कानपुर, अर्पण कश्यप। मोदी जी भ्रष्टाचार मिटाना चाह रहे हैं और उनकी पारदर्शिता कभी कभी परेशानी का सबब बन जाती है और आधुनिक प्रणाली आमजन को परेशान कर देती है। यह कहना अनुचित नहीं हो कि देश का आम आदमी कुछ क्षेत्रों में डिजिटिलाइजेशन चक्कर में गेहूं में घुन की तरह पिस रहा है। आधुनिकता के दौर में जहां तमाम व्यापारी परेशान है तो कहीं ग्राहक। कहने का मतलब है कि पुरानी प्रणाली को नकारे जाने के चलते आम जनता को परेशानी का सामना ज्यादा करना पड़ रहा है। इसी का उदाहरण आज देखने को मिला, राशन की सरकारी दुकानों में सुबह से ही सर्वर काम नहीं कर रहा था। इस कारण से फिंगर प्रिंट मशीन काम नहीं कर रही थी। इस कारण से राशन कार्ड धारक व दुकानदार दोनों परेशान दिखे। नेटवर्क प्राबलम के कारण सस्ते गल्ले की सरकार दुकान में उपभोक्ता सुबह पॉच बजे से ही अपना नम्बर लगा कर बैठे थे। सुबह नौ बजे तक नेटवर्क की दिक्कत होने से राशन नही मिल पाया। कर्रही स्थित जे ब्लाॅक में स्थित राशन की दुकान पर राशन लेने आई 65 वर्षीय सरस्वती ने बताया कि सुबह 6 बजे की आयी हूं। सुबह से भूख-प्यास से व्याकुल हो गई हूं और दो बार चक्कर आ चुका है। यही हाल साउथ से लेकर शहर तक के सभी राशन की दुकानों का रहा। रजनी, श्यामा, विभा, छात्रा संतोषी ने बताया कि घर के काम से लेकर स्कूल तक की छुट्टी कर रखी है पर सर्वर की वजह से हमारे सारे काम रूके हुये हैं।