मथुरा। कान्हा की नगरी में कमल की खिलखिलाहट बरकरार है। निकाय चुनावों में भी भारतीय जनता पार्टी का दबदबा कायम रहा। भाजपा प्रत्याशी विनोद अग्रवाल ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बसपा प्रत्याशी राजा मोहतिम अहमद को एक लाख से अधिक मतों से पराजित किया। जीत का यह अंतर मैदान में रहे अन्य सात प्रत्याशियों को मिले कुल मतों से कुछ ही कम है। नगर निगम मथुरा वृंदावन के मेयर पद के 18 राउंड की काउंटिंग हुई। इसके बाद भाजपा प्रत्याशी विनोद अग्रवाल को विजय घोषित कर दिया गया। अंतराउंड की गिनीती पूरी होने के बाद बीजेपी प्रत्याशी विनोद अग्रवाल को 145720, सपा प्रत्याशी तुलसीराम शर्मा को 11922, बसपा प्रत्याशी राजा मोहतिम अहमद को 35191, कांग्रेस प्रत्याशी श्याम सुंदर उपाध्याय बिट्टू को 35173, कांग्रेस समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी राजकुमार रावत को 30247, आप प्रत्याशी प्रवीन भारद्वाज को 7187, निर्दलीय रमेश सैनी 6154 तथा राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी प्रत्याशी बबीता 3435 को मत मिले। मथुरा में 18वें राउंड की गिनती पूरी हो गई है। भाजपा के मेयर प्रत्याशी विनोद अग्रवाल 1 लाख 10 हजार 529 वोटों से जीत दर्ज की। इन्होंने अपने प्रतिद्वंदी बसपा के मेयर प्रत्याशी राजा मोहतिम अहमद को हराया है। नगर निगम के मतों की गिनती के लिए 68 टेबल लगाई गई थी। जिसमें से 34 टेबल पार्षद के लिए बनाई गई है। नगर निगम में मेयर के अलावा 70 वार्ड हैं। यहां दो वार्डों में निर्विरोध पार्षद चुन लिए गए थे।
जीत के अंतर में सिमट गए सभी प्रतिद्वंदी
नगर निगम में 38 प्रतिशत के करीब मतदान हुआ था, कुल 277073 मतों की गिनती की गई। जिसमें नोटा पर 1930 मत पडे जबकि 15 मतों को अस्वीकृत कर दिया गया। नगर निगम मेयर पद के लिए कुछ आठ प्रत्याशी मैदान में थे। विनोद अग्रवाल को कुल 145720 मत मिले। जबकि बाकी के सात प्रत्याशियों को 129309 मत मिले। शेष सात प्रत्याशियों को मिले कुल मत जीत के अंतर से कुछ ही अधिक हैं। अगर हारे निकटतम प्रत्याशी के मतों को न जोडा जाए तो शेष छह प्रत्याशियों को मिले कुछ मतों की संख्या एक लाख तक भी नहीं पहुंची। बाकी के सभी छह प्रत्याशियों को कुल 94 हजार 118 मत ही मिले हैं।
मुझे जीत का विश्वास थाः विनोद अग्रवाल
चुनाव परिणाम आने के बाद विनोद अग्रवाल ने कहा कि जनता जनार्दन का जिस तरह से आशीर्वाद मिल रहा था मुझे उम्मीद थी कि मैं बड़े बहुमत से इस चुनाव को भारतीय जनता पार्टी की ओर से जीत रहा हूं। सभी साथी पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को बड़ा योगदान मेरी जीत में रहा। पिछले छह साल में बहुत विकास हुआ है और बहुत विकास होना बाकी है।