नगपंचमी को गली-गली में हुए नाग देव के दर्शन
फिरोजाबाद, जन सामना संवाददाता। नगपंचमी के पावन पर्व पर सुबह से संाय तक नाग देव की पूजा अर्चना की गयी। सुबह से ही गलियों में सपेरे सांपों को अपनी पिटारी में लेकर घर-घर जाकर पूजा करते देखे गये।
सावन मास में सर्प देव की पूजा अर्चना नगपंचमी के नाम से की जाती है। इस दिन घरों में लोग दीवारों पर सर्प का बनाकर पूजा अर्चना करते है। वही कुछ लोग गलियों में आने वाले सपेरो को सर्प के दर्शन करने के बाद दूध पिलाते हुए दक्षिणां देते है। आज सुबह से ही गलियों में सपेरे बीन बजाते हुए एक टाकरी में सर्प रख उनके दर्शन करने के बाद दक्षिणा स्वरूप पैसे मांगते देखे गये। वही बच्चो ने भी अपने-अपने घरों से दूध लाकर सर्प का दूध पिलाया। लोगो का मानना है कि आज के ही दिन गांव व जंगल से मिट्टी लाकर घरों में रक्षाबधन के दिन भुजरियों विश्रर्जन के लिए घरों में उगाई जाती है। घर-घर में आज के ही दिन गेहू-जौ के दानों को मिट्टी में वो दिया जाता है। जिससे निकलने वाली पौध की रक्षा बन्धन के दिन पूजा की जाती है।