♦ सबसे अधिक राजस्व देना वरदान नहीं अभिशाप बना ?
किशनपुर/फतेहपुर। किशनपुर से रायपुर भसरौल गुरुवल को जाने वाला मार्ग पहली बारिश में दलदल में तब्दील हो गया है जिससे पचास गांव की लगभग 30 हजार आबादी घर में कैद हो गई है जहां गांवों में एंबुलेंस पुलिस व अन्य किसी प्रकार के वाहन पहुंचना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हो गया है।
किशनपुर रोड से रायपुर भसरौल व गुरवल मार्ग गुरुवार और शुक्रवार हुई रिमझिम बारिश से दलदल में तब्दील हो गया। जिससे मोटरसाइकिल, साइकिल,पैदल निकलना तो दूर कार ट्रैक्टर निकलना दूभर हो गया। क्षेत्र के धर्मेंद्र दीक्षित, शत्रुघन यादव, राम आसरे, भागीरथी विश्वकर्मा, भिखारी लाल गुप्ता, रविकरन निषाद, शुभम दुबे आदि ने बताया इस सड़क में लगभग आधा दर्जन मोरंग खदान हैं जिनसे सरकार को प्रतिवर्ष करोड़ों रुपए का राजस्व मिलता है। इसके बाद भी यह सड़क दशकों से बदहाल पड़ी है जिससे क्षेत्र के मददअलीपुर रहियापुर रमसगरा अंजनाभैरव बहियापुर रेवाड़ी मनीपुर सेमरिया पहाड़पुर चंदवाइन डेरा चातर का डेरा शिवकंठ का डेरा लोहारन डेरा शिवप्रसाद का डेरा समेत दर्जनों गांव के लोग घरों में कैद हो जाते हैं। इस रास्ते जरूरत पड़ने पर एंबुलेंस व पुलिस आने से कतराती है मजबूरी में पहुंचते है तो कहीं फंस जाते है कहीं बिगड़ जाते हैं। इस आजादी के अमृत महोत्सव में ऐसी बदहाल सड़क के कारण क्षेत्र के लोग अपने को बदनसीब समझ रहे हैं और क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को कोस रहे हैं।वह इस बारे में जब लोक निर्माण विभाग के अधिकारी अनिल कुमार शील से बात करनी चाही तो उन्होंने फोन उठाना उचित नहीं समझा। वहीं दूसरी ओर विधायिका ने बताया कि मुख्यमंत्री से मिलकर
यमुना कटारी की कई सड़कों के लिए मांग की गई है जल्दी सड़क का निर्माण शुरू हो जाएगा।