साजिश रचने में सारिका गुप्ता, विकल्प और सागर गुप्ता को भी जेल
फिरोजाबाद, जन सामना संवाददाता। सुहागनगरी की महिला उद्यमी को अपहरण के फर्जी मुकदमें में फंसाने की साजिश रचने वाला महा ड्रामाबाज संजीव गुप्ता आखिरकार जेल की सलाखों के पीछे पहुंच गया। पुलिस ने अपहरण के ड्रामे में शामिल उसकी पत्नी सारिका गुप्ता और विकल्प गुप्ता सहित साले सागर गुप्ता को भी जेल भेजा दिया।
22 जूलाई को यकायक लापता हुए संजीव गुप्ता के फर्जी अपहरण कांड की परतें मंगलवार को जनपद पुलिस ने उधेड दीं। हालांकि इस दरम्यान संजीव गुप्ता ने अपने बचाव के लिए हरसंभव प्रयास किए। लेकिन जैसी करनी वैसी भरनी वाली कहावत चरितार्थ हुई। गत 29 जूलाई को एसटीएफ और जनपद पुलिस ने उसे पानीपत स्थित होटल स्वर्ण महल से बरामद किया था। वहीं 22 जूलाई को अचानक लापता हुए संजीव गुप्ता की पत्नी सारिका गुप्ता ने योजनाबद्व तरीके से थाना टूण्डला में सुहागनगर फिरोजाबाद निवासी उद्यमी नीता पांडे सहित तीन लोगों के खिलाफ अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। लगभग एक सप्ताह तक चले नाटकीय घटनाक्रम के दौरान हुई संजीव गुप्ता की बरामदगी के बाद से ही लोग समूचे घटनाक्रम खास तौर पर अपहरण जैसी घटना को संदेह की दृष्टि से देख रहे थे। संभवत पुलिस की नजरें भी वहीं सब कुछ देख रहीं थीं जो आम जनता देख रही थी। पुलिस ने भी इसी दिशा में अपनी जांच आगे बढाई। और सारे तथ्यों और साक्ष्यों को संकलित कर आखिरकार संजीव गुप्ता निवासी आर्चिड ग्रीन,उसकी पत्नी सारिका गुप्ता, भतीजे विकल्प गुप्ता और साले सागर गुप्ता को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया।
अरूण गुप्ता नामक व्यक्ति ने हमें फंसाया-सारिका गुप्ता
संजीव गुप्ता के हर अच्छे-बुरे काम में भागीदार रही उसकी पत्नी सारिका गुप्ता ने पुलिस लाइन में हुई पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि हमें साजिश के तहत फंसाया गया है। सारिका गुप्ता खुद को फंसाए जाने में किसी अरूण शर्मा निवासी जलेसर रोड फिरोजाबाद का नाम ले रही थी।
भागने की फिराक में थे संजीव-सरिका गुप्ता-एसएसपी
पुलिस लाइन में हुई पे्रसवार्ता के दौरान एसएसपी अजय कुमार पांडे ने खुलासा किया कि संजीव गुप्ता एवं उसकी पत्नी अपहरण जैसे झूठे ड्रामें की स्किफ्ट लिखने और अमली जामा पहनाने के बाद खुद को फंसता हुआ देख रहे थे। मामले खुल जाने के भय से संजीव और सारिका गुप्ता विदेश भाग जाने की फिराक में थे। लेकिन पुलिस ने पहले ही उनके पासपोर्ट जब्त कर उनके मसंूबों पर पानी फेर दिया।
पुलिस ने नीता पांडे को दी क्लीन चिट
प्रेसवार्ता के दौरान एसएसपी अजय कुमार पांडे ने एक प्रश्न के जबाब में कहा कि संजीव गुप्ता का अपहरण नहीं हुआ बल्कि नीता पांडे को फंसाने और लोगों की देनदारी से बचने के लिए खुद संजीव ने अपने परिजनों विकल्प गुप्ता, साले सागर गुप्ता के साथ मिल कर सोची समझी योजना के तहत यह ड्रामा रचा। विकल्प गुप्ता इस ड्रामे का स्क्रिफ्ट राइटर था। एसएसपी ने स्पष्ट किया कि नीता पांडे एवं उनके पति प्रदीप पांडे के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला। ऐसे में यह मामला निरस्त कर दिया गया है।