मथुरा। ग्राम पंचायतों के बीच जारी स्वच्छता की प्रतिस्पर्धा का मूल्यांकन कार्य एक मई से शुरू हो गया है। यह मूल्यांकन कार्य ब्लॉक से राज्य स्तर तक होगा और विजेता ग्राम पंचायतों को पुरस्कृत किया जाएगा। जिलाधिकारी ने अवगत कराया है कि स्वच्छ सर्वेक्षण की इस साल की प्रक्रिया एवं क्रियान्वयन सम्बन्धी दिशा निर्देश में स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2023 से सम्बन्धित डैशबोर्ड, टूलकिट, बेसलाइन मूल्यांकन इत्यादि के सम्बन्ध में जनपद की प्रत्येक ग्राम पंचायत किस प्रकार स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण में प्रतिभाग करेगी और कैसे ओडीएफ प्लस की तीन श्रेणी में से किसी न किसी श्रेणी में स्थापित कर सकेगी। एक मई से 15 जून तक विकास खण्ड स्तर पर सभी स्वमूल्यांकित ग्राम पंचायतों का सहभागी का सत्यापन, 16 से 30 जून तक जनपद स्तर सभी स्वमूल्यांकित ग्राम पंचायतों में से विकास खण्ड द्वारा शार्ट लिस्ट की गई ग्राम पंचायतों की सहभागी सत्यापन, एक से 15 जुलाई 2023 तक राज्य स्तर पर सभी स्वमूल्यांकित ग्राम पंचायतों में से विकास खण्ड द्वारा शार्ट लिस्ट की गई ग्राम पंचायतों की सहभागी सत्यापन, 31 जुलाई तक जनपद स्तर पर श्रेष्ठ पंचायतों का चयन एवं पुरस्कृत करना, 15 अगस्त को राज्य स्तर श्रेष्ठ पंचायतों का चयन एवं पुरस्कृत करना, 16 जुलाई से 15 अगस्त तक राज्य स्तर द्वारा नामित उत्कृष्ठ ग्राम पंचायतों को राष्ट्रीय स्तर पर स्वतंत्र एजेन्सी द्वारा सत्यापन तथा दो अक्टूबर को ग्राम पंचायतों को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत करना निश्चित हुआ है। इस दी गयी टाइमलाइन के अनुसार जनपद की समस्त ग्राम पंचायतों द्वारा अपने समस्त ग्रामों का अन्तिम स्वमूल्याकन कार्य पूर्ण कर लिया गया है। स्वमूल्यांकन ग्राम पंचायतों के सहभागी सत्यापन को पूर्ण करने हेतु विकास खण्ड स्तर पर (सभी स्वमूल्यांकित ग्राम पंचायतों का सहभागी सत्यापन) एक मई से 15 जून तक पूर्ण किया जाना है।