किशनपुर, फतेहपुर। किशनपुर थाना क्षेत्र के गड़ा ग्राम सभा में इन दिनों झोलाछाप डॉक्टरों की खूब दुकान चल रही है। कुछ दवा दुकानदारों के यहां काम करने वाले भी बने डॉक्टर जोकि पांचवी से बारवीं तक ही पढ़े है और सभी गंभीर बीमारियों का इलाज करने के लिए भी तैयार रहते हैं। वहीं मौके में सिर्फ एक मेज मे चलता है। इनका अस्पताल जहाँ फोड़े से लेकर हैड्रोसिल जैसी गंभीर बीमारियों का इलाज होता है, जहाँ कई मरीजो को नुकसान भी हुआ। बेहद पिछड़ा गड़ा क्षेत्र होने से लोगो का यही सहारा बना। गरीबो को भरपूर लूटते हैं और जब मरीज की हालत चिंताजनक हो जाती है तब कमीशन के लालच में निजी अस्पताल भेज अच्छा कमीशन लेते हैं। गरीब की सारी जमा पूंजी खत्म करा देते हैं।
वहीं चंदापुर स्थित सरकारी प्राथमिक स्वाथ्य केंद्र में डॉक्टर मौके से गायब रहते हैं। सिर्फ शिवलाल साहू मिले उन्होंने बताया कि बताया कि इतने बड़े अस्पताल में सिर्फ 2 डॉक्टर मौजूद ह।ै जिसमें कि मैं और डॉक्टर बाल्मीकि है वही फार्मासिस्ट के तौर पर धीरेंद्र प्रताप सिंह रहते थे। जिनकी मृत्यु कैंसर के कारण हो चुकी है। इस वजह से हम लोगों को कर्मचारियों की कमी से जूझना पड़ रहा है, साथ ही अस्पताल की दीवार और सफाई की व्यवस्था न होने की बात कही। जिससे अन्ना मवेशियों से हम लोगों को दो-चार होना पड़ता है वहीं महिला कर्मचारी ना हो पाने के कारण तमाम तरह की अवस्थाएं रहती हैं।
वहीं इस बारे में चिकित्सा अधिकारी फतेहपुर से बात हुई थी उन्होंने बताया कि मौके में कर्मचारियों को भेज जांच कराई जाएगी और अव्यवस्था को व्यवस्था में तब्दील किया जाएगा।