4 दिन में 8 मामले सामने आए हैं। कोतवाल सहित थाने में 6 लोग संक्रमित हुए वहीं मीडिया कर्मी भी कोरोना वायरस से अछूता नहीं रहा। ऐसे में अब लोग घरों में रहना ही बेहतर समझ रहे हैं। जो व्यापारी वर्ग पहले दोनों पट्टी खोलने की मांग कर रहे थे अब वह लॉकडाउन करने की मांग करने लगे हैं।
ईद उल-अज़हा का पर्व सादगी के साथ मनाया गया
रसूलाबाद/कानपुर देहात, राहुल राजपूत। शनिवार को रसूलाबाद कस्बा में बकरीद का पर्व हर्सोल्लास के साथ मनाया गया। वही सोशल डिस्टेंस का ख्याल रखते हुए में ईद उल-अज़हा की नमाज अदा की गई। महज पांच लोगों ने ईद उल-अज़हा की नमाज अदा की। सुरक्षा व्यवस्था के कड़े प्रबंध रहे। वायरस के चलते सड़कों पर सन्नाटा दिखा सभी मुस्लिम भाइयों ने सरकार की गाइडलाइन का बखूबी से पालन किया।
प्रत्येक वर्ष ईद उल-अज़हा के मौके पर ईदगाह में इतनी भीड़ हो जाती थी कि पैर रखने के लिए भी जगह नहीं मिलती थी। लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के चलते इस वर्ष जनपद में ईद उल-अज़हा का पर्व सादगी के साथ मनाया गया। बीती ईद उल फितर में भी महज पांच लोगों ने ही ईद की नमाज अदा की थी ठीक वैसे ही ईद उल अजहा में भी लोगों ने मस्जिद में नमाज पढ़ने की जिद नही की और शासन की गाइडलाइन का पालन किया।